मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में बुधवार को 2.18 प्रतिशत की तेजी थी। बिटकॉइन का प्राइस लगभग 22,100 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में इसकी वैल्यू लगभग 395 डॉलर बढ़ी है। बिटकॉइन के प्राइस से ही अक्सर अन्य ऑल्टकॉइन्स के प्राइस पर असर पड़ता है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी लगभग 3.55 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, इसका प्राइस 1,548 डॉलर पर था। Tether, USD Coin, Ripple और Binance USD के प्राइस भी बढ़े हैं। इसके अलावा Polygon, Polkadot, Solana और Litecoin में तेजी थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 2.44 प्रतिशत बढ़कर 1.03 लाख करोड़ डॉलर पर था।
CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets 360 को बताया, "अमेरिका में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के महत्वपूर्ण डेटा से मैक्रो इकोनॉमिक स्थिति के बारे में कुछ संकेत मिलेगा। इसका क्रिप्टो मार्केट पर भी असर पड़ सकता है। वॉल स्ट्रीट के इकोनॉमिस्ट्स का अनुमान है कि पिछले महीने इन्फ्लेशन में कमी हो सकती है। अगर ऐसा होता है वार्षिक इन्फ्लेशन में गिरावट आती है तो यह कहा जा सकेगा कि अमेरिका में इंटरेस्ट रेट्स में बढ़ोतरी से इकोनॉमिक स्लोडाउन की आशंका को कम करने में मदद मिली है। इससे मार्केट्स में लिक्विडिटी बढ़ेगी और क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी मजबूत हो सकता है।"
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल
FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार मिला था।