RBI बढ़ाएगा 'डिजिटल रुपये' की ताकत! ऑफलाइन भी होगा इस्तेमाल

डिजिटल रुपये में जो दूसरा बड़ा फीचर जोड़ा जा रहा है, वह है इसको ऑफलाइन इस्तेमाल करने की सुविधा।

RBI बढ़ाएगा 'डिजिटल रुपये' की ताकत! ऑफलाइन भी होगा इस्तेमाल

जल्द ही आरबीआई की ओर से डिजिटल रुपये से संबंधित नियमों में बदलाव देखने को मिल सकता है

ख़ास बातें
  • भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) डिजिटल रुपये (CBDC) में नए फीचर्स जोड़ने जा रहा।
  • RBI ने हालिया प्रेस रिलीज में इसका जिक्र किया है।
  • डिजिटल रुपया हो जाएगा और ज्यादा स्मार्ट।
विज्ञापन
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) डिजिटल रुपये (CBDC) में नए फीचर्स जोड़ने जा रहा है, जिसके बाद डिजिटल रुपया और ज्यादा स्मार्ट हो जाएगा। साथ ही इसे ज्यादा जगहों पर इस्तेमाल किया जा सकेगा। जो दो नए फीचर्स डिजिटल रुपये में जुड़ने जा रहे हैं, उनमें मुख्य रूप से इसकी प्रोग्रामिंग और ऑफलाइन इस्तेमाल शामिल है। यानी कि डिजिटल रुपये से न सिर्फ साधारण ट्रांजैक्शन किए जा सकेंगे, बल्कि यह लेन-देन के अन्य तरीकों में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसे खास तरह से इस्तेमाल किया जा सकेगा जिसमें सरकार की स्कीमें भी शामिल हो सकती हैं। या फिर बिजनेस आदि के लिए उनके व्यय का प्रबंधन करने में भी यह मदद कर सकेगा। 

डिजिटल रुपये में जो दूसरा बड़ा फीचर जोड़ा जा रहा है, वह है इसको ऑफलाइन इस्तेमाल करने की सुविधा। यानी कि जहां पर इंटरनेट बहुत तेज नहीं चलता है, या फिर जहां पर इंटरनेट की सुविधा ही नहीं है, वहां भी डिजिटल रुपये का इस्तेमाल किया जा सकेगा। यह उन क्षेत्रों में क्रांति लाएगा जहां पर अभी तक मोबाइल इंटरनेट नहीं पहुंच पाया है। RBI ने हालिया प्रेस रिलीज में इसका जिक्र किया है। इसके अलावा डिजिटल ट्रांजैक्शनों को पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाने पर भी काम किया जा रहा है। आरबीआई इस दिशा में भी काम कर रही है कि कैसे डिजिटल वस्तुओं जैसे ऐप्स और गेम्स आदि कि सेल से देश को उसका उचित हिस्सा मिल सके। 

जल्द ही आरबीआई की ओर से डिजिटल रुपये से संबंधित नियमों में बदलाव देखने को मिल सकता है ताकि डिजिटल वस्तुओं के लेन-देन को टैक्स के दायरे में लाया जा सके। इससे देश को ग्लोबल मार्केट में मौजूद प्रतिस्पर्धा में और ज्यादा मजबूती मिलेगी। डिजिटल करेंसी भविष्य की करेंसी है और इसका व्यापक, और सही इस्तेमाल सुनिश्चित करना देश के भविष्य लिए बहुत महत्वपूर्ण है। CBDC एक ब्लॉकचेन पर बेस्ड पेमेंट सॉल्यूशन होता है, जिस पर सेंट्रल बैंक का कंट्रोल रहता है। यह क्रिप्टोकरेंसी की तरह कार्य करता है लेकिन क्रिप्टोकरेंसीज की तरह CBDC में वोलैटिलिटी और अन्य रिस्क नहीं होते। 

डिजिटल रुपये से इंटरबैंक मार्केट अधिक एफिशिएंट बनने की संभावना है। चीन, घाना और फ्रांस जैसे देशों में CBDC प्रोजेक्ट्स का ट्रायल किया जा रहा है। इसके अलावा नाइजीरिया ने अपनी डिजिटल करेंसी शुरू की है। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Ultraviolette को इलेक्ट्रिक स्कूटर Tesseract के लिए मिली 60,000 से ज्यादा बुकिंग्स
  2. टेस्ला की भारत में पहला शोरूम अगले महीने मुंबई में खोलने की तैयारी
  3. जनसंख्या को भी AI से खतरा? एक्सपर्ट बोले 2300 तक धरती पर सिर्फ 10 करोड़ लोग बचेंगे!
  4. Vivo Y400 Pro 5G vs Motorola Edge 60 vs Poco X7 Pro 5G: जानें कौन सा फोन है 30 हजार में बेस्ट
  5. अब पाकिस्तान में रिपोर्टिंग करेगी हूबहू इंसानी हाव-भाव वाली AI रिपोर्टर!
  6. भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला का स्पेस मिशन फिर टला, लॉन्च की नई तिथि का इंतजार
  7. BSNL ने लॉन्च की 5G फिक्स्ड वायरलेस ब्रॉडबैंड सर्विस, जानें प्राइस
  8. EPFO ने दी खुशखबरी, अब कर्मचारी चेहरा दिखा कर जनरेट कर पाएंगे UAN नंबर
  9. Infinix GT 30 Pro vs Realme P3 Ultra vs iQOO Neo 10R: जानें कौन सा मिड रेंज फोन है बेहतर
  10. एयर कंडीशनर में टन का क्या होता है अर्थ, खरीदने से पहले जरूर जान लें ये बात
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »