अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार मेकर Tesla का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1 लाख करोड़ डॉलर से पार हो चुका है। Tesla की वैल्यू जर्मनी की लग्जरी कार कंपनियों BMW, Daimler और फोक्सवैगन की कुल वैल्यू से लगभग चार गुना अधिक है। हालांकि, Tesla ने इन तीनों कंपनियों की तुलना में बहुत कम व्हीकल्स की डिलीवरी की है लेकिन इसकी डिलीवरी में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
Forbes की
रिपोर्ट के अनुसार, Tesla के मॉडल 3 और Y की डिलीवरी पिछले वर्ष लगभग 4,43,000 यूनिट की रही। यह Mercedes और BMW की ओर से की गई कारों की डिलीवरी का लगभग 20 प्रतिशत और Audi की तुलना में आधे से कुछ कम है। हालांकि, Tesla की डिलीवरी तेजी से बढ़ रही हैं और पिछले दो वर्षों में कंपनी की सेल्स में 50 प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़ोतरी हुई है। इसकी तुलना में जर्मनी की इन कार कंपनियों की डिलीवरी लगभग समान रही या उसमें गिरावट आई है। अगर Tesla इस ग्रोथ रेट को बरकरार रखती है जो इसकी वार्षिक डिलीवरी 2024 तक BMW और Mercedes के लगभग बराबर हो जाएगी।
Tesla की ओर से कंपनी के मॉडल्स की एवरेज प्राइसिंग के बारे में जानकारी नहीं दी जाती। मॉडल 3 और Y का एवरेज सेलिंग प्राइस लगभग 50,000 डॉलर होने का अनुमान है। इसकी तुलना में Mercedes की कारों का एवरेज प्राइस लगभग 46,000 डॉलर और BMW का लगभग 40,000 डॉलर है।
सुपर प्रीमियम सेगमेंट में Tesla के मॉडल S और X की डिलीवरी में हाल के वर्षों में कमी आई है। ये 2018 में लगभग एक लाख यूनिट से घटकर पिछले वर्ष लगभग 57,000 यूनिट रही थी। इसका बड़ा कारण कंपनी का पुराने मॉडल्स को नए फीचर्स के साथ लाना था। इसकी तुलना में फोक्सवैगन ग्रुप के सुपर प्रीमियम ब्रांड्स, Porsche और Bentley की डिलीवरी में बढ़ोतरी हुई है और पिछले वर्ष ये लगभग 2,64,000 यूनिट की रही। Tesla के मॉडल S और X का एवरेज सेलिंग प्राइस Porsche और Bentley ब्रांड्स के मॉडल्स समान 95,000 डॉलर से कुछ अधिक होने का अनुमान है। Tesla की कारें अभी EV सेगमेंट में टॉप पर हैं और यह मार्केट तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, इसमें नई कंपनियों के आने से Tesla के लिए कॉम्पिटिशन भी बढ़ेगा।