भारत की दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल हैंडसेट निर्माता माइक्रोमैक्स और तेजी से आगे बढ़ने की योजना बना रही है। इसके लिए वह अपने उत्पादों को सुधार रही है। उसकी योजना उभरते बाजारों में पकड़ मजबूत करने और 2020 तक दुनिया की पांच शीर्ष कंपनियों में शामिल होने की है।
गुड़गांव की इस कंपनी को इस साल अपनी कोरियाई प्रतिस्पर्धी कंपनी सैमसंग से आगे निकलने की उम्मीद है।
माइक्रोमैक्स के सह-संस्थापक राहुल शर्मा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम माइक्रोमैक्स 3.0 में प्रवेश कर रहे हैं। स्मार्टफोन हमारी दूसरी पारी थी, लेकिन यह हमारे लिए नया है। हम बाजार में ज्यादा धारदार दृष्टिकोण लेकर जा रहे हैं। आने वाले महीनों में आप और ज्यादा उपकरणों, सेवाओं और ब्रांड को अन्य उभरते बाजारों में देखेंगे।’’ उन्होंने बताया कि कंपनी ने अपने लोगो को फिर से डिजायन किया है और एक नयी टैग लाइन ‘नट्स, गट्स एंड ग्लोरी’ को जोड़ा है जो अब ब्रांड की नयी पहचान होगी।
शोध कंपनी गार्टनर के अनुसार मार्च 2015 के अंत तक वैश्विक मोबाइल हैंडसेट बाजार में माइक्रोमैक्स 1.8 प्रतिशत भागीदारी के साथ 10वें स्थान पर रही है।
माइक्रोमैक्स के अलावा सैमसंग, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, लेनोवो (मोटोरोला के साथ), हुआवेई, शियोमी, टीसीएल और जेडटीई जैसी कंपनियां भी भारतीय बाजार में मौजूद हैं।
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