त्योहारी सीज़न में Amazon, Flipkart, JioMart समेत कुछ अन्य ऑनलाइन रिटेलर्स की चांदी होने जा रही है। उपभोक्ता खर्च पर इंडस्ट्री फोरकास्ट का पूर्वानुमान है कि 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच 47,900 करोड़ रुपये की बिक्री होगी। यह भी अनुमान है कि इस राशि का 75 प्रतिशत (लगभग 35,400 करोड़ रुपये) 15 अक्टूबर से 21 अक्टूबर के बीच खर्च किए जाएंगे, क्योंकि अमेज़न और फ्लिपकार्ट ने अपनी साल की अपनी सबसे बड़ी आयोजित की है।
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फोरकास्ट के पूर्वानुमान में कहा गया है कि भारत में 5.5 से 6 करोड़ खरीदार चल रही सेल में भाग लेंगे, जो ऑनलाइन रिटेलर्स के मुनाफे को बढ़ाएगा और वें त्सोहारी सीज़न में साल-दर-साल 34 प्रतिशत की वृद्धि देखेंगे। त्योहारी सीज़न के दौरान सबसे ज्यादा बिकने वाले प्रोडक्ट्स स्मार्टफोन बने रहेंगे और कुल खर्च का 34 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं का होगा, इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर पर 17 प्रतिशत, फैशन पर 16 प्रतिश और होमवेयर और फर्नीचर के साथ अप्लायंसेस पर 14 प्रतिशत और किराने पर 6 प्रतिशत खर्चा होगा।
अमेज़न ग्रेट इंडियन फेस्टिवल और फ्लिपकार्ट बिग बिलियन डेज़ सेल के दौरान भारी छूट के साथ-साथ लोगों द्वारा महामारी के समय झेली जा रही वित्तीय अनिश्चितताओं के बीच होने वाली बचत के चलते भी खूब खरीदारी हो रही है। इसके अलावा रिपोर्ट में सेल में हुई बढ़ोतरी का एक कारण लंबे समय तक लगे लॉकडाउन से खरीदारी में लगी रोक को भी बताया गया है। अमेज़न ने पहले ही दावा किया था कि इस सीज़न में ग्रेट इंडियन फेस्टिवल की अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी शहरों में गतिशीलता लगभग 40 प्रतिशत कम हो गई है। इसका अनुमान Google के कम्युनिटी मोबिलिटी रिपोर्ट डेटा से लगाया गया है, जो लोकप्रिय सार्वजनिक स्थानों, जैसे सुपरमार्केट, फार्मेसीज़, रेस्तरां, सिनेमा हॉल आदि में लोगों की आवाजाही को ट्रैक करता है और गतिशीलता को समझने के लिए सात दिनों के औसत डेटा सेट का हिसाब लगाता है। Google मोबिलिटी की 16 अक्टूबर की
रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व-महामारी के समय की बेसलाइन की तुलना में रिटेल और मनोरंजन वाली जगहों में गतिशीलता 31 प्रतिशत कम थी।