यूक्रेन में सरकार ने युद्ध के हालातों के बीच क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला लिया है। गुरूवार को यूक्रेन सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता दे दी है। यूक्रेन की संसद ने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कानून को पास कर दिया है और अब इस देश में क्रिप्टोकरेंसी को वैध घोषित कर दिया गया है। हालांकि, यूक्रेन और रूस के बीच अभी भारी तनाव बना हुआ है और देश में युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। इन सब के बीच देश की सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर ये अहम फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी कानून पास करने के लिए संसद में एक बिल पेश किया गया जिसके सपोर्ट में 272 सांसदों ने अपना वोट डाला। जबकि 6 सांसद इसके विरोध में थे। संसद में यह कानून पास होने के बाद यूक्रेन के उप प्रधानमंत्री Mykhailo Fedorov ने ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए भी इस फैसले के बारे में अपने विचार बताए।
अपने ट्विटर पोस्ट में मायखैलो फेडोरोव ने कहा, "हम इसके पहले से ही क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल के मामले में दुनिया के टॉप-5 देशों में शामिल हैं। आज हमने एक और कदम आगे बढ़ाया है। संसद ने क्रिप्टोकरेंसी पर कानून पास किया है। अब क्रिप्टोकरेंसी लीगल होगी और यूक्रेन के लोग एसेट्स के दुरुपयोग व धोखाधड़ी से बच सकेंगे।"
यूक्रेन में क्रिप्टोकरेंसी कानून पास होने का असर क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों पर भी दिखा। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत में बढ़ोत्तरी हुई। इसके साथ ही अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में भी इजाफा देखा गया। यूक्रेन में क्रिप्टोकरेंसी लीगल होने की खबर के बाद बिटकॉइन में 3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। खबर लिखे जाने तक भारत में बिटकॉइन की कीमत 32.5 लाख रुपये थी।
विश्वभर में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर देशों की सरकारें सकारात्मक कदम उठा रही हैं और डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल ट्रेडिंग के साथ साथ अब पेमेंट्स के रूप में भी किया जाने लगा है। हालांकि, भारत में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी को लीगल नहीं किया गया है। क्रिप्टोकरेंसी के साथ कई तरह की चुनौतियां भी हैं क्योंकि इन्हें गुमनाम तरीके से एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर किया जा सकता है और इसकी ट्रैकिंग कर पाना आसान नहीं है।