Elon Musk ने शुक्रवार को Twitter को खरीदने की डील से अपना हाथ वापस खींच लिया। एलन मस्क ने सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर पर आरोप लगाया कि कंपनी फेक अकाउंट्स की जानकारी देने में फेल हो गई है। उधर ट्विटर के चेयरमैन ब्रेट टायलो ने कहा कि बोर्ड इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा ताकि मर्जर एग्रीमेंट को लागू किया जा सके।
Twitter को एलन मस्क की ओर से भेजे गए
पत्र में कहा गया है कि कंपनी एलन मस्क को पर्याप्त सूचना देने में सफल नहीं हो पाई है। वहीं, शर्तों में एक शर्त ये भी है कि अगर एलन मस्क इस डील से इनकार करते हैं तो उन्हें 1 बिलियन डॉलर की रकम हर्जाने के रूप में भरनी होगी। एलन मस्क पर एक मुकदमा पहले से चल रहा है जिसमें उन पर ट्विटर के शेयरों को गिराने का आरोप लगाया गया है। मई में एलन मस्क ने कहा कि वह डील को तब तक होल्ड पर डाल रहे हैं जब तक कि कंपनी ये साबित नहीं कर देती कि इसके कुल यूजर्स में स्पैम बॉट या फेक अकाउंट्स केवल 5 प्रतिशत हैं।
पिछले महीने ही एलन मस्क ने ट्विटर को चेतावनी भी दी थी कि अगर कंपनी अपने फेक अकाउंट्स की जानकारी देने में विफल हो जाती है तो वह डील से वापस हट सकते हैं। इसी के जवाब में ट्विटर ने मस्क से इसके रॉ डेटा के फायरहोज की एक्सेस देने की पेशकश की थी, जिसमें रोजाना लाखों ट्वीट आते हैं। ट्विटर ने कहा था कि ये प्राइवेट डेटा असली अकाउंट्स को स्पैम की तरह पहचान किए जाने से रोकता है।
Twitter इस बात पर जमा रहा कि सॉफ्टवेयर से चलने वाले इसके अकाउंट्स 5 प्रतिशत से ज्यादा नहीं है, जो कि इन्सानों द्वारा नहीं चलाए जाते हैं। जबकि मस्क का कहते रहे कि उनको लगता है कि बॉट अकाउंट्स की संख्या 5 प्रतिशत से कहीं ज्यादा है। इन्हीं बॉट अकाउंट्स की वजह से मस्क ने इस डील से अपना हाथ खींच लिया है।
अप्रैल में Elon Musk ने Twitter के साथ 54.20 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से लगभग 44 बिलियन डॉलर में ये डील की थी। उसके बाद मई में मस्क ने इस डील को होल्ड पर डाल दिया। उन्होंने अपनी टीम से कहा कि ट्विटर के उस दावे, जिसमें वह साइट पर 5 प्रतिशत से कम बॉट अकाउंट्स होने की बात कह रहा है, की जांच करे।