Google Play Store की एड पॉलिसी का उल्लंघन करने के कारण MobiKwik ऐप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। मोबिक्विक के सह-संस्थापक और सीईओ बिपिन प्रीत सिंह के अनुसार, ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि ऐप में आरोग्य सेतु ऐप का लिंक है। सिंह ने एक इंटरव्यू में कहा कि Mobikwik को Aarogya Setu को बढ़ावा देने के लिए एक हफ्ते पहले गूगल से चेतावनी मिली थी, लेकिन तब मोबिक्विक द्वारा संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि यह एक गलती थी। हालांकि इसके बाद भी अब ऐप को Google Play Store से हटा दिया गया है।
सिंह ने
ट्वीट किया कि MobiKwik और अन्य फिनटेक फर्मों को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा Aarogya Setu ऐप का लिंक शामिल करने के लिए कहा गया, जिससे इस कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ऐप को डाउनलोड करने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो सके। याद दिला दें कि आरोग्या सेतु को अभी तक
10 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। अन्य ऐप जैसे Paytm के Android और iOS दोनों ऐप वर्ज़न पर आरोग्य सेतु के लिंक शामिल हैं।
Bipin Preet Singh ने Gadgets 360 को एक ईमेल पर बताया, (अनुवादित) "ऐप को हटा दिया गया क्योंकि हमारे पास आरोग्य सेतु ऐप का लिंक था।" उन्होंने हमें एक हफ्ते पहले एक चेतावनी दी थी और हमने समझाया कि हमें ऐसा करने के लिए कहा गया है। फिर आज उन्होंने सबसे पहले इस ऐप को हटा दिया। यह दोपहर 3 बजे (आईएसटी) के आसपास हुआ है और फिर हमने उनकी टीम को संपर्क किया और आरोग्य सेतु के लिंक को हटाने के बाद ऐप को फिर से सबमिट किया, जिसके बाद अब गूगल ने ऐप को लाइव कर दिया है।"
सिंह ने यह भी कहा, (अनुवादित) "गूगल ने स्पष्ट किया कि मोबिक्विक पर आरोग्य सेतु ऐप को बढ़ावा देने में कोई बुराई नहीं है। हालांकि, उन्होंने आज हमारे ऐप को बिना किसी सूचना के प्ले स्टोर से हटा दिया।"
ऐप का लेटेस्ट वर्ज़न अब Google Play पर उपलब्ध है। इस वर्ज़न में अब नीचे दिए गए लिंक में आरोग्य सेतु नहीं है, सिंह ने पुष्टि की।
Google के पास उन ऐप्स के विरुद्ध नीतियां हैं जिनमें भ्रामक या विघटनकारी विज्ञापन शामिल हैं और जिन्हें स्पष्ट रूप से लेबल नहीं किया गया है। हालांकि, यदि यही कारण है कि MobiKwik ऐप को Google Play से हटा दिया गया है, तो हमें यह पूछना होगा कि अन्य ऐप जो आरोग्य सेतु को बढ़ावा देते हैं, उन्हें स्टोर पर अनुमति क्यों दी जा रही है।