मोबाइल फोन का ज़िक्र आज जिन चुनिंदा कंपनियों के बिना अधूरा है, उनमें नोकिया प्रमुख है। फिनलैंड की यह कंपनी साल 1865 में शुरू हुई थी। बात चाहे तकनीक की हो या डिज़ाइन की, नोकिया का झंडा सालों-साल बुलंद रहा। कंपनी ने कई ऐसे बेंचमार्क फोन दिए, जिनकी झलक आज भी लोगों के ज़ेहन में ज़िंदा है। कभी ऐसा भी वक्त था, जब कंपनी के ये फोन अपनी डिज़ाइन के चलते 'स्टेटस सिंबल' माने जाते थे। आज याद करते हैं नोकिया के 5 ऐसे ही अनूठे फोन को, जिनकी तकनीक और डिज़ाइन आज 'आउटडेटेड' हो चुकी है। संभव है, जो हमें अनूठा लगा, वह आपके लिए 'बेकार' हो लेकिन ये फोन वाकई कुछ हटकर थे...
नोकिया एन-गेज दुनिया का पहला ऐसा मोबाइल फोन था, जो पोर्टेबल गेमिंग का डिज़ाइन कंसोल लेकर आया था। फोन अक्टूबर 2003 में लॉन्च हुआ था। यह सिंबियन ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता था। फोन जिन मायनों में असफल हुआ, उसमें से एक वजह यह थी कि इसे गेम खेलने के लिए सहज फोन कहा गया लेकिन यह यूज़र को उतना बेहतर रिस्पॉन्स करने में यह नाकाम रहा। फोन में इयरपीस और माइक को ऊपर या नीचे ना देकर साइड में दिया था।
Nokia 9210 Communicator
नोकिया 9210 कम्युनिकेटर की बात करें तो यह कम्युनिकेटर सीरीज़ का थर्ड जेनरेशन हैंडसेट था। यह साल 2000 में लॉन्च हुआ था। नोकिया 9110 कम्युनिकेटर के इस अपग्रेड वर्ज़न में रंगीन डिस्प्ले, सिंबियन ओएस और एआरएम प्रोसेसर दिया गया था। उस दौरान यह उन चुनिंदा मोबाइल फोन में से एक था, जिनके ज़रिए फैक्स भेजना संभव है। इसमें स्पीकरफोन का फीचर भी था, जो उस दौरान कम ही फोन में आया करता था। साथ ही यह कंपनी का पहला ऐसा फोन भी था, जिसमें मैमोरी कार्ड इस्तेमाल कर स्टोरेज को बढ़ाया जा सकता था।
Nokia 8110
नोकिया 8110 मोबाइल फोन पहली बार साल 1996 में लॉन्च हुआ था। 'स्लाइडर' डिज़ाइन में यह कंपनी का पहला फोन था। साथ ही इसमें कीपैड पर भी एक कवर दिया गया था। इसमें कवर नीचे करने पर कॉल खुद ब खुद कनेक्ट हो जाती थी। फोन में पहली बार मोनोक्रोम ग्राफिक एलसीडी का इस्तेमाल किया गया था। यह फोन बाद में 'बनाना फोन' के नाम से भी चर्चित हुआ। इस हैंडसेट की लोकप्रियता का आलम यह है कि नोकिया ब्रांड बनाने वाली एचएमडी ग्लोबल ने हाल में इसे 4जी वीओएलटीई फीचर के साथ लॉन्च किया है।
Nokia 7600
नोकिया 7600 की बात करें तो इसका यूनीक डिज़ाइन बेहद चर्चा में रहा था। कुछ ने इसे सराहा तो कुछ ने इसे मज़ाकिया करार दिया था। फोन साल 2003 में लॉन्च हुआ था। इसमें 2 इंच का डिस्प्ले था। इसमें आधी कीज़ बायीं ओर और बाकी दायीं ओर दी गई थीं। फोन में पोलीफोनिक रिंगटोन, डाउनलोड किए जाने वाले जावा गेम और 850 एमएएच की बैटरी दी गई थी।
Nokia 7280
नोकिया 7280 की बात करें तो इस फोन की बॉडी देखने में किसी पेंसिल बॉक्स जैसी लगती थी। इसमें वीजीए कैमरा दिया गया था। इस फोन की स्क्रीन, जब ऑफ होती थी तो यूज़र इसका इस्तेमाल मिरर की तरह करते थे। फॉर्च्यून पत्रिका ने इसे साल 2004 का सर्वश्रेष्ठ उत्पाद बताया था।
...तो यह थे नोकिया के ऐसे फोन, जिन्हें भुला पाना मुश्किल है। ये फोन उस दौर की याद दिलाते हैं जब फोन में रंगीन डिस्प्ले, कैमरा और पॉलीफोनिक रिंगटोन को बहुत बड़ा फीचर माना जाता था।