Goa के समुद्री तटों पर AI रोबोट बचाएंगे लोगों की जान, नाम है Aurus और Triton

Drishti Marine का Aurus रोबोट आपातकालीन परिस्थितियों में पेट्रोलिंग से लेकर बहुभाषी नोटिफिकेशन्स प्रदान करने का काम करेगा।

Goa के समुद्री तटों पर AI रोबोट बचाएंगे लोगों की जान, नाम है Aurus और Triton

Photo Credit: iStockphoto.com

पिछले कुछ समय से गोवा में समुद्र तट से संबंधित घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है

ख़ास बातें
  • Drishti Marine ने Goa के तटीय क्षेत्रों में तैनात किए AI रोबोट
  • इनका काम लाइफ गार्ड को रियल टाइम अपडेट देना और निगरानी करना है
  • पिछले 2 वर्षों में तटीय क्षेत्र में बचाव की 1,000 से अधिक घटनाएं देखी गई
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Goa में राज्य द्वारा नियुक्त लाइफ गार्ड संगठन द्रष्टि मरीन (Drishti Marine) ने हाल ही में अपनी लाइफ सेविंग क्षमताओं को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को एक सेल्फ-ड्राइविंग रोबोट Aurus और एक AI-पावर्ड मॉनिटरिंग सिस्टम Triton के रूप में पेश किया। यह अब गोवा के बीच में लोगों की जान बचाने का काम करेंगे। अकसर देखा जाता है कि समुद्र किनारे बीच (beach) पर लोगों की जान खतरे में पड़ जाती है, जिसे बचाने के लिए वहां लाइफ गार्ड मौजूद होते हैं, लेकिन फिर भी बड़ा क्षेत्र होने के कारण कई लाइफ गार्ड्स को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। अब, Drishti Marine का दावा है कि AI से लैस ये रोबोट सुरक्षा की अतिरिक्त लेयर का काम करेंगे।

Mint के अनुसार, Drishti Marine का Aurus रोबोट आपातकालीन परिस्थितियों में पेट्रोलिंग से लेकर बहुभाषी नोटिफिकेशन्स प्रदान करने का काम करेगा। इसके अलावा, AI बॉट में 100 किलो का पेलोड ले सकता है, इसलिए इसका इस्तेमाल लॉजिस्टिक सपोर्ट व्हीकल के रूप में भी किया जा सकता है। इसके अलावा, यह भी बताया गया है कि ऑरस ने तट के साथ लगभग 130 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 110 घंटे का स्वायत्त कार्य पूरा कर लिया है।

रिपोर्ट बताती है कि पिछले कुछ समय से गोवा में समुद्र तट से संबंधित घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। बताया गया है कि पिछले दो वर्षों में, तटीय क्षेत्र में बचाव की 1,000 से अधिक घटनाएं देखी गई हैं। हालांकि, अब इनमें गिरावट आने की उम्मीद है, क्योंकि दोनों रोबोट AI-मॉनिटरिंग कैमरा-आधारित सिस्टम से लैस हैं, जो निगरानी करने में सक्षम हैं, जोखिमों का आकलन और पता लगा सकते हैं, ऑन-ड्यूटी लाइफ गार्ड के साथ रियल-टाइम जानकारी शेयर कर सकते हैं।

ऑरस के साथ, ट्राइटन एआई सिस्टम का मुख्य काम नॉन-स्विम जोन की पूरी तरह से एआई-आधारित निगरानी प्रदान करना होगा, जिससे पर्यटकों को खतरे के प्रति सचेत किया जा सके और निकटतम लाइफसेवर को सूचित किया जा सके। यह समुद्र तटों की व्यापक कवरेज प्रदान करने के लिए ऑरस के साथ मिलकर काम करेगा। यह उच्च ज्वार (हाई टाइड) के दौरान और खतरे वाले क्षेत्रों में पानी में प्रवेश करने वाले पर्यटकों की पहचान करने में लाइफ गार्ड की मदद करेगा।

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नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी

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