दिल्ली-एनसीआर के तमाम स्कूलों में बुधवार सुबह हड़कंप मच गया। कम से कम 100 स्कूलों को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई। खबर सामने आने के बाद स्टूडेंट्स और पैरंट्स के बीच दहशत फैल गई और स्कूल बंद किए जाने लगे। दिल्ली पुलिस की साइबर टीम मामले की जांच में जुट गई है। मिंट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बम की धमकी वाले ई-मेल रूस से भेजे गए थे। कथित तौर पर डोमेन 'mail.ru' से स्कूलों को ई-मेल भेजने के लिए सिंगल आईपी अड्रेस का इस्तेमाल किया गया था। एएनआई ने सोर्सेज के हवाले से बताया है कि इस तरह के ई-मेल आमतौर पर VPN कनेक्शन का यूज करके भेजे जाते हैं, ताकि मेल भेजने वाला अपने मूल आईपी अड्रेस को छिपा सके।
What is mail.ru
एक
रिपोर्ट के अनुसार, mail.ru रूसी वेबमेल सर्विस है, जिसे साल 1998 में लॉन्च किया गया था। यह रूस और यूरोपीय महाद्वीप का सबसे बड़ा वेबमेल प्रोवाइडर है, जिसके 100 मिलियन से ज्यादा एक्टिव ई-मेल अकाउंट्स हैं। यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा मेल प्रोवाइडर है।
तो क्या रूस से भेजा गया धमकी भरा ई-मेल?
जैसाकि हमने आपको बताया इस तरह के ई-मेल आमतौर पर VPN कनेक्शन का यूज करके भेजे जाते हैं, ताकि मेल भेजने वाला अपने मूल आईपी अड्रेस को छिपा सके। ऐसे में यह जरूरी नहीं कि मेल रूस से भेजे गए हों। देश में बैठकर या किसी और देश से भी दुश्मन ऐसी साजिशों को अंजाम दे सकते हैं।
IP अड्रेस को ट्रेस कर रही पुलिस
मामले की जांच कर रही पुलिस टीम उस आईपी अड्रेस को ट्रेस करने में जुटी है, जिससे मेल भेजा गया। अगर इसमें कामयाबी मिलती है, तो ई-मेल भेजने वाले की पहचान करना आसान हो जाएगा। पुलिस यह जांच भी कर रही है कि ई-मेल वाकई धमकाने के मकसद से भेजा गया या इसमें कोई शरारत है।