क्रिप्टो (Crypto) मार्केट में कई महीनों से जारी उथल-पुथल के बीच क्रिप्टोकरेंसीज मजबूत होने के लिए जूझ रही हैं। हालांकि बुधवार को संकेत थोड़े बेहतर दिखाई दिए। भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार 0.34 फीसदी की मामूली गिरावट के बावजूद बिटकॉइन (Bitcoin) ने अपना मूल्य 25,800 डॉलर (लगभग 25.80 लाख रुपये) पर बरकरार रखा। दुनिया की पहली और सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी ने इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर भी कीमतों को बेहतर बनाए रखा। Binance और CoinMarketCap के अनुसार, वर्तमान में BTC 24,011 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा है।
गैजेट्स 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, 0.22 फीसदी की बढ़ाेतरी के साथ ईथर (
Ether) ने 2,064 डॉलर (लगभग 1.65 लाख रुपये) पर कारोबार शुरू किया। बाकी ऑल्टकॉइंस भी
बिटकॉइन और ईथर की राह पर चलती दिखाई दीं और मुनाफा दर्ज कर रही थीं।
USD कॉइन, कार्डानो, रिपल, सोलाना, पोलकाडॉट और एवलांच ने मुनाफा कमाया है। जबकि मीम कॉइंस के तौर पर पॉपुलर शीबा इनु और डॉजकॉइन भी फायदे में हैं। ट्रॉन, लाइटकॉइन, चेनलिंक और कॉसमॉस भी प्रॉफिट में हैं। हालांकि कुछ क्रिप्टोकरेंसीज आज भी नुकसान दर्ज कर रही हैं इनमें
टीथर, पॉलिगॉन, यूनिस्वैप और बेबी डॉजकॉइन शामिल हैं।
ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप वर्तमान में 1.15 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 91,62,291 करोड़ रुपये) है, जिसमें पिछले दिन की तुलना में 1.25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार तेजी से बढ़ा है। भारत में पिछले वर्ष सात प्रतिशत से अधिक लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी के तौर पर डिजिटल करेंसी थी। संयुक्त राष्ट्र की ट्रेड से जुड़ी संस्था UNCTAD के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान विकासशील देशों सहित दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल बढ़ा है। हालांकि, इस सेगमेंट में टैक्स की चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याएं भी हैं।
बीते दिनों UNCTAD ने पिछले वर्ष डिजिटल करेंसीज रखने वाले टॉप 20 देशों का डेटा जारी किया है। इसमें यूक्रेन पहले स्थान पर है। यूक्रेन की लगभग 12.7 प्रतिशत जनसंख्या के पास डिजिटल करेंसी थी। भारत इस लिस्ट में सातवें पायदान पर है। हालांकि, UNCTAD का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसीज एक अस्थिर फाइनेंशियल एसेट है और इससे सामाजिक जोखिमों के साथ ही वित्तीय नुकसान भी हो सकता है।