वैज्ञानिकों के लिए यह साल काफी अलग गुजर रहा है। एक ओर जहां सूर्य में काफी हलचल है, वहीं पृथ्वी के नजदीक एस्टरॉयड्स का लगातार आना जारी है। कल ही हमने आपको बताया था कि 28 सितंबर को पृथ्वी के करीब से 5 एस्टरॉयड गुजरे जो बस, घर से लेकर एक विमान के साइज जितने बड़े थे। इन सभी ने पृथ्वी को एक सुरक्षित दूरी से पास किया और किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। एक बार फिर एस्टरॉयड पृथ्वी के करीब आ रहे हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने एक और अंतरिक्ष ‘चट्टान' को लेकर अलर्ट जारी किया है।
रिपोर्टों के अनुसार, सितंबर महीने में 30 से ज्यादा एस्टरॉयड्स हमारे ग्रह के करीब आ चुके हैं। अक्टूबर में भी यही सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है। हालांकि ये एस्टरॉयड पृथ्वी से एक निश्चित दूरी बनाकर गुजरते हैं, इसके बावजूद वैज्ञानिक उन्हें आखिरी समय तक मॉनिटर करते हैं और नासा भी कई एस्टरॉयड्स को संभावित रूप से खतरनाक की कैटिगरी में शामिल करके अलर्ट भेजती है।
नासा की ओर से ‘एस्टरॉयड 2022 SB9' को लेकर अलर्ट किया गया है। यह हमारी पृथ्वी के काफी नजदीक आ सकता है। जानकारी के मुताबिक, ‘एस्टरॉयड 2022 SB9' 32400 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से पृथ्वी की ओर आ रहा है। यह 2 अक्टूबर को हमारे ग्रह के सबसे करीब पहुंच सकता है, तब दोनों के बीच की दूरी 20 लाख किलोमीटर ही रह जाएगी। The-sky.org के
अनुसार यह एस्टरॉयड मंगल और बृहस्पति के बीच मुख्य एस्टरॉयड बेल्ट में स्थित अपोलो ग्रुप से संबंधित है। इसे पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करने में 1590 दिन लगते हैं। सूर्य से इसकी अधिकतम दूरी 649 मिलियन किलोमीटर और न्यूनतम दूरी 149 मिलियन किलोमीटर है।
एस्टरॉयड्स को लघु ग्रह भी कहा जाता है। जैसे हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं एस्टरॉयड। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं। ज्यादातर एस्टरॉयड एक मुख्य एस्टरॉयड बेल्ट में पाए जाते हैं, जो मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच है। इनका साइज 10 मीटर से 530 किलोमीटर तक हो सकता है। अबतक खोजे गए सभी एस्टरॉयड का कुल द्रव्यमान पृथ्वी के चंद्रमा से कम है।