क्रिप्टो माइनिंग और ट्रांजैक्शंस पर पाबंदियां लगा सकता है रूस

पिछले कुछ वर्षों से रूस में अथॉरिटीज की ओर से क्रिप्टोकरंसीज पर पाबंदियां लगाने की जरूरत बताई जा रही है

विज्ञापन
अपडेटेड: 21 जनवरी 2022 15:49 IST
ख़ास बातें
  • रूस में दो वर्ष पहले क्रिप्टोकरंसीज को कानूनी दर्जा दिया गया था
  • यूरोप के देश कोसोवो ने हाल ही में बिटकॉइन माइनिंग पर प्रतिबंध लगाया था
  • भारत में भी क्रिप्टोकरंसीज पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ चुकी है

बैंक ऑफ रशिया ने गुरुवार को क्रिप्टोकरंसी पेमेंट्स और क्रिप्टोकरंसी माइनिंग पर प्रतिबंध लगाने को कहा

रूस के सेंट्रल बैंक ने क्रिप्टोकरंसीज पर सख्ती करने का प्रपोजल दिया है। इससे क्रिप्टो सेगमेंट पर बड़ा असर पड़ सकता है क्योंकि रूस क्रिप्टो माइनिंग करने वाले बड़े देशों में से एक है। इससे पहले चीन ने भी बिटकॉइन माइनिंग पर रोक के साथ ही क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस पर पाबंदियां लगाई थी। कुछ अन्य देश भी बिटकॉइन माइनिंग से इलेक्ट्रिसिटी की खपत बढ़ने के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। यूरोप के देश कोसोवो ने भी हाल ही में बिटकॉइन माइनिंग पर प्रतिबंध लगाया था।

पिछले कुछ वर्षों से रूस में अथॉरिटीज की ओर से क्रिप्टोकरंसीज पर पाबंदियां लगाने की जरूरत बताई जा रही है क्योंकि क्रिप्टोकरंसीज का इस्तेमाल गैर कानूनी गतिविधियों के लिए होने की आशंका है। रूस में दो वर्ष पहले क्रिप्टोकरंसीज को कानूनी दर्जा दिया गया था लेकिन पेमेंट्स में इनके इस्तेमाल की स्वीकृति नहीं दी गई है। बैंक ऑफ रशिया ने गुरुवार को क्रिप्टोकरंसी पेमेंट्स और क्रिप्टोकरंसी माइनिंग पर प्रतिबंध लगाने को कहा। इसके साथ ही इनकी ट्रेडिंग को लेकर सख्त कानून बनाने की मांग भी की गई है। बैंक ऑफ रशिया की ओर से प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है, "क्रिप्टोकरंसीज के इस्तेमाल से रूस के नागरिकों और फाइनेंशियल सिस्टम को नुकसान हो सकता है।" इसमें कहा गया है कि क्रिप्टोकरंसीज की ट्रेडिंग बढ़ने के कारण सट्टेबाजी से होने वाली डिमांड है।

रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टोकरंसीज "पिरामिड स्कीमों" की तरह हैं क्योंकि इनकी वैल्यू मार्केट में नए लोगों के आने से बढ़ती है। रूस में क्रिप्टोकरंसीज की वार्षिक ट्रांजैक्शंस लगभग 5 अरब डॉलर (लगभग 37,270 करोड़ रुपये) होने का अनुमान है। इससे पहले ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया था कि रूस की सिक्योरिटी एजेंसी FSB ने बैंक ऑफ रशिया की हेड,  Elvira Nabiulina से क्रिप्टोकरंसीज पर बैन लगाने को लेकर बातचीत की है।  FSB को आशंका है कि क्रिप्टोकरंसीज ट्रांजैक्शंस का इस्तेमाल विपक्षी दलों और सरकार का विरोध करने वाले संगठनों की मदद के लिए किया जा रहा है।

भारत में भी क्रिप्टोकरंसीज पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ चुकी है। केंद्र सरकार ने क्रिप्टोकरंसीज से जुड़ा कानून बनाने की तैयारी की है। इससे जुड़ा विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र में प्रस्तुत करने की योजना थी लेकिन इसे टाल दिया गया है। स्वदेशी जागरण मंच जैसे कुछ संगठन क्रिप्टोकरंसीज का विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि क्रिप्टोकरंसीज से अवैध गतिविधियां बढ़ सकती हैं। भारत में क्रिप्टोकरंसीज में ट्रेड करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। 
 
 

ये भी पढ़ेंभारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Crypto, Bitcoin, Russia, Mining, Government, Ban, FSB
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Poco का 50MP कैमरा, 5160mAh बैटरी वाला स्मार्टफोन हुआ गजब सस्ता, देखें डील
#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत का 2028 में चंद्रयान-4 लॉन्च करने का टारगेट
  2. Samsung के ट्रिपल-फोल्ड स्मार्टफोन की अमेरिका में शुरू हुई टेस्टिंग, जल्द हो सकता है लॉन्च
  3. Nothing Phone 3a Lite जल्द होगा भारत में लॉन्च, 5,000mAh की बैटरी
  4. UBON ने लॉन्च किया 20W पार्टी स्पीकर, जो फुल चार्ज में चलेगा 20 घंटे! कीमत Rs 1,499
  5. Oppo Reno 15 और Reno 15 Pro फोन 200MP कैमरा और बड़ी बैटरी के साथ हुए लॉन्च, जानें कीमत
  6. क्या है Elon Musk का X Chat, जिसे बोला जा रहा है WhatsApp और Arattai किलर? यहां जानें सब कुछ
  7. भारत के स्मार्टफोन मार्केट में Vivo का दबदबा बरकरार, Oppo को मिला दूसरा रैंक 
  8. Vivo S50 Pro Mini में मिल सकता है Snapdragon 8 Gen 5 चिपसेट
  9. Rs 15 में 220 Km का सफर! Komaki ने भारत में लॉन्च की इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल MX16, जानें कीमत
  10. रोबोट बनाएंगे खाना और मैनेज करेंगे रेस्टोरेंट, जानें क्या है पूरा प्लान
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.