Solar Storm : सौर तूफानों ने पृथ्वी (Earth) को परेशान किया हुआ है! सूर्य में बने सनस्पॉटों (Sunspots) में लगातार विस्फोट हो रहे हैं और एक के बाद एक सोलर फ्लेयर (What is solar flare) उसमें से निकल रहे हैं। इसकी वजह से पृथ्वी पर सौर तूफान अपना असर दिखा रहे हैं, जिसका सबसे प्रमुख उदाहरण, यूरोपीय देशों में दिखने वाले ऑरोरा और अस्थायी रूप से होने वाले रेडियो ब्लैकआउट हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी
नासा (Nasa) ने एक और सौर तूफान की चेतावनी जारी की है। इसकी वजह से पृथ्वी पर एक बार फिर से ऑरोरा दिखाई दे सकते हैं व रेडियो ब्लैकआउट्स हो सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, 27 मई को सनस्पॉट AR3664 से एक सौर तूफान निकला। यह X2.8 क्लास का है, जिन्हें सबसे पावरफुल सौर तूफान माना जाता है। नासा के मुताबिक, सूर्य में बहुत बड़े विस्फोट के बाद एनर्जी, लाइट और हाईस्पीड पार्टिकल्स स्पेस में ट्रैवल कर रहे हैं और पृथ्वी उनके रास्ते में है।
हालांकि इसका सीधा असर इंसानों पर नहीं होता, क्योंकि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र सौर तूफानों को ग्रह के भीतर प्रवेश करने नहीं देता। सौर तूफान ज्यादा ताकतवर हो तो यह हमारे इलेक्ट्रिसिटी ग्रिडों को प्रभावित कर सकता है। लो-अर्थ ऑर्बिट में तैनात सैटेलाइट्स को बर्बाद कर सकता है।
याद रहे कि हमारा सूर्य अपने सौर चक्र से गुजर रहा है और बहुत अधिक एक्टिव फेज में है। इस वजह से सूर्य से ज्वालाएं निकल रही हैं और उनके असर से पृथ्वी पर सौर तूफान आ रहे हैं। यह सिलसिला साल 2025 तक चलते रहने की उम्मीद है।
What is Solar Flare
जब सूर्य की चुंबकीय ऊर्जा रिलीज होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी और पार्टिकल्स से सौर फ्लेयर्स बनते हैं। हमारे सौर मंडल में ये फ्लेयर्स अबतक के सबसे शक्तिशाली विस्फोट हैं, जिनमें अरबों हाइड्रोजन बमों की तुलना में ऊर्जा रिलीज होती है।