खबर है कि व्हाट्सऐप पर 'Predicted Upload' फीचर को लाया जा रहा है। इस फीचर को व्हाट्सऐप एंड्रॉयड और आईफोन ऐप के लिए रिलीज किया गया है। व्हाट्सऐपबीटाइंफो की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस फीचर को व्हाटसऐप आईओएस ऐप के 2.18.61 स्टेबल वर्ज़न और व्हाट्सऐप एंड्रॉयड ऐप के स्टेबल वर्ज़न 2.18.156 के लिए सीमित तौर पर रिलीज किया जा रहा है। हालांकि, गैजेट्स 360 की टीम इस फीचर को टेस्ट करने में सफल नहीं रही। हमने रोलआउट को लेकर कंपनी से संपर्क किया है। जानकारी मिलते ही इस आर्टिकल को अपडेट किया जाएगा।
अब सवाल की प्रीडिक्टेड अपलोड करता क्या है?
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि व्हाट्सऐप अब अनुमान लेगा कि कब किसी तस्वीर को चैट में भेजा जाना है। इस फीचर के ज़रिए फोटो को पहले ही सर्वर पर अपलोड कर लिया जाएगा, ताकि फोटो भेजे जाने पर यह उम्मीद से कम समय में पहुंच जाए।
यूज़र अब भी व्हाट्सऐप पर फोटो भेजने से पहले उन्हें एडिट कर सकेंगे। प्रीडिक्टेड अपलोड फीचर का मकसद तस्वीरों को सर्वर पर अपलोड करना हो, यह अनुमान लगाते हुए कि उन्हें एडिट नहीं किया जाएगा। यह फीचर एक फोटो अपलोड और कई फोटो अपलोड करने के काम आता है। इस फीचर को काम करते हुए देखने के लिए यूजर को कई फोटो को अपने कैमरा रोल या गैलरी से अपलोड करना होगा, अटैच बटन के ज़रिए।
डन या ओके बटन को दबाते ही यूज़र को एडिट फोटो ऑप्शन का विकल्प दिया जाएगा। इस स्क्रीन पर 10 सेकेंड इंतज़ार करने की ज़रूरत है। यहीं पर फीचर काम करना शुरू करता है। यहां पर तस्वीर या तस्वीरें अपने आप बैकग्राउंड सर्वर में अपलोड हो जाती हैं। अगर आप फोटो को बिना एडिट किए हुए भेजते हैं तो आप देखेंगे कि सभी तस्वीरें चैट विंडो में एक ही बार में ग्रे टिक के साथ नज़र आने लगती हैं। यह इशारा है कि फोटो अब व्हाट्सऐप सर्वर पर है।
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपके व्हाट्सऐप में यह फीचर उपलब्ध है या नहीं, तो इसके आपको देखना होगा क्लॉक सिंबल कितनी देर में बदल जाता है। या फिर नज़र ही नहीं आ रहा है। अगर आप थोड़ी देर के लिए भी क्लॉक सिंबल देखते हैं तो आपके पास प्रीडिक्टेड अपलोड फीचर नहीं है। डबल टिक और ब्लू टिक आपके द्वारा भेजे गए दूसरे शख्स के नेटवर्क पर निर्भर करेगा।
अब यह सवाल उठता है कि यूज़र इस फीचर को लेकर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं? क्योंकि इस फीचर में तस्वीरें व्हाट्सऐप के सर्वर पर उपलोड हो जाती हैं। मान लिया जाए कि एडिट फोटो स्क्रीन पर यूज़र तस्वीरें नहीं भेजने का फैसला करता है, तो क्या वह अतिरिक्त डेटा की खपत करना चाहेगा।