इलेक्ट्रिक रिक्शा, इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक स्कूटर के बाद अब जल्द देश के किसान अपने खेतों को इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर से जोतते नजर आएंगे। देश में कुछ युवाओं ने कई वर्षों की महनत के बाद Marut E-Tract 3.0 नाम से एक इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर का निर्माण किया है। इस ट्रैक्टर के डिजाइन को भी दिखाया गया है और साथ ही इस इलेक्ट्रिक वाहन को iCAT (इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी) का अप्रूवल भी मिल गया है। अब, Marut E-Tract 3.0 के डेवलपर इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को बाजार में लाने के लिए निवेश का इंतजार कर रहे हैं।
मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 एक छोटा इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर है, जिसे किसान-इंजीनियर निकुंज कोराट और गुजरात में उनके भाइयों द्वारा लगभग 1 करोड़ रुपये के निवेश के साथ विकसित किया गया है। जैसा कि हमने बताया, इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को iCAT का सर्टिफिकेशन मिल चुका है। स्टार्टअप ने बताया कि इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की टार्गेट कीमत 5.5 लाख रुपये लेकर चला जा रहा है और इसके व्यावसायीकरण, निवेशक सहायता और फेम सब्सिडी के लिए फंड की मांग की जा रही है।
ET के
अनुसार, करीब चार साल पहले दिल्ली में इलेक्ट्रिक रिक्शा की लहर चली थी, जिससे निकुंज को विचार आया कि अगर ऑन-रोड वाहन बिजली से चल सकते हैं, तो खेती में भी बिजली जा सकती है।
Marut E-Tract 3.0 सिंगल चार्ज में 6 से 8 घंटे की रेंज का दावा करता है। निकुंज के मुताबिक इसे 4 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है। उन्होंने दावा किया है कि "जो भी एप्लिकेशन एक छोटा डीजल ट्रैक्टर कर सकता है, मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 भी कर लेगा।"
निकुंज को ई-ट्रैक्ट 3.0 को विकसित करने के लिए अपने गांव के किसानों से अच्छी मात्रा में सपोर्ट मिला है, लेकिन फिर भी, उनके लिए अपने इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर के लक्ष्य मूल्य 5.5 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए अच्छी संख्या में ग्राहकों को प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। एक छोटे डीजल ट्रैक्टर की कीमत लगभग 2.5 लाख रुपये होती है।
पब्लिकेशन को निकुंज ने तर्क दिया कि जहां इस ई-ट्रैक्टर के अधिग्रहण की लागत अधिक होगी, इसके 15,000 घंटे से अधिक के संचालन और रखरखाव की लागत इसके समान डीजल ट्रैक्टर का 1/10वां हिस्सा हो सकती है। मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 में शामिल LFP (लिथियम आयरन फॉस्फेट) केमिस्ट्री से लैस लीथियम-आयन बैटरी पैक की लाइफ साइकिल 15,000 घंटे होने की उम्मीद है।
निकुंज की अनुमानित गणना कहती है कि एक डीजल ट्रैक्टर एक घंटे में लगभग एक लीटर डीजल की खपत करता है, और इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को चलाने की लागत सिर्फ 10 रुपये प्रति घंटा है।
निकुंज भारत सरकार की FAME सब्सिडी में ट्रैक्टरों को भी कवर करने का अनुरोध कर रहे हैं, यह देखते हुए कि भारत एक बड़ी कृषि अर्थव्यवस्था है। रिपोर्ट बताती है कि यदि ऐसा होता है, तो मारुत ई-ट्रैक्ट 3.0 जैसे इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर पर सब्सिडी लगभग 1.5 लाख रुपये होगी।