Ethereum के को-फाउंडर ने जताई Meta की मेटावर्स योजना नाकाम होने की आशंका

Buterin ने कहा कि मेटावर्स की अभी तक कोई स्पष्ट परिभाषा भी नहीं है और इस वजह से यह अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी कि कंज्यूमर क्या पसंद करेंगे

विज्ञापन
शॉमिक सेन भट्टाचार्जी, अपडेटेड: 1 अगस्त 2022 18:29 IST
ख़ास बातें
  • इससे पहले Buterin ने मेटावर्स को लेकर कोई आकलन नहीं दिया था
  • वह अक्सर Ethereum की टेक्नोलॉजी के बारे में बात करते हैं
  • उनका मानना है कि मेटावर्स को लेकर कंपनियों को नाकामी मिलेगी

मेटा की मेटावर्स डिविजन को इस वर्ष की दूसरी तिमाही में एक बार फिर भारी नुकसान हुआ है

ब्लॉकचेन Ethereum के को-फाउंडर Vitalik Buterin का मानना है कि कंपनियों की मेटावर्स को बनाने की कोशिशें नाकाम हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि मेटावर्स की अभी तक कोई स्पष्ट परिभाषा भी नहीं है और इस वजह से यह अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी कि कंज्यूमर क्या पसंद करेंगे। 

Buterin ने एक ट्वीट के उत्तर में कहा, "फेसबुक की ओर से बनाई गई कोई भी चीज नाकाम होगी।" उनका कहना था कि मेटावर्स को बनाने की कोशिश कर रही कंपनियों के सफल होने की संभावना कम है। इससे पहले Buterin ने मेटावर्स को लेकर कोई आकलन नहीं दिया था। वह अक्सर ट्विटर और ब्लॉग के जरिए Ethereum की टेक्नोलॉजी और डीसेंट्रलाइजेशन के असर के बारे में बात करते हैं। उनका मानना है कि मेटावर्स को बनाने की कंपनियों की कोशिशों का कोई परिणाम नहीं निकलेगा। फेसबुक के फाउंडर Mark Zuckerberg ने पिछले वर्ष अपनी कंपनी की Meta के तौर पर री-ब्रांडिंग की थी। इसके साथ ही उन्होंने मेटावर्स सेगमेंट में बड़ी योजना का संकेत दिया था। 

हालांकि, उनकी इस कोशिश को बड़ा झटका लगा है। मेटा की मेटावर्स डिविजन को इस वर्ष की दूसरी तिमाही में एक बार फिर भारी नुकसान हुआ है। Zuckerberg ने तिमाही नतीजों की घोषणा में बताया था कि फेसबुक रिएलिटी लैब्स (FRL) कही जाने वाली इस डिविजन का नुकसान लगभग 2.81 अरब डॉलर का रहा। इसने 45.2 करोड़ डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया, जो इससे पिछली तिमाही की तुलना में लगभग 35 प्रतिशत कम है। 

इसके बावजूद Zuckerberg को विश्वास है कि आगामी वर्षों में मेटावर्स टेक्नोलॉजी से कंपनी को फायदा होगा। उनका कहना था, "अगले कई वर्षों तक इस पर काफी खर्च होगा। मुझे विश्वास है कि मेटावर्स का इस्तेमाल बढ़ने के साथ हम इसे बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।" FRL को कंपनी की मेटावर्स में एक बड़ी ताकत बनने की योजना को पूरा करने के लिए हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और कंटेंट डिवेलप करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए यह डिविजन Apple और Microsoft जैसी बड़ी कंपनियों के टेक वर्कर्स को हायर कर रही है। इनमें विशेषतौर पर ऑग्मेंटेड रिएलिटी (AR) से जुड़े लोग शामिल हैं। हाल ही में दक्षिण कोरिया की सरकार ने मेटावर्स प्रोजेक्ट्स को वित्तीय मदद देने के लिए 17.7 करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट करने की घोषणा की थी। मेटावर्स इंडस्ट्री में इनवेस्टमेंट करने वाले शुरुआती देशों में दक्षिण कोरिया शामिल है।  
 

ये भी पढ़ेंभारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Oppo की K13x 5G के लॉन्च की तैयारी, 6,000mAh हो सकती है बैटरी
#ताज़ा ख़बरें
  1. फीचर फोन यूजर्स भी कर सकेंगे UPI पेमेंट्स, PhonePe जल्द लाएगा नया ऐप!
  2. Huawei Band 10 भारत में लॉन्च, AMOLED स्क्रीन और 14 दिन की बैटरी के साथ; जानें कीमत
  3. iQOO Z10 Lite 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 6,000mAh की बैटरी
  4. Oppo की K13x 5G के लॉन्च की तैयारी, 6,000mAh हो सकती है बैटरी
  5. Google Chrome होगा अब तक सबसे तेज!, अब ज्यादा फास्ट होगा काम, बचेगा समय
  6. Elon Musk की Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को भारत की हरी झंडी!
  7. Fairphone 6 का डिजाइन और प्राइस लीक, मॉड्यूलर स्मार्टफोन जल्द हो सकता है लॉन्च
  8. बिलिनेयर Elon Musk को भारी पड़ी ट्रंप की नाराजगी, Tesla की वैल्यू में भारी गिरावट
  9. इन फोन में नहीं चलेगा Youtube App, आपका फोन भी तो नहीं है लिस्ट में
  10. ट्रंप और मस्क के विवाद का क्रिप्टो मार्केट पर बड़ा असर, Bitcoin 1,04,000 डॉलर से नीचे
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.