Amazon ने भारत में एक प्रोग्राम की शुरुआत की है, जिसका नाम है ‘Local Shops on Amazon'। इस प्रोग्राम के अंतर्गत अमेज़न ने अपने व्यवसाय को बढ़ाते हुए इसे लोकल दुकानदारों से जोड़ लिया है। अमेज़न के इस कदम का उद्देश्य रिलायंस रिटेल के JioMart को टक्कर देना है और इसके जरिए फ्लिपकार्ट की मुश्किलें बढ़ाना है। बता दें, कंपनी पिछले 6 महीने से 5,000 से भी ज्यादा ऑफलाइन रिटेलर्स और दुकानदारों के साथ इस पायलेट प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इसके अलावा, अमेज़न ने नए छोटे-लोकल दुकानदारों को भी अपने इस प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया है। कंपनी अपने इस प्रोग्राम में 10 करोड़ से ज्यादा का निवेश करने वाली है।
ग्राहकों को ऑनलाइन ऑर्डर करने की सहूलियत देने और ऑफलाइन दुकानदारों को स्केलेबिल्टी प्रदान करने के लिए अमेज़न ने इस नए प्रोग्राम की शुरुआत की है। कंपनी पहले से ही बड़े शहरों के साथ-साथ tier-1 और tier-2 शहरों के विक्रेताओं के साथ पार्टनरशिप कर चुकी है, जिनमें अहमदाबाद, कोयम्बटूर, दिल्ली, फरीदाबाद, हैदराबाद, इंदौर, जयपुर, लखनऊ, मुंबई, पुणे, सहारनपुर, और सूरत जैसे शहर शामिल हैं। यह प्रोग्राम केवल लोकल किराने की दुकान व बिजली की दुकान तक सीमित नहीं है। असल में कंपनी ने देश के 100 से अधिक शहरों में अन्य विक्रेताओं को भी इस प्रोग्राम से जोड़ा है, जिसमें ऑटोमोटिव, बुक्स, फर्नीचर, होम डेकोर, घरेलू उपकरण, स्पोर्ट्स और खिलौने के विक्रेता भी शामिल हैं।
अमेज़न के इस प्रोग्राम में जिन ऑफलाइन रिटेलर्स को शामिल किया जा रहा है, उनसे केवल एक ही शर्त रखी गई है कि वह सामान की डिलीवरी एक दिन या फिर अगले एक दिन तक पूरा कर दें। इसकी मदद से अमेज़न पर भी अपने डिलीवरी एग्जीक्यूटिव की संख्या बढ़ाने का बोझ नहीं पड़ेगा।
इसके अलावा ऑफलाइन रिटेलर्स को एक हाल ही में लॉन्च हुआ Amazon Delivery App प्रदान किया जाएगा, जिसकी मदद से वह अपने ग्राहक को प्रोडक्ट डिलिवरी की अपडेट दे सकेंगे और जिसके द्वारा अमेज़न शीपमेंट को ट्रैक कर सकेगा।
यकीनन अमेज़न का यह लोकल शॉप ऑन अमेज़न प्रोग्राम कंपनी के लिए लाभदायक साबित होगा। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा पूरे देशभर में लॉकडाउन लगाया हुआ है, जिस कारण अमेज़न और अमेज़न की प्रतिद्वंद्वी कंपनी फ्लिपकार्ट बड़ी संख्या में ऑडर्स डिलीवर नहीं कर पा रही। हालांकि, अब लोकल शॉप प्रोग्राम अमेज़न की इस समस्या को दूर करने में मदद करेगा।
लोकल विक्रेता अमेज़न इंडिया की वेबसाइट पर जाकर इस प्रोग्राम का हिस्सा बन सकते हैं। वेबसाइट पर इस प्रोग्राम के लिए एक
पेज बनाया गया है, जो कहता है कि इस पहल में शामिल होने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सामान बेचने का स्टैंडर्ड शुल्क लोकल शॉप सेलर्स पर लागू होगा।