BrahMos : भारत की सबसे ताकतवर मिसाइलों में से एक ब्रह्मोस (BrahMos) अब फिलीपीन को मिलने जा रही है। शुक्रवार को फिलीपीन को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की पहली खेप सौंपी जा सकती है। दक्षिण पूर्व एशिया के देश फिलीपीन के साथ इस हथियार प्रणाली की सप्लाई के लिए 37.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर का करार 2 साल पहले किया गया था और अब सप्लाई हो रही है। इंडियन एयरफोर्स का एक मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट मिसाइल और लांचरों को लेकर फिलीपीन के लिए रवाना हो सकता है।
रिपोर्टों के अनुसार, ब्रह्मोस को फिलीपीन मरीन कॉर्प्स को सौंपा जाएगा। ब्रह्मोस के मिलने से फिलीपीन की ताकत बढ़ जाएगी और यह चीन के लिए बड़ी चुनौती होगा। गौरतलब है कि दक्षिण चीन सागर में चीन और फिलीपीन के बीच काफी वर्षों से तनाव है।
दक्षिण चीन सागर में स्थित सेकंड थॉमस शोल (Second Thomas Shoal) पर चीन और फिलीपीन दोनों अपना दावा जताते आए हैं। हाल में भारत ने कहा था कि वह फिलीपीन की संप्रभुता का समर्थन करता है। इस बयान ने ड्रैगन को भड़का दिया था।
What is BrahMos Missile
जैसाकि हमने बताया BrahMos एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। इसे भारत और रूस ने मिलकर तैयार किया है। दोनों देशों के बीच 1998 में ब्रह्मोस बनाने के लिए एग्रीमेंट हुआ था। 2007 में भारत को पहली ब्रह्मोस मिली थी। ना सिर्फ भारतीय थल सेना बल्कि एयरफोर्स में भी इसे शामिल किया गया है। ब्रह्मोस 2 के डेवलपमेंट पर भी काम चल रहा है।
How BrahMos Missile works
मीडियाा रिपोर्टों के अनुसार, ब्रह्मोस को जमीन से लॉन्च किया जा सकता है। इसे शिप, एयरक्राफ्ट, पनडुब्बी से भी फायर किया जा सकता है। जमीन या समुद्र से लॉन्च होने पर यह 2500 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दुश्मन को तबाह कर सकती है। यह 290 किलोमीटर की रेंज में मार कर सकती है। कहा जाता है कि ब्रह्मोस 2 की रेंज 1500 किलोमीटर तक होगी।