आपको अगर ऐसा लगता है कि अभी फोल्डेबल डिस्प्ले ही लेटेस्ट और सबसे एडवांस डिस्प्ले टेक्नोलॉजी है, तो आपको LG के लेटेस्ट प्रोटोटाइप के बारे में जनना चाहिए। कंपनी ने दुनिया का पहला स्ट्रेचेबल डिस्प्ले पेश किया है, जो अपने साइज का 50% स्ट्रैच हो सकता है। कंपनी द्वारा दिखाया गया डिस्प्ले 12-इंच के साइज में आता है और इसे खींचकर 18-इंच तक किया जा सकता है। सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बात यह है कि इतना एक्सपेंड करने के बाद भी यह 100 पिक्सल प्रति इंच का हाई रिजॉल्यूशन और फुल RGB कलर मेंटेन करने में सक्षम है। पूरी तरह से एक्सपेंड होने के बाद यदि इसे छोड़ा जाता है, तो डिस्प्ले बिना किसी नुकसान के अपने मूल साइज (12-इंच) पर वापस आ जाता है।
LG ने फ्लेक्सिबल डिस्प्ले की परिभाषा को नया मोड़ देते हुए अपने लेटेस्ट स्ट्रेचेबल डिस्प्ले प्रोटोटाइप को दुनिया के सामने
पेश किया है, जो 12-इंच साइज में आता है, लेकिन इसे 50 प्रतिशत तक एक्सपेंड किया जा सकता है, जिसके मतलब है कि इसे खींचकर 18-इंच पर ले जाया जा सकता है। कंपनी का कहना है कि फुल कैपेसिटी पर स्ट्रेच करने पर भी डिस्प्ले 100 पिक्सल प्रति इंच का हाई रिजॉल्यूशन मेंटेन रखता है। इसके अलावा, अपने मैक्सिमम स्ट्रेच में यह फुल RGB कलर दिखाने में सक्षम है।
LG Display ने इसे कंपनी की "अल्टीमेट डिस्प्ले टेक्नोलॉजी" बताया है। वर्तमान में मार्केट में फ्लेक्सिबल डिस्प्ले की परिभाषा एक या अधिकतम दो फोल्ड होने योग्य डिस्प्ले है, जो हम मौजूदा फोल्डेबल स्मार्टफोन में देख चुके हैं। हालांकि, रबड़ की तरह खींचकर डिस्प्ले को बड़ा करना कई मायनों में एक क्रांति है। LG Display का कहना है कि यह "फैशन, वियरेबल्स, मोबिलिटी और गेमिंग" सहित विभिन्न इंडस्ट्री में इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी के मुताबिक इसे ऑटोमोबाइल और एविएशन इंडस्ट्री में भी जगह मिल सकती है।
LG Display ने शुरुआत में इस डिस्प्ले टेक्नोलॉजी को 2020 में दिखाया था, जब यह केवल 20 प्रतिशत तक स्ट्रेचेबल था। उस समय कंपनी ने बताया था पैनल कि क्वालिटी 100ppi पिक्सल डेंसिटी से लैस 40-इंच 4K टीवी के समान है।
LG Display ने दावा किया है कि प्रोटोटाइप 10,000 बार तक बार-बार खिंचाव का सामना कर सकता है। इसके अलावा, डिस्प्ले केवल 40 माइक्रोमीटर मापने वाले माइक्रो-एलईडी लाइट सोर्स का यूज करता है। यह अत्यधिक तापमान या एक्सटर्नल शॉक आदि का भी सामना करने में सक्षम बताया गया है।
LG Display का कहना है कि डिस्प्ले एक खास सिलिकॉन सब्सट्रेट पर बनाया गया है जिसका उपयोग कॉन्टैक्ट लेंस के लिए भी किया जाता है। इसमें माइक्रो-एलईडी है जो सीधे तारों के बजाय S-शेप स्प्रिंग्स के जरिए जुड़े हुए हैं ताकि ये बिना टूटे 50 प्रतिशत तक फैल सकें।