• होम
  • electric vehicle
  • ख़बरें
  • इलेक्ट्रिक कार या CNG कार, जानें किसे खरीदना सही विकल्प? पर्यावरण को किससे है ज्यादा नुकसान

इलेक्ट्रिक कार या CNG कार, जानें किसे खरीदना सही विकल्प? पर्यावरण को किससे है ज्यादा नुकसान

भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल ही पर्यावरण के अनुकूल नजर आ रहा है। मगर फिलहाल के लिए अगर लागत और खर्च के हिसाब से देखा जाए तो सीएनजी कार और इलेक्ट्रिक कार एक दूसरे को टक्कर देती ही नजर आ रही हैं।

इलेक्ट्रिक कार या CNG कार, जानें किसे खरीदना सही विकल्प? पर्यावरण को किससे है ज्यादा नुकसान

Photo Credit: Tata Motors

ख़ास बातें
  • सीएनजी और इलेक्ट्रिक कारों के फायदे और नुकसान क्या हैं।
  • सीएनजी कार में ग्राहकों को बूट की स्पेस की कमी से जूझना पड़ता है।
  • केंद्र सरकार और राज्य सराकारों द्वारा सब्सिडी भी मिलती है।
विज्ञापन
प्रदूषण को कम करने के लिए और रोजाना के फ्यूल की लागत को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक कारों का विकल्प सामने आ रहा है। ऐसे में जब किसी नई इलेक्ट्रिक कार की कीमत आमतौर पर आने वाली नॉर्मल पेट्रोल-डीजल से चलने वाली कारों के मुकाबले काफी ज्यादा है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि इतना ज्यादा खर्च करने से बेहतर है कि हम सीएनजी वाले ऑप्शन पर जाएं, क्योंकि इससे भी प्रदूषण कम होता है और यह चलाने में भी पेट्रोल-डीजल की कारों के मुकाबले किफायती हैं। अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि सीएनजी और इलेक्ट्रिक कारों के फायदे और नुकसान क्या हैं।

जब से पेट्रोल के दाम बढ़े हैं और डीजल की कारों की सीमा 10 साल की गई है तो उसके बाद से लोगों ने सीएनजी कारों को खरीद पर ज्यादा जोर दिया है।

CNG कारों के फायदे:
सीएनजी कार कंप्रेस्ड नेचुरल गैस पर चलती हैं जो कि भारत में काफी समय से मौजूद हैं।
सीएनजी कारों के इस्तेमाल पर जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता में कमी होती है और चलाने की लागत कम रहती है। 
सीएनजी की कीमत पेट्रोल और ईंधन की कीमतों से काफी कम है। 
सीएनजी कारों में पेट्रोल या डीजल पर चलाने का ऑप्शन भी मिलता है। ऐसे में सीएनजी खत्म होने पर कार के रुकने का डर नहीं रहता है।
सीएनजी कारें पेट्रोल या डीजल के मुकाबले कम प्रदूषण करती हैं।

CNG कारों के नुकसान:
सीएनजी कार में ग्राहकों को बूट की स्पेस की कमी से जूझना पड़ता है, क्योंकि सीएनजी किट और सिलेंडर बूट स्पेस का बड़ा हिस्सा कवर करती है।
सीएनजी देश भर में बड़े स्तर पर हर जगह उपलब्ध नहीं है तो आप सिर्फ सीएनजी पर निर्भर भी नहीं हो सकते हैं।
सीएनजी का इस्तेमाल करने पर आमतौर पर परफॉर्मेंस पर काफी असर होता है।
सीएनजी कारें आमतौर पर पेट्रोल मॉडल के मुकाबले महंगी आती हैं। अगर बाहर से किट लगवाई जाती है तब थोड़ी बचत हो सकती है।

इलेक्ट्रिक कारों के फायदे:
भारत में ईवी को हाल ही में बढ़ावा मिला, क्योंकि कई राज्यों ने इलेक्ट्रिक वाहन नीतियों की घोषणा की।
फिलहाल ईवी खरीदने पर केंद्र सरकार और राज्य सराकारों द्वारा सब्सिडी भी मिलती है।
EV खरीदने पर कुछ जगहों पर RTO फीस या रोड टैक्स नहीं लगता है।
इलेक्ट्रिक वाहन चलाने में काफी ज्यादा सस्ते होते हैं क्योंकि ईवी की रनिंग कॉस्ट एक रुपये से भी कम है। यह सीएनजी वाहन से भी ज्यादा किफायती है।
इलेक्ट्रिक वाहनों का मेंटेनेंस बेहद कम होता है, क्योंकि इनकी सामान्य रूप से सर्विस की जरूरत नहीं होती है।
ईवी चलाने पर ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण दोनों नहीं होता है।
ईवी पर्यावरण के अनुकूल हैं।

इलेक्ट्रिक कारों के नुकसान:
जब बात इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत की होती है तो यह काफी महंगी साबित होती हैं।
बैटरी की अधिक कॉस्ट के चलते इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत सामान्य कारों की तुलना में अधिक है। 
इलेक्ट्रिक वाहनों की रेंज उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि बैटरी खत्म होने पर आपकी कार बिलकुल रुक जाएगी।
फ्यूल आप आसानी से भरवा सकते हैं, लेकिन EV चार्जिंग स्टेशन खोजना आसान नहीं है। बड़े शहरों में ये मिल भी जाएं, लेकिन छोटे शहरों में इनका मिलना भी नामुमकिन है।
अधिकतर इलेक्ट्रिक कार सिंगल चार्ज में 400 किमी से कम की रेंज प्रदान करते हैं, जिससे लंबी दूरी की ड्राइविंग के लिए इनका इस्तेमाल मुश्किल है।

निष्कर्ष की बात करें तो भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल ही पर्यावरण के अनुकूल नजर आ रहा है। मगर फिलहाल के लिए अगर लागत और खर्च के हिसाब से देखा जाए तो सीएनजी कार और इलेक्ट्रिक कार एक दूसरे को टक्कर देती ही नजर आ रही हैं।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

साजन चौहान

साजन चौहान Gadgets 360 में सीनियर सब एडिटर हैं। उन्हें विभिन्न प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Sony ने की 20 अरब इमेज सेंसर्स की बिक्री, स्मार्टफोन कैमरा ने बढ़ाई डिमांड
  2. रोबोट समझेंगे आपके जज्बात! इस नई तकनीक से वैज्ञानिक कर रहे दावा
  3. 64MP कैमरा, 6050mAh बैटरी जैसे तगड़े फीचर्स वाला रग्ड फोन Ulefone Armor X31 Pro लॉन्च, जानें कीमत
  4. 16GB रैम, 6400mAh बैटरी वाले OnePlus Ace 5, Ace 5 Pro फोन के फुल स्पेसिफिकेशन लॉन्च से पहले लीक!
  5. BSNL लॉन्च करेगी eSIM, अगले वर्ष जून तक पूरे देश में होगा 4G नेटवर्क
  6. 'HR करेंगे बात ...' Ola सीईओ भाविश अग्रवाल का यह ईमेल सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल, जानें वजह
  7. Realme 14x 5G vs Poco M7 Pro 5G: Rs 15 हजार में कौन सा है दमदार स्मार्टफोन? जानें
  8. WhatsApp New Year Stickers: नए साल 2025 के लिए Whatsapp में आए खास फीचर्स, ऐसे करें इस्तेमाल
  9. Maruti Suzuki की 500 Km रेंज वाली e Vitara इलेक्ट्रिक SUV का भारत में लॉन्च कंफर्म! जानें क्या होगा खास?
  10. गलती से iPhone मंदिर की दानपेटी में गिरा, वापस मांगा तो प्रशासन बोला- 'नहीं मिलेगा, अब यह भगवान का ...'
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »