अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple की चीन में मार्च में iPhone शिपमेंट्स 12 प्रतिशत बढ़ी हैं। कंपनी ने चीन में आईफोन के प्राइसेज को घटाया था। आईफोन 15 के कुछ मॉडल्स पर 10 प्रतिशत तक का डिस्काउंट दिया गया था। एपल को चीन में Huawei जैसे स्मार्टफोन मेकर्स से कड़ी टक्कर मिल रही है।
चाइना एकेडमी ऑफ इनफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी (CAICT) के डेटा के अनुसार, चीन में मार्च में विदेशी कंपनियों के स्मार्टफोन्स की शिपमेंट्स 12 प्रतिशत बढ़कर 37.5 लाख यूनिट्स की रही। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह लगभग 33.5 लाख यूनिट्स की थी। हालांकि, इस डेटा में विशेषतौर पर
Apple का जिक्र नहीं है। चीन के स्मार्टफोन मार्केट में एपल एक बड़ी विदेशी स्मार्टफोन कंपनी है। इस वजह से विदेशी स्मार्टफोन्स की शिपमेंट्स में बढ़ोतरी एपल के प्रदर्शन से जुड़ी हो सकती है। इस वर्ष के शुरुआती दो महीनों में कंपनी की चीन में सेल्स लगभग 37 प्रतिशत घटी थी।
एपल का iPhone 15 Pro Max इस वर्ष की पहली तिमाही में सबसे अधिक बिकने वाला
स्मार्टफोन रहा है। इसने एपल के अन्य आईफोन्स और दक्षिण कोरिया की कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Samsung के स्मार्टफोन्स को बिक्री में पीछे छोड़ा दिया है। मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint के डेटा के अनुसार, दूसरा सबसे अधिक बिकने वाला स्मार्टफोन iPhone 15 है। इसके बाद iPhone 15 Pro और iPhone 14 हैं। सैमसंग का Galaxy S24 Ultra, Galaxy A15 5G और A54 क्रमशः पांचवें, छठे और सातवें पायदान पर हैं। आमतौर पर, कम सेल्स वाली तिमाही में आईफोन के बेस वेरिएंट की बिक्री प्रो वेरिएंट्स से अधिक होती है। हालांकि, पिछली तिमाही में iPhone 15 Pro Max की बिक्री सबसे अधिक रहने से कस्टमर्स के प्रीमियम स्मार्टफोन्स को अधिक पसंद करने का संकेत मिल रहा है।
कंपनी के स्मार्टफोन से कुल रेवेन्यू में आईफोन के प्रो मॉडल्स की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत से अधिक होने का अनुमान है। इस वर्ष की शुरुआत में एपल ने दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी की अपनी पोजिशन गंवा दी थी। बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में से एक Microsoft का मार्केट कैपिटलाइजेशन इससे अधिक हो गया था। आईफोन में AI फीचर्स को जोड़ने के लिए एपल की Google और OpenAI जैसी कंपनियों के साथ बातचीत हो रही है। कंपनी को मिक्स्ड रिएलिटी हेडसेट विजन प्रो की डिमांड में कमी से झटका लगा है।