Youtube कमाई के लिहाज से एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है, जिसका उदाहरण लेटेस्ट रिपोर्ट में सामने आया है। जी हां, यूट्यूब की सीईओ Susan Wojcicki ने कुछ आंकड़े ज़ारी किए हैं, जिसमें पिछले तीन सालों में क्रिएटर्स को की गई पेमेंट, क्रिएटर्स के रेवेन्यू में हुई बढ़ोतरी, यूट्यूब की अमेरिकी जीडीपी में योगदान संबंधी जानकारी दी गई है। सीईओ के मुताबिक पिछले तीन सालों नें यूट्यूब ने अपने क्रिएटर्स, आर्टिस्ट व मीडिया कंपनियों को 30 बिलियन डॉलर (तकरीबन 2.19 लाख करोड़ रुपए) का भुगतान किया है। जो कि यकीनन एक बहुत बड़ा अमाउंट है। यही नहीं, उन्होंने यह भी जानकारी दी कि क्रिएटर्स का रेवेन्यू साल 2020 में दोगुना हुआ है।
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रिपोर्ट ने Oxford Economics का हवाला देते हुए जानकारी दी है कि मुताबिक, Youtube के क्रिएटिव ईकोसिस्टम ने साल 2019 में अमेरिकी जीडीपी में लगभग 16 बिलियन डॉलर का योगदान दिया है, जो कि 345,000 फुल टाइम जॉब्स के समान ही है। साथ ही साल 2020 की बात करें, तो कोरोना वायरस महामारी के दौरान यूट्यूब का इस्तेमाल लोगों के बीच काफी ज्यादा बढ़ गया था, जिसकी वजह से यूट्यूब ने खूब बिजनेस किया। सीईओ के अनुसार साल 2020 यूट्यूब गेमिंग के लिए बहुत शानदार रहा। 100 बिलियन से ज्यादा लोगों ने यूट्यूब प्लेटफॉर्म पर घंटो गेमिंग कॉन्टेंट को देखा है।
Youtube के म्यूज़िक और प्रीमियम सब्सक्रिप्शन में भी साल 2020 में तेज़ी से वृद्धि हुई, सीईओ के अनुसार 2020 की तीसरी तिमाही में पेड सब्सक्रिप्शन की संख्या 30 मिलियन के पार पहुंच गई थी।
साल 2019 व 2020 के आंकड़ों के अलावा उन्होंने, साल 2021 के लिए यूट्यूब प्राथमिकताओं की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह क्रिएटर्स को साल 2021 में आर्थिक रूप से आगे बढ़ाएंगे, सरकारों के साथ मिलकर काम करें और लोगों को नई स्कील्स सिखाने में मदद करेंगे।