OnePlus 6T इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आने वाला चीनी कंपनी वनप्लस का पहला स्मार्टफोन है। देखा जाए तो यह तकनीक अब चलन में है। नई बायोमैट्रिक टेक्नोलॉजी ने मार्केट में उस वक्त कदम रखा, जब फुलस्क्रीन की मांग बढ़ती जा रही है। अब JerryRigEverything के जैक ने वनप्लस 6टी को टियरडाउन किया, ताकि वनप्लस 6टी के अंदर मौज़ूद सभी पुर्जे के बारे में जाना जा सके। इस टियरडाउन का सबसे अहम हिस्सा है OnePlus 6T का ऑप्टिकल इन डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर। जो हकीकत में एक छोटा कैमरा सेंसर है जिसे ऑपरेशन के दौरान लाइट अप करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
टियरडाउन में जैक ने शुरुआत में बैकपैनल को हटाया है। इसके बाद
OnePlus 6T की बैटरी को बाहर निकालकर दिखाया है। इसके बाद बारी आती है काले रंग के प्लास्टिक पैनल की जो एनएफसी चिप से लैस है। यही पैनल मदरबोर्ड को प्रोटेक्शन देता है। इसके बाद मदरबोर्ड से डुअल कैमरा मॉड्यूल को हटाया गया है। यहां से पता चला कि प्राइमरी सेंसर ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइज़ेशन से लैस है। यह फीचर सेकेंडरी सेंसर का हिस्सा नहीं है।
इसके बाद उन्होंने फिंगरप्रिंट सेंसर के ऊपर मौज़ूद प्रोटेक्टिव प्लास्टिक कवर को हटाया। चार्जिंग पोर्ट के थोड़ा ऊपर है ऑप्टिकल इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर। इसके बाद उन्होंने फिंगरप्रिंट सेंसर को निकाला है जो कैमरा लेंस और सेंसर से लैस है। दरअसल, यह आपके अनोखे फिंगरप्रिंट का क्लोज़ अप फोटो लेता है और डिस्प्ले पर मौज़ूद इल्यूमिनेटर्स को इस्तेमाल में लाकर भविष्य के लिए फिंगरप्रिंट को रिकॉर्ड कर लेता है। जैक की मानें तो भविष्य में इसी तकनीक का इस्तेमाल सेल्फी कैमरा को डिस्प्ले में डालने के लिए किया जा सकता है। इसके बाद डिस्प्ले नॉच की भी छुट्टी हो जाएगी।
सेंसर को बाहर निकालने पर ट्रांसलूसेंट होल दिखता है। इसके बाद जैक ने दिखाया कि फिंगरप्रिंट सेंसर को बाहर निकालने के बाद भी स्क्रीन काम करता है, लेकिन बैकवर्ड शाइन नहीं करता। ज़ैक ने कहा, “स्क्रीन के एलईडी सिर्फ एक तहफ शाइन करते हैं।” इसके बाद उन्होंने सारे कंपोनेंट को एक साथ रखकर दिखाया कि फिंगरप्रिंट सेंसर काम करने लगा है।
बीते महीने OnePlus 6T की मजबूती जांचने वाला वीडियो JerryRigEverything यूट्यूब चैनल पर लाइव किया गया था। टेस्ट से पता चला था कि इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर को खरोंच से कोई नुकसान नहीं हुआ।