• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • जन्‍म के बाद ‘खूब रोया’ बेबी स्‍टार, बस तरीका अलग था! वैज्ञानिकों ने की बड़ी खोज

जन्‍म के बाद ‘खूब रोया’ बेबी स्‍टार, बस तरीका अलग था! वैज्ञानिकों ने की बड़ी खोज

इस स्‍ट्रीम का वेग 54,000 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्‍यादा है। मैगेलैनिक क्‍लाउड एक बौनी आकाशगंगा है, जो हमारी मिल्‍की-वे से लगभग 2 लाख प्रकाश वर्ष दूर है।

जन्‍म के बाद ‘खूब रोया’ बेबी स्‍टार, बस तरीका अलग था! वैज्ञानिकों ने की बड़ी खोज

वैज्ञानिकों की दिलचस्‍पी हमेशा से तारों के गठन को समझने में रही है।

ख़ास बातें
  • ‘बेबी स्टार’- ‘Y256’ से न‍िकलती है बायपोलर गैस स्‍ट्रीम
  • इस स्‍ट्रीम का वेग 54,000 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्‍यादा है
  • मैगेलैनिक क्‍लाउड एक बौनी आकाशगंगा है
विज्ञापन
आकाश की ओर देखने पर सबसे ज्‍यादा क्‍या नजर आते हैं? तारे। हमारे ब्रह्मांड में तारों की विविधता बहुत ज्‍यादा है। हमारा सूर्य जो खुद एक तारा है, पृथ्‍वी पर जीवन मुमकिन बनाता है। वर्षों से साइंटिस्‍ट तारों पर रिसर्च कर रहे हैं। उनकी दिलचस्‍पी इनके निर्माण के तरीके को जानने में है। बहरहाल, रिसर्चर्स ने एक छोटे मैगेलैनिक क्लाउड में एक ‘बेबी स्टार'- ‘Y256' से निकलने वाली बाइपोलर गैस स्ट्रीम का पता लगाया है, जो तारे के निर्माण के दौरान निकली। इसे उन्‍होंने 'बर्थ क्राई' के तौर पर संदर्भित किया है यानी किसी तारे का रोना! इस स्‍ट्रीम का वेग 54,000 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्‍यादा है। मैगेलैनिक क्‍लाउड एक बौनी आकाशगंगा है, जो हमारी मिल्‍की-वे से लगभग 2 लाख प्रकाश वर्ष दूर है।
 

जैसा कि हमने आपको बताया वैज्ञानिकों की दिलचस्‍पी हमेशा से तारों के गठन को समझने में रही है। किसी तारे के निर्माण का मैकनिज्‍म अंतरतारकीय पदार्थ (interstellar matter) में भारी तत्वों की उपस्थिति से प्रभावित होता है। लेकिन ब्रह्मांड के शुरुआत में भारी तत्वों की मात्रा आज की तुलना में कम थी। ऐसा इसलिए क्‍योंकि न्यूक्लियोसिंथेसिस के लिए तारों में भारी तत्वों को प्रोड्यूस करने के लिए पर्याप्त समय नहीं था। इसी वजह से यह समझना मुश्किल है कि ऐसे वातावरण में तारों का गठन मौजूदा वक्‍त में तारों के गठन से अलग कैसे होता होगा। 

रिपोर्ट के अनुसार, 10 अरब साल पहले की ज्‍यादातर आकाशगंगाओं की तरह छोटे मैगेलैनिक क्‍लाउड में भी हीलियम की तुलना में भारी तत्वों की की कमी है। ऐसे में यह क्‍लाउड वैज्ञानिकों के लिए एक बेहतर टार्गेट है। उन्‍हें यह समझने में मदद मिल सकती है कि पहले के वक्‍त में तारों का गठन कैसे होता था। 

ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के तोशिकाज़ु ओनिशी और क्यूशू यूनिवर्सिटी के काज़ुकी टोकुडा के नेतृत्व में रिसर्चर्स की एक इंटरनेशनल टीम ने चिली में अटाकामा लार्ज मिलिमीटर / सबमिलिमीटर एरे (ALMA) रेडियो टेलीस्कोप का इस्‍तेमाल किया। इसके जरिए उन्‍होंने उच्च-द्रव्यमान वाले यंग स्टिलर ऑब्‍जेक्‍ट्स या ‘बेबी स्टार्स' को ऑब्‍जर्व किया। यह स्‍टडी, द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स जर्नल में पब्‍लिश हुई है। 

माना जाता है कि इस तरह के बढ़ते हुए ‘बेबी स्टार्स' के रोटेशनल मोशन को वर्तमान ब्रह्मांड में गुरुत्वाकर्षण संकुचन (gravitational contraction) के दौरान एक समान मॉलिक्‍यूर आउटफ्लो द्वारा दबा दिया जाता है। इससे स्टार ग्रोथ में तेजी आती है। मौजूदा खोज यह सुझाव दे सकती है कि स्टार गठन की यह प्रक्रिया 10 अरब साल की अवधि में काफी समान रही है। रिसर्च टीम को उम्मीद है कि यह खोज तारों के निर्माण के अध्ययन में नए दृष्टिकोण सामने लाएगी। भविष्‍य में होने वाली रिसर्च में भी इन फाइंडिंग्‍स का फायदा मिल सकता है। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Mahindra की XEV 9e और BE 6 इलेक्ट्रिक SUVs को जोरदार रिस्पॉन्स, 10,000 यूनिट्स की डिलीवरी
  2. भारत में जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है Elon Musk की Starlink
  3. AI का इस्तेमाल बढ़ने के बावजूद इंजीनियर्स की हायरिंग जारी रखेगी Google
  4. Oppo की Reno 14 के लॉन्च की तैयारी, NBTC साइट पर हुई लिस्टिंग
  5. Jio ने 5G कवरेज, क्वालिटी और अपलोड स्पीड में मारी बाजी, Airtel की डाउनलोड स्पीड पर पकड़ बरकरार!
  6. Nintendo Switch 2 में मिला 7.9-इंच डिस्प्ले, 30 गेम्स का सपोर्ट और 120Hz रिफ्रेश रेट, इस कीमत पर हुआ लॉन्च
  7. Xiaomi 16 में मिल सकता है 6.9 इंच डिस्प्ले, 7,000mAh की बैटरी
  8. Redmi Pad 2 भारत में 18 जून को होगा लॉन्च, डिजाइन और स्पेसिफिकेशंस हुए टीज
  9. Tecno Pova Curve 5G की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, ऑफर्स
  10. Upcoming Smartphones (June 2025): जून में लॉन्च होंगे Vivo, Poco और OnePlus के ये 3 स्मार्टफोन!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »