साइबर सिक्योरिटी (Cybersecurity) प्रोफेशनल्स का हवाला देते हुए यूनाइटेड नेशंस की एक रिपोर्ट के अंश में कहा गया है कि नॉर्थ कोरिया पिछले एक साल में अपने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को विकसित करता रहा है। क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) एक्सचेंजों पर साइबर हमला इस देश के लिए रेवेन्यू का अहम स्रोत रहा है। इन्वेस्टिगेटर्स ने पाया कि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर साइबर हमलों ने नॉर्थ अमेरिका, यूरोप और एशिया में 2020 और 2021 के बीच 50 मिलियन डॉलर (लगभग 373.5 करोड़ रुपये) से अधिक की डिजिटल संपत्ति चुरा ली।
रॉयटर्स द्वारा देखी गई इस
रिपोर्ट को पिछले हफ्ते यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल नॉर्थ कोरिया सेंक्शन कमिटी में सबमिट किया गया था। इस गोपनीय रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जनवरी में नॉर्थ कोरिया के परीक्षण और नई छोटी दूरी की मिसाइलों के प्रदर्शन में ‘उल्लेखनीय तेजी' आई है। ये सभी प्रमुख रूप से साइबर हमले के जरिए हासिल किए गए, जिनमें क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्रमुख टारगेट रहे।
इस रिपोर्ट में ब्लॉकचेन एनालिसिस कंपनी Chainalysis द्वारा उसकी लेटेस्ट क्रिप्टो क्राइम
रिपोर्ट में दिए गए एक अनुमान का भी उल्लेख किया गया है। इसमें कहा गया है कि नॉर्थ कोरिया ने क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म पर कम से कम सात हमले शुरू किए। इससे 2021 में लगभग 400 मिलियन डॉलर (लगभग 2,990 करोड़ रुपये) की डिजिटल संपत्ति वसूल की गई।
Chainalysis ने अपनी रिपोर्ट में समझाया है कि इन हमलों में मुख्य रूप से इन्वेस्टमेंट फर्मों और सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों को टार्गेट किया गया। इसके लिए कई तरीके आजमाए गए। एक बार पैसों की कस्टडी हासिल करने के बाद नॉर्थ कोरिया ने उसे कैश करने के लिए सावधानी से लॉन्ड्रिंग की प्रक्रिया शुरू की। रिपोर्ट के मुताबिक, चोरी किए गए फंडों में से केवल 20 फीसदी बिटकॉइन थे। पहली बार 58 फीसदी Ether कॉइन की चोरी की गई। अधिकांश धनराशि का हिसाब किया," चैनालिसिस का उल्लेख है। रिपोर्ट के मुताबिक, 65 फीसदी से ज्यादा फंड्स को मिक्सर के जरिए लूटा गया। यह 2020 में 42 प्रतिशत और 2019 में 21 प्रतिशत था।
बात करें साइबर हमलों की तो, दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म Binance के CEO Changpeng Zao ने यूजर्स को एक बड़े फिशिंग स्कैम के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यूजर्स को एक SMS भेजकर उनकी डिटेल्स लेने की कोशिश की जा रही है। इस SMS में यूजर्स को एक जाली वेबसाइट पर रिडायरेक्ट किया जा रहा है।