हुवावे टर्मिनल के हॉनर ब्रांड ने भारत में अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन हॉनर 8 को लॉन्च कर दिया है। इस स्मार्टफोन की कीमत 29,999 रुपये है। यह ई-कॉमर्स साइट अमेज़न इंडिया, फ्लिपकार्ट के अलावा हॉनर ऑनलाइन स्टोर पर
उपलब्ध है। हमने इस स्मार्टफोन का रिव्यू किया है। इस स्मार्टफोन में डुअल कैमरा सेटअप, कस्टम ईएमयूआई 4.1 ओएस और प्रीमियम लुक जैसे शानदार फ़ीचर हैं। भारत में हैंडसेट में 4 जीबी रैम/ 32 स्टोरेज वेरिएंट को लॉन्च किया गया है। इस स्मार्टफोन की सबसे अहम खासियत डुअल रियर कैमरा सेटअप है।
इस कीमत के साथ
हॉनर 8 की टक्कर
वनप्लस 3 और
असूस ज़ेनफोन 3 से है। हालांकि इन दोनों को यह फोन कड़ी टक्कर देता है लेकिन कुछ चीजें हैं जो इसे इस रेस से बाहर करती हैं। हमारे
रिव्यू में हमें कुछ चीजें ऐसी लगीं जिन्होंने हमें बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं किया। आज हम जानेंगे हॉनर 8 स्मार्टफोन के पांच सबसे खास फ़ीचर के बारे में।
1. कैमराशायद इस स्मार्टफोन की सबसे बड़ी खासियत है इसका कैमरा। हॉनर 8 में काफी हद तक आईफोन 7 जैसा डुअल कैमरा दिया गया है। डुअल कैमरे में में 12 मेगापिक्सल कलर और मोनोक्रोम सेंसर है। रियर कैमरे में एफ/2.2 अपर्चर है जबकि 8 मेगापिक्सल वाला फ्रंट कैमरा अपर्चर एफ/2.4 के साथ आता है।
हमारे टेस्ट में हमने देखा कि लैंडस्केप और मैक्रो तस्वीरें अच्छी डिटेल के साथ आती हैं व प्राकृतिक रोशनी में कलर भी अच्छे आते हैं। कैमरे से अच्छा बैकग्राउंड धुंधला हो जाता है लेकिन वाइड अपर्चर मोड के साथ इसे बेहतर किया जा सकता है। इसके अलावा धुंधले बैकग्राउंड को फोकस के पास दिए एक स्लाइड का इस्तेमाल कर एडजस्ट किया जा सकता है। कम रोशनी में ली गईं तस्वीरों में डिटेलिंग की कमी दिखती है लेकिन फिर भी क्वालिटी ठीकठाक रहती है। हमें फ्रंट कैमरे से ली जाने वाली क्वालिटी हमें अच्छी लगी जिससे कम रोशनी में भी अच्छी डिटेल के साथ तस्वीरें आती हैं। लेकिन कुल मिलाकर कैमरा हमें प्रभावित करने में कामयाब रहा।
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हॉनर 8 का रिव्यू )
2. स्मार्ट कीकैमरे के बिल्कुल नीचे स्मार्टफोन के रियर पर एक फिगंरप्रिंट सेंसर है। हुवावे का दावा है कि फिंगरप्रिंट सेंसर 0.4 सेकेंड में ही उंगलियों की पहचान कर लेता है। इसके अलावा, इस सेंसर के बारे में सबसे खास बात है कि इसे फिजिकली भी दबाया जा सकता है। कंपनी ने इसे स्मार्ट की नाम दिया है और अलग-अलग तरीके से दबाने पर और गेस्चर आधारित फंक्शन के हिसाब से परफॉर्म करता है। स्मार्ट की कौन सा फंक्शन परफॉर्म करे, इसे हम मैनुअली सेट कर सकते हैं। उदाहरण के लिए हमारे रिव्यू में हमने फिज़िकल प्रेस कर फ्लैश खोल कर देखा। बायीं तरफ स्वाइप करने पर सेंसर जबकि दायीं तरफ गैलरी खोलकर तस्वीरें स्क्रॉल करना, ऊपर और नीचे स्वाइप करने से नोटिफिकेशन बार खुलता और बंद होता है।
3. ईएमयूआई 4.1जैसा कि हमने अपने रिव्यू में बताया था कि हॉनर 8 स्मार्टफोन की एक और बड़ी खासियत कंपनी की कस्टम रॉंम है जो एंड्रॉयड मार्शमैलो आधारित है। इसे इमोशन यूआई या ईएमयूआई कहते हैं। इसके लेटेस्ट वर्जन (4.1) में स्टॉक एंड्रॉयड वाले फ़ीचर जैसे नाउ ऑन टॉप है। लेकिन इसके अलावा भी इसमें कई टॉप कस्टमाइज़ेशन दिए गए हैं।
यह एक सिंगल लेयर इंटरफेस है जो अपने आइकन, सेटिंग ऐप और नोटिफिकेशन शेड के साथ आता है। ऑनस्क्रीन दिए गए बटन का लेआउट कभी भी बदला जा सकता है जो कि अच्छा है। 'वायरलेस और नेटवर्क' में लिंक+ सेक्शन से बेहतर सिगनल, रोमिंग के दौरान नेटवर्क जल्दी कनेक्ट करना, ऑटो अपडेट इनेबल करना और वाई-फाई+ (वाई-फाई और मोबाइल डेटा के बीच ऑटोमेटिक स्विच करना) जैसे सुधार किए जा सकते हैं।
हमने गेस्चर आधारित हाथ के पोरों वाला सेंस फ़ीचर भी इस्तेमाल किया। इससे डिस्प्ले पर पोरों से टैप या कुछ ड्रॉ करके ही कई फंक्शन इस्तेमाल किए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, अपने हाथों के पोरों से स्क्रीन पर टच करने या कोई सर्किल बनाने से स्क्रीन रिकॉर्ड हो जाती है। पोरों से डिस्प्ले पर टैप करना ठीक है लेकिन हमें सर्किल बनाने के लिए बहुत ज्यादा जोर लगाना पड़ा जो काफी अजीब है। इसके अलावा सामान्य कामों के लिए फ्लोटिंग डॉक है जो मीआईयूआई की क्विक बॉल जैसी ही है।
वॉयस कंट्रोल से आप किसी को कॉल कर सकते हैं और अगर आप अपना फोन रखकर भूल गए हैं तो भी इस वॉयस कंट्रोल का इस्तेमाल कर सकते हैं। विगेशन बन पर दायीं तरफ स्वैप कर डायल पैड या पूरे डिस्प्ले के लिए सिंगल-हैंडेड मो़ड एक्टिवेट किया जा सकता है। इसके अलावा वॉयस कंट्रोल के जरिए 'व्हेयर आर यू' बोलें तो फोन रिंग, वाइब्रेशन और एलईडी फ्लैश लाइट ऑन कर देगा जिससे आप फोन आसानी से ढूंढ सकते हैं। वॉयस कंट्रोल अच्छे से काम करता है और अधिकतर समय यह हमारी कमांड को पहचानने में सफल रहा।
4. परफॉर्मेंस और बैटरी लाइफहॉनर 8 में कंपनी का 1.8 गीगाहर्ट्ज़ ऑक्टा-कोर किरिन 950 प्रोससर है। इसमें ग्राफिक्स के लिए माली-टी880 जीपीयू और 4 जीबी रैम है। इस स्मार्टफोन के रिव्यू के समय देखा कि फोन में मल्टीटास्किंग बेहद अच्छे से होती है। मॉर्टल कॉम्बैट एक्स जैसे गेम फोन में बिना किसी गर्माहट की दिक्कत के ही अच्छे से चलते हैं। लेकिन हमारी रिव्यू डिवाइस में कैमरा इस्तेमाल के समय काफी गर्म हो गई। हॉनर का कहना है कि यह अकेली ऐसी घटना है क्योंकि यह एक प्रीप्रोडक्शन यूनिट थी और रिटेल स्टोर पर मिलने वाला यूनिट सामान्य काम करेगी।
हमारे वीडियो लूप टेस्ट में हमने पाया कि हॉनर 8 सिर्फ आधे घंटे में ही 45 प्रतिशत तक चार्ज हो जाता है। फोन को एक बार चार्ज करने पर हम इसे आसानी से पूरे दिन तक चला सके। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में बैटरी 11 घंटे 7 मिनट तक चली। आरओजी पावर सेविंग मोड हमें खासा काम का लगा। इसे एक्टिव करने पर डिस्प्ले 720 पिक्सल पर आ जाती है जिससे बैटरी खपत कम होती है।
5. डिज़ाइन और बनावटहॉनर ने अपना डिज़ाइन पूरी तरह से बदल दिया है और नया हैंडसेट आकर्षक लगता है। इस फोन में सैमसंग की ए सीरीज़ के 2016 वेरिएंट की झलक दिखती है। फोन में खूबसूरती के लिए दो कर्व्ड ग्लास की शीट के बीच एक मेटल फ्रेम दिया गया है। इस लुक के साथ हॉनर 8 पूरी तरह से प्रीमियम अहसास देता है। फोन जहां शानदार दिखता है लेकिन हमने महसूस किया कि गोल्ड वेरिएंट वाले ग्लास रियर के चलते फोन के हाथ से फिसलने का डर रहता है।
153 ग्राम के वज़न के साथ हॉनर 8 पकड़ने में हल्का लगता है। फोन में वॉल्यूम व पावर बटन सबसे ऊपर दायें कोने में हैं। नेविगेशन बटन डिस्प्ले पर ही हैं और आप सेटिंग में जाकर अपनी सुविधानुसार उनमें बदलाव कर सकते हैं।
कनेक्टिविटी बन सकती है समस्याहॉनर 8 जहां 4जी एलटीई सपोर्ट करता है और इसमें सभी बेसिक कनेक्टिविटी विकल्प मौज़ूद हैं। लेकिन यह 4जी वीओएलटीई और एफएम रेडियो सपोर्ट नहीं करता। इसके अलावा कनेक्टिविटी के लिए डुअल बैंड वाई-फाई बी/जी/एन/एसी, ब्लूटूथ 4.2, यूएसबी ओटीजी और एनएफसी और इन्फ्रारेड सेंसर जैसे फ़ीचर दिए गए हैं। एफएम रेडियो का ना होना कुछ लोगों के लिए निराशाजनक हो सकता है। अभी भारत में वीओएलटीई सपोर्ट मौज़ूद नहीं है। लेकिन कंपनी का कहना है कि भविष्य में सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए यह फ़ीचर मिलेगा।