ओबी मोबाइल्स ने पिछले साल भारत में किफायती एंड्रॉयड स्मार्टफोन विक्रेता के तौर पर एंट्री की। ऐप्पल के पूर्व सीईओ जॉन स्कली द्वारा समर्थित होने के कारण इस कंपनी की अलग पहचान बनी। हालांकि, हकीकत में ओबी मोबाइल्स भी किसी अन्य स्मार्टफोन निर्माता कंपनी जैसी साबित हुई। इस कंपनी ने भी चीन में हैंडसेट को डिजाइन और बनवाने पर भरोसा जताया और उसे अपने ब्रांड के तहत बेचने का फैसला किया। कंपनी के पहले स्मार्टफोन
ओबी ऑक्टोपस एस520 (
रिव्यू) में सिर्फ स्पेसिफिकेशन पर ध्यान दिया गया। यूज़र एक्सपीरियंस और एस्थेटिक्स पर बेहद ही कम।
2015 में ओबी मोबाइल्स ने एक नए अवतार में आया, ओबी वर्ल्डफोन। कंपनी का मकसद अब भी इमर्जिंग मार्केट में बजट हैंडसेट पेश करना है, लेकिन इस बार यूज़र एक्सपीरियंस और एस्थेटिक्स पर ज़्यादा ध्यान दिया जा रहा है। फोन के डिजाइन और उसके यूआई को बनाने की जिम्मेदारी कैलिफोर्निया के डिजाइन स्टूडियो एम्यूनेशन को दी गई है।
आज हम
ओबी वर्ल्डफोन एसएफ1 को रिव्यू करेंगे, जो कंपनी का नया फ्लैगशिप हैंडसेट है। कागज़ी तौर पर फोन उम्मीदों पर खरा उतरता है। ओबी ने इस बार डिजाइन पर इतना तो काम किया ही है जिससे वह एंड्रॉयड रेंज के ढेरों स्मार्टफोन के बीच अपनी अलग पहचान बना सके।
लुक और डिजाइनएसएफ1 का डिजाइन 'पसंद है या फिर नापसंद' वाला है, यानी यह अपनी ओर ध्यान तो आकर्षित करेगा ही। स्टाइल को लेकर जिस तरह के फैसले किए गए हैं उन्हें रोचक कहा जा सकता है। पहली नज़र में स्मार्टफोन आईपॉड टच और माइक्रोसॉफ्ट लूमिया डिवाइस का फ्यूजन दिखता है। ये मिश्रण थोड़ा अटपटा है, लेकिन काम करता हुआ नज़र आता है। डिस्प्ले थोड़ा उभार वाला है। इससे यूज़र को कोई नया फंक्शन नहीं मिलता, लेकिन अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब रहता है। डिस्प्ले पर कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 4 का प्रोटेक्शन मौजूद है।
5 इंच का फुल-एचडी आईपीएस डिस्प्ले क्रिस्प है। कलर्स निखर कर आते हैं और सनलाइट लेजिब्लिटी भी ठीक-ठाक है। स्क्रीन के ऊपर 5 मेगापिक्सल के फिक्स्ड फोकस कैमरे के साथ एलईडी फ्लैश मौजूद है।
बाकी बॉडी प्लास्टिक की बनी है, टॉप पर 3.5 एमएम का हेडसेट सॉकेट है। हाइब्रिड सिम स्लॉट दायीं तरफ है, जबकि वॉल्यूम और पावर बटन दायीं तरफ। बटन को इस्तेमाल करने का अनुभव उतना शानदार नहीं है।
स्पीकर ग्रिल और माइक्रो-यूएसबी पोर्ट हैंडसेट के निचले हिस्से में हैं। लूमिया स्टाइल वाले बॉडी को मैटे फिनिश दिया गया है जिस कारण से इसे हाथों में पकड़ना आसान है। रियर पैनल पर एलईडी फ्लैश के साथ 13 मेगापिक्सल का रियर कैमरा मौजूद है। 3000 एमएएच की बैटरी पूरी तरह से सील है।
एसएफ1 चार्जर और यूएसबी केबल के साथ आता है। बॉक्स में आपको हेडसेट नहीं मिलेगा। ओबी वर्ल्डफोन ने इस बार डिजाइन और एसथेटिक्स पर अच्छा काम किया है, खासकर पहले हैंडसेट की तुलना में। एसएफ1 की बनावट और डिजाइन अच्छी है व इसका साइज भी हाथों के लिए उपयुक्त है।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरअगर बात स्पेसिफिकेशन की जाए तो एसएफ1 ने ज्यादातर सही फैसले किए हैं। आपको ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 615 चिपसेट मिलता है और ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 405। आप 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज या 2 जीबी रैम और 16 जीबी स्टोरेज के बीच चुन सकते हैं। आप डिवाइस में 64 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड का भी इस्तेमाल कर पाएंगे। हालांकि, हाइब्रिड सिम स्लॉट होने के कारण आप माइक्रोएसडी कार्ड के साथ एक ही सिम इस्तेमाल कर पाएंगे। इसमें डुअल-बैंड वाई-फाई बी/जी/एन, ब्लूटूथ 4.0, डुअल-एलटीई, यूएसबी ओटीजी, एफएम रेडियो और जीपीएस कनेक्टिविटी फ़ीचर मौजूद हैं। फोन क्वालकॉम के क्विक चार्ज़ 1.0 फ़ीचर को सपोर्ट करता है।
डिवाइस आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड लॉलीपॉप (5.0.2) ओएस पर चलेगा। इसके ऊपर कस्टम स्किन ओबी लाइफस्पीड का इस्तेमाल किया गया है। इस स्किन और स्टॉक एंड्रॉयड में ज्यादा फ़र्क नहीं है। ज़रूरत पड़ने पर यूज़र को स्टॉक एंड्रॉयड लॉन्चर में स्विच करने का भी विकल्प दिया गया है। आप होम और फिजिकल बटन के लिए लॉन्ग-प्रेस या डबल-प्रेस एक्शन भी तय कर सकते हैं। ओबी ने कुछ अन्य फ़ीचर भी दिए हैं, जैसे कि फ्लिप टू म्यूट और हैंडसेट को कान के करीब ले जाने पर खुद-ब-खुद फोन उठाने का विकल्प।
गूगल ऐप्स के अलावा ओबी ने इस डिवाइस में कई अन्य प्रोडक्टिविटी ऐप दिए हैं।
हमें यह पसंद आया कि एसएफ1 में अनचाहे ऐप नहीं मौजूद हैं। इस कारण से आपके पास ऐप्स इस्तेमाल करने के लिए ज्यादा रैम उपलब्ध रहता है। इसके बावजद हमें इंटरफेस इस्तेमाल करने के दौरान कमियां नज़र आई। चाहे मल्टीटास्किंग हो या किसी ऐप को खोलना या फिर कोई यूआई एमिनेशन, फोन किसी कारणवश धीमा पड़ जाता था। हम अंत तक इस समस्या से निजात नहीं पा सके। स्टॉक लॉन्चर में स्विच करने पर यह दिक्कत थोड़ी कम तो हुई लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं। हम उम्मीद करते हैं कि यह किसी किस्म के सॉफ्टवेयर की कमी है और आने वाले अपडेट के साथ यह खत्म हो जाएगा। या फिर कंपनी एंड्रॉयड मार्शमैलो का ही अपग्रेड दे दे।
परफॉर्मेंसयूआई की कमियों को छोड़े दें तो ऐप की परफॉर्मेंस काफी अच्छी है। इसका श्रेय पावरफुल हार्डवेयर को जाता है। गेमिंग परफॉर्मेंस अच्छी है और डेड ट्रिगर 2 जैसे इंटेंसिव गेम्स भी आसानी से चले। फोन आमतौर पर ज्यादा गर्म नहीं हुआ, चार्जिंग और लंबे समय तक वीडियो रिकॉर्डिंग को छोड़कर।
चार्जिंग की बात करें तो कंपनी द्वारा दिए गए पावर एडप्टर की मदद से आप अपने स्मार्टफोन में मात्र 30 मिनट के चार्ज में 27 फीसदी पावर पा सकते हैं। कॉल क्वालिटी भी संतोषजनक है। एंबियंटलाइट सेंसर कभी-कभार प्रतिक्रिया करने में ज़रूरत से ज्यादा वक्त लेता है।
मिड-रेंज फोन होने के नाते बेंचमार्क टेस्ट के नतीजों को अच्छा माना जाएगा।
मीडिया प्लेबैक में एसएफ1 की परफॉर्मेंस सराहनीय है। हाई-डिफनेशन फाइल आसानी से चले। डॉल्बी ऑडियो इनहांसमेंट, वॉल्यूम और ऑडियो क्वालिटी बेहतर करने में सक्षम है।
13 मेगापिक्सल का कैमरा दिन के उजाले में अच्छी तस्वीरें लेता है। इसका फोकस रेटीकूल थोड़ा बड़ा है जिस कारण से इस ऐप में छोटे सब्जेक्ट पर फोकस लॉक करने में दिक्कत आती है। अच्छी रोशनी में लैंडस्केप की तस्वीरें डिटेल के साथ आती हैं। कलर्स काफी न्यूट्रल हैं। कम रोशनी में ली गई तस्वीरें बहुत अच्छी नहीं हैं, इसमें काफी नॉयज है और शार्प इमेज ले पाना ज्यादा मुश्किल हो जाता है।
5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा ठीक-ठाक तस्वीरें लेता है। कैमरा का इंटरफेस बेहद ही साधारण है और आसानी से इस्तेमाल करने योग्य भी। आप कैमरे को ऑटो मोड में चला सकते हैं या फिर कई अन्य मोड भी मौजूद हैं। ओबी ने आईक्यू कैमरा सब-सेक्शन में कुछ नए फ़ीचर जोड़े हैं। रीफोकस के जरिए आप पहले ली गई तस्वीरों में फोकस प्वाइंट फिर से तय कर सकते हैं। हमारे लिए यह फ़ीचर ठीक से काम नहीं कर रहा था।
आप एचडीआर, कॉन्ट्रास्ट, शार्पनेस, व्हाइट बैलेंस, आईएसओ और बर्स्ट मोड में भी अपनी सुविधा अनुसार बदलाव कर सकते हैं। पनोरमा मोड में भी ली गई तस्वीरों से आप संतुष्ट नहीं होंगे, क्योंकि अलग-अलग ली गई तस्वीरें एक दूसरे से ठीक से जुड़ी नज़र नहीं आती। आप 1080 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन का वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे और इसकी क्वालिटी भी काफी अच्छी है। हम शूटिंग मोड में फोकस पर नियंत्रण करने का विकल्प चाहते थे। इसके अलावा वीडियो स्टेबलाइजेशन का विकल्प भी नहीं मौजूद है।
3000 एमएएच की बैटरी वीडियो लूप टेस्ट में 9 घंटे 53 मिनट तक चली। आम इस्तेमाल में फोन की बैटरी आसानी से एक दिन तक चली। हम अगले दिन भी अपना हैंडसेट इस्तेमाल करने में कामयाब रहे।
हमारा फैसलाओबी वर्ल्डफोन एसएफ1 का 32 जीबी वेरिेएंट 14,000 रुपये में मिलता है। पूरे पैकेज के तौर पर देखा जाए तो यह एक बेहतरीन ऑफर है। अच्छी बिल्ड क्वालिटी, बेहतरीन बैटरी लाइफ व ऑडियो क्वालिटी के दम पर यह आपका ध्यान अपनी ओर हर हाल में खींचेगा। कैमरा अच्छा काम करता है, खासकर दिन की रोशनी में। एक सुखद बात यह है कि इस मिड-रेंज फोन में आपको क्विक चार्जिंग फ़ीचर भी मिलता है। कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जिसमें एसएफ1 को सुधार करने की ज़रूरत है। खासकर धीमे पड़ जाने वाले यूआई में। इसके अलावा कम रोशनी में कैमरे की परफॉर्मेंस में। हम उम्मीद करते हैं कि ओबी वर्ल्डफोन जल्द ही एसएफ1 के लिए सॉफ्टवेयर अपेडट जारी करेगा ताकि यूज़र एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप और उसके बाद के वाले वर्ज़न के फ़ीचर का फायदा उठा सकें।
ज्ञात हो कि गैजेट्स 360 ओबी वर्ल्डफोन एसएफ1 का एक्सक्लूसिव रिटेल पार्टनर है। ओबी वर्ल्डफोन के मालिक जॉन स्कली की कंपनी इंफ्लेक्सन प्वाइंट ने एनडीटीवी के गैजेट्स 360 में निवेश किया है।