ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए फेस्टिव सीजन सेल्स के लिहाज से अच्छा रहा है। इन कंपनियों की सेल्स में वार्षिक आधार पर 25 प्रतिशत बढ़कर 75,000 करोड़ रुपये से अधिक की रही। इन कंपनियों में फ्लिपकार्ट सबसे आगे रही। Flipkart के पास Myntra और Shopsy जैसी कंपनियों भी हैं।
मार्केट रिसर्च फर्म Redseer ने बताया, "हमने फेस्टिव सीजन सेल्स लगभग 83,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान दिया था और यह ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) में 75,000 करोड़ रुपये से अधिक रही है, जो हमारे अनुमान से लगभग नौ प्रतिशत कम है। हालांकि, यह आंकड़ा भी काफी अधिक है। वार्षिक आधार पर सेल्स में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।" इस वर्ष की फेस्टिव सेल्स में
फ्लिपकार्ट की हिस्सेदारी लगभग 62 प्रतिशत की रही। फेस्टिव सेल के पहले सप्ताह में लगभग 40,000 करोड़ रुपये की GMV में फ्लिपकार्ट की हिस्सेदारी लगभग 62 प्रतिशत की थी। पिछली सेल्स की तरह फ्लिपकार्ट ने मार्केट में अपनी मजबूत पोजिशन को बरकरार रखा है।
पिछले वर्ष की तुलना में ऑनलाइन सेल्स में बढ़ोतरी हुई है। इसमें फैशन सेगमेंट वार्षिक आधार पर लगभग 32 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ आगे रहा। मोबाइल फोन्स की सेल्स लगभग सात प्रतिशत बढ़ी है। अप्लायंसेज सहित इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की सेल्स में लगभग 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। फेस्टिव सीजन सेल में
मोबाइल फोन्स की हिस्सेदारी अधिक रही। इसके बाद दूसरे स्थान पर फैशन सेगमेंट है। नए फोन को खरीदने के लिए सेल का इंतजार कर रहे अधिकतर लोगों ने फेस्टिव सीजन सेल्स के पहले सप्ताह में खरीदारी की थी। इसके बाद कम एवरेज सेलिंग प्राइस वाले आइटम्स की बिक्री में बढ़ोतरी हुई।
देश में ऑनलाइन खरीदारी करने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। इन लोगों की संख्या में लगभग 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। टियर 2 और अन्य शहरों में कस्टमर्स की संख्या लगभग 64 प्रतिशत बढ़ी है। ई-कॉमर्स और रिटेल कंपनियों की साइट्स पर 12 करोड़ से अधिक लोगों ने ऑर्डर दिए हैं। फेस्टिव सीजन सेल्स में स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को अपनी वार्षिक बिक्री का बड़ा हिस्सा मिलता है और इस वजह से ये कंपनियां इस सेल्स के दौरान अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए डिस्काउंट के साथ ही अन्य ऑफर की भी पेशकश करती हैं।