एलियंस यानी हमारे ग्रह पृथ्वी के अलावा किसी अन्य ग्रह के जीवों को लेकर मनुष्य हमेशा से ही उत्सुक रहा है। कई बार अंतरिक्ष से अनजाने सिग्नल मिलने जैसी बातें भी कही गई हैं। लेकिन अनंत ब्रह्मांड में क्या क्या मौजूद है इसके बारे में कोई नहीं जानता। वैज्ञानिक इस संभावना से इनकार नहीं करते कि हमारे ग्रह के अलावा भी कोई और दुनिया हो सकती है जहां पर एलियंस जैसा कुछ पाया जा सकता है। शायद उनके लिए भी मनुष्य एलियंस जैसे हों! अब इसी संबंध में एक और बड़ी खोज वैज्ञानिकों के हाथ लगी है।
Space.com के अनुसार 2023 में एक मैसेज धरती की ओर भेजा गया था। इस मैसेज में क्या था, यह अभी तक रहस्य बना हुआ था। लेकिन अब इस मैसेज को डी-कोड करने का दावा किया गया है। यह उपलब्धि एक पिता और बेटी ने टीम वर्क के जरिए हासिल की है। 2023 में धरती की तरफ यह मैसेज मंगल से भेजा गया था।
यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के एक्जोमार्स ट्रेस गैस ऑर्बिटर मार्स (ExoMars Trace Gas Orbiter Mars) प्रॉब ने यह सिग्नल पृथ्वी की ओर भेजा था। दरअसल यह एक प्रोजेक्ट के तहत भेजा गया था जिसका नाम A Sign in Space रखा गया है। कैलिफॉर्निया में माउंटेन व्यू में SETI इंस्टीट्यूट और वेस्ट वर्जीनिया में ग्रीन बैंक ऑब्जर्वेट्री इसे चला रहे हैं। यहां SETI का अर्थ है सर्च फॉर एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस. यानी अंतरिक्ष से आए संदेशों को खोजना और उन्हें समझना।
2023 में भेजे गए उस सिग्नल को Ken और Keli Chaffin ने डीकोड कर लिया है जिसमें उनको एक साल लग गया। उन्होंने पाया कि इसमें मूवमेंट शामिल है जिसका मतलब है कि इसमें सेलुलर गठन या वहां पर जीवन के बारे में जानकारी हो सकती है। हालांकि एजेंसी का कहना है कि सिग्नल को डीकोड करने का अर्थ यह नहीं है कि उसका मतलब समझ में आ गया है। अभी सिर्फ एक क्रिप्टिक मैसेज खोला गया है, और Chaffins जैसे वैज्ञानिक अब इसका सही अर्थ जानने की कोशिश करेंगे।
अगर मैसेज में वाकई
मंगल पर जीवन होने की बात सामने आती है तो यह मनुष्य के लिए बहुत बड़ी उपलब्ध होगी। क्योंकि दुनियाभर में स्पेस एजेंसियां इस खोज में लगी हैं कि पृथ्वी के बाहर भी जीवन मौजूद है या नहीं। जहां तक एलियंस की बात है, कुछ समय पहले आई एक
रिपोर्ट कहती है कि पैंस्पर्मिया (Panspermia) थ्योरी के अनुसार एलियन उल्काओं पर सवारी करके एक ग्रह से दूसरे ग्रह तक जा सकते हैं।
एलियंस की मौजूदगी के लिए वैज्ञानिक हमेशा से एक्सोप्लैनेट्स को बेहतर जगह मानते हैं। एक्सोप्लैनेट्स उन ग्रहों को कहा जाता है जो हमारे सूर्य की नहीं, बल्कि किसी और तारे की परिक्रमा करते हैं। वैज्ञानिक अबतक 5 हजार से ज्यादा एक्सोप्लैनेट्स खोज चुके हैं। उन्हें लगता है कि एक्सोप्लैनेट्स पर जीवन के सबूत हो सकते हैं और एलियन एक ग्रह से दूसरे ग्रह तक पहुंचने के लिए उल्काओं का सहारा ले सकते हैं।
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