टेस्ला (Tesla) के शेयरधारकों (Investors) ने मंगलवार को जज से यह पता लगाने की गुहार लगाई कि एलन मस्क ने कंपनी के बोर्ड को साल 2016 के सोलरसिटी (SolarCity) सौदे में मजबूर किया। साथ ही कहा कि मस्क को 13 बिलियन डॉलर (लगभग 96,980 करोड़ रुपये) के भुगतान का आदेश दिया जाए। रॉयटर्स के मुताबिक, शेयरधारकों के वकील रैंडी बैरन ने कोर्ट को बताया कि यह मामला इस बारे में है कि क्या सोलरसिटी का अधिग्रहण उसे वित्तीय संकट से बचाने के लिए था। यूनियन पेंशन फंड्स और एसेट मैनेजर्स के इस मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि मस्क ने टेस्ला बोर्ड को सोलरसिटी डील को मंजूरी देने के लिए मजबूत किया। मस्क कह चुके हैं कि यह डील उनके एक दशक पुराने मास्टर प्लान का हिस्सा थी।
मस्क के वकीलों में से एक इवान चेसलर ने कोर्ट को बताया कि यह डील कोई खैरात नहीं थी। सोलरसिटी दिवालिया होने से बहुत दूर थी। उसकी स्थिति कई हाई-ग्रोथ टेक कंपनियों के बराबर थी।
शेयरहोल्डर अटॉर्नी ली रूडी ने कोर्ट से अनुरोध किया कि मस्क को टेस्ला स्टॉक को वापस करने का आदेश दिया जाए। इसकी मौजूदा कीमत लगभग 13 बिलियन डॉलर (लगभग 96,980 करोड़ रुपये) होगी। रूडी ने कहा कि कोर्ट को मस्क की ओर से की गई अवमानना पर विचार करना चाहिए। वह बार-बार शेयरधारक वकीलों के साथ भिड़े और उनका अपमान किया। रूडी ने कहा कि एलन मस्क के लिए यह एक अप्रत्याशित घटना होगी, अगर उन्हें ऐसे शेयर रखने को मिलें, जो उन्हें नहीं मिलने चाहिए थे।
एलन मस्क को स्टॉक वापस करने का आदेश देने के अनुरोध को उनके वकील चेसलर ने ‘बेतुका' कहा। बोले कि इससे टेस्ला में पांच साल की उनकी सफलता नजरअंदाज होगी।
टेस्ला ने सोलरसिटी का अधिग्रहण इसलिए किया, क्योंकि वह अपने मॉडल 3 के लॉन्च के करीब पहुंच रही थी। यह एक सेडान कार थी और कंपनी के लिए काफी अहम थी। शेयरधारकों का आरोप है कि यह डील विचलित करने वाली थी। टेस्ला पर SolarCity के वित्तीय संकट और कर्ज का बोझ आ गया था।
शेयरधारकों का दावा है कि टेस्ला में सिर्फ 22 फीसदी के मालिक होने के बावजूद एलन मस्क बोर्ड मेंबर्स से दंबग शैली में बात करते थे। अगर वादी इसे साबित कर सकते हैं, तो अदालत के लिए यह निष्कर्ष निकालने की संभावना बढ़ जाएगी कि यह डील शेयरधारकों के लिए सही नहीं थी।