• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • चाइनीज स्पेस स्टेशन को टक्कर मारने से बचा स्टारलिंक का सैटेलाइट, मस्क पर भड़के चीन के लोग

चाइनीज स्पेस स्टेशन को टक्कर मारने से बचा स्टारलिंक का सैटेलाइट, मस्क पर भड़के चीन के लोग

चीन ने शिकायत की थी कि मस्क के स्टारलिंक प्रोग्राम के सैटेलाइट्स के साथ टकराव को रोकने लिए उसके स्पेस स्टेशन पर पीछे हटने के लिए दबाव बनाया गया। 

चाइनीज स्पेस स्टेशन को टक्कर मारने से बचा स्टारलिंक का सैटेलाइट, मस्क पर भड़के चीन के लोग

एलन मस्क ने अपने ट्वीट में कुछ सैटेलाइट्स के एडजस्ट करने की बात कही।

ख़ास बातें
  • Weibo पर यूजर्स का फूटा गुस्सा।
  • यूजर्स ने मस्क और स्टारलिंक को लेकर किए कमेंट्स।
  • अंतरिक्ष के मलबे को लेकर वैज्ञानिकों ने भी दी है चेतावनी।
विज्ञापन
चीन के नागरिकों ने अरबपति एलन मस्क के खिलाफ इंटरनेट पर जमकर गुस्सा निकाला। टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क को चीन के नागरिकों ने ऑनलाइन टारगेट किया। चीन ने शिकायत की थी कि मस्क के स्टारलिंक प्रोग्राम के सैटेलाइट के साथ टक्कर को रोकने लिए उसके स्पेस स्टेशन पर पीछे हटने के लिए दबाव बनाया गया। 

UN की स्पेस एजेंसी में चीन ने इस महीने की शुरुआत में एक डॉक्यूमेंट सबमिट करवाया जिसमें कहा गया है कि स्टारलिंक इंटरनेट सर्विसेज के सैटेलाइट के साथ चीन के स्पेस स्टेशन की दो बार टक्कर होने से बच गई। एक बार यह भिड़ंत 1 जुलाई को और दूसरी बार 21 अक्टूबर को टली। 

यूनाइटेड नेशन्स ऑफिस फॉर आउटर स्पेस अफेयर्स की वेबसाइट में प्रकाशित एक डॉक्यूमेंट में चीन ने कहा, "टकराव को रोकने के मकसद से चीन के स्पेस स्टेशन ने जरूरी रोकथाम के कदम उठाए।" शिकायतों की स्वतंत्र रूप से वैरीफिकेशन नहीं हो सकी है। स्पेसएक्स ने प्रतिक्रिया देने की रिक्वेस्ट पर तुरंत रेस्पोन्स नहीं दिया। 

Twitter की तरह ही चीन की माइक्रोब्लॉगिंग साइट Weibo पर एक यूजर ने लिखा कि स्टारलिंक के सैटेलाइट बस कचरे का ढ़ेर हैं। जबकि एक दूसरे यूजर ने उन्हें अमेरिका के स्पेस वॉर हथियार बताया।   

कहा जाता है कि धरती के ऑर्बिट में 30 हजार के लगभग सैटेलाइट और दूसरी तरह का मलबा लगातार चक्कर लगाता रहता है। वैज्ञानिकों ने देशों की सरकारों से जोर देकर कहा है कि इनके डेटा को शेयर करें ताकि स्पेस में अचानक होने वाले टकरावों से बचा जा सके। अकेले SpaceX ने 1900 सैटेलाइट का निर्माण किया है जो स्टारलिंक के ब्रॉडबैंड नेटवर्क के लिए काम करते हैं। कंपनी अभी और भी अधिक सैटेलाइट बनाने की योजना पर काम कर रही है। Weibo पर एक यूजर Chen Haiying ने लिखा कि स्टारलिंक के सैटेलाइट्स के कारण जोखिम लगातार बढ़ता जा रहा है।

अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा को नवंबर के अंत में अंतरिक्ष में फैले कचरे के कारण अचानक ही एक स्पेस यात्रा को रोकना पड़ गया था। ट्वीट में मस्क ने कहा कि स्टारलिंक के कुछ सैटेलाइट्स के ऑर्बिट को एडजस्ट कर दिया गया है ताकि टकराव की संभावना कम हो जाए। 

चीन ने अप्रैल में Tianhe के लॉन्च के साथ स्पेस स्टेशन बनाने की शुरुआत की थी। Tianhe स्पेस स्टेशन के तीन मॉड्यूल में से सबसे बड़ा है। क्रू के साथ चार मिशन होने के बाद अब इस स्पेस स्टेशन के 2022 के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Royal Enfield की पहली इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल Flying Flea C6 अगले वर्ष होगी लॉन्च  
  2. भारत में iPhone की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने पर नाराज हुए अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump
  3. Netflix की ऐडवर्टाइजमेंट वाली सर्विस के सब्सक्राइबर्स हुए 9 करोड़ से ज्यादा
  4. OnePlus के Ace 5 Racing Edition, Ace 5 Ultra का अगले सप्ताह होगा लॉन्च
  5. जुलाई से इन 7 Redmi और Poco फोन्स को नहीं मिलेगा अपडेट, कहीं आपका भी तो नहीं इनमें से एक?
  6. Samsung Galaxy S25 मिल रहा है Rs 11 हजार तक सस्ता, ऐसे उठाएं इस ऑफर का फायदा
  7. Vivo का सरप्राइज! 12GB रैम, 6000mAh बैटरी वाला Vivo V50 Elite Edition फोन लॉन्च, FREE मिल रहे ईयरबड्स
  8. क्रिप्टो मार्केट में गिरावट, बिटकॉइन का प्राइस 1,02,000 डॉलर से नीचे
  9. 144Hz डिस्प्ले, 50MP कैमरा और 120W चार्जिंग के साथ आएगा iQOO Neo 10, जानें कितनी होगी कीमत?
  10. OnePlus 15 के कैमरा स्पेसिफिकेशंस फिर लीक, 6500+mAh बैटरी, 100W चार्जिंग से होगा लैस!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »