अमेरिका में प्रेसिडेंट Donald Trump के कुछ देशों के प्रोडक्ट्स पर टैरिफ लगाने के फैसलों से क्रिप्टो मार्केट पर बड़ा असर पड़ा है। हालांकि, नए वित्त वर्ष की शुरुआत में क्रिप्टो मार्केट में तेजी थी। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस लगभग 3.50 प्रतिशत बढ़ा है।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 84,310 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether में पांच प्रतिशत से अधिक का प्रॉफिट था। Ether का प्राइस लगभग 1,885 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Avalanche, Chainlink, Polkadot, Monero, Tron, Cardano, BNB, Cardano और XRP में प्रॉफिट था। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग1.38 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.70 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि
बिटकॉइन में तेजी आ रही है। क्रिप्टो एक्सचेंजों से एक सप्ताह में लगभग 30,000 बिटकॉइन का विड्रॉल हुआ है। यह लॉन्ग-टर्म के होल्डर्स की ओोर से बिटकॉइन की खरीदारी का संकेत है। इससे बिकवाली का प्रेशर कम हो सकता है और बिटकॉइन में तेजी आ सकती है। अमेरिका में आगामी मैक्रो इकोनॉमिक डेटा के साथ Ether के प्राइस में रिकवरी हो सकती है। अमेरिकी सरकार बिटकॉइन का रिजर्व बनाने के लिए इसकी होर्डिंग करने की योजना बना रही है। हालांकि, इसके लिए बिटकॉइन की खरीदारी नहीं की जाएगी। इस रिजर्व में अमेरिकी सरकार की ओर से जब्त किए गए बिटकॉइन को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस भी लाने की तैयारी की जा रही है।
हाल ही में व्हाइट हाउस में आयोजित क्रिप्टो समिट में ट्रंप ने ने कहा था कि पूर्व की Biden सरकार का बड़ी संख्या में Bitcoin को बेचने का फैसला "बेवकूफी" वाला था। उनका कहना था कि अमेरिकी सरकार इस सेगमेंट के खिलाफ ब्यूरोक्रेसी की लड़ाई को समाप्त करने के लिए कार्य कर रही है। ट्रंप ने बताया था, "पिछले कुछ वर्षों में अमेरिकी सरकार ने बेवकूफी वाले तरीके से हजारों बिटकॉइन बेचे हैं जिनकी वैल्यू अरबों डॉलर की थी। यह बाइडेन सरकार के दौरान हुआ है।" इस समिट में क्रिप्टो से जुड़ी फर्मों के सीनियर एग्जिक्यूटिव्स के अलावा अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और सांसद भी शामिल हुए थे।