• होम
  • ऐप्स
  • ख़बरें
  • Free Malware Removal Tool: बिना पैसा खर्च किए मिलेंगे भरोसेमंद सिक्योरिटी टूल्स, यहां से करें डाउनलोड

Free Malware Removal Tool: बिना पैसा खर्च किए मिलेंगे भरोसेमंद सिक्योरिटी टूल्स, यहां से करें डाउनलोड

डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) ने लोगों के स्मार्टफोन को सुरक्षित रखने के लिए खास मैलवेयर, बॉट, वायरस रिमूवल टूल को डेवलप किया है, जिन्हें फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है।

Free Malware Removal Tool: बिना पैसा खर्च किए मिलेंगे भरोसेमंद सिक्योरिटी टूल्स, यहां से करें डाउनलोड
ख़ास बातें
  • csk.gov.in की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं फ्री सिक्योरिटी टूल्स
  • मैलवेयर, बॉट्स और वायरस को डिवाइस से निकाल सकते हैं
  • मैलवेयर यूजर्स के डिवाइस से निजी और संवेदनशील जानकारियां चुरा सकते हैं
विज्ञापन
आजकल मैलवेयर, बॉट, वायरस आदि से दुनिया परेशान है और सबसे ज्यादा नाक में दम स्मार्टफोन यूजर्स के रहता है। इनके जरिए अटैकर्स लोगों के स्मार्टफोन का एक्सेस लेते हैं और संवेदनशील जानकारियों से या तो बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं या निजी जानकारियों को ब्लैक मार्केट में बेच देते हैं। यूं तो कई साइबर सिक्योरिटी कंपनियां पीसी के साथ-साथ स्मार्टफोन के लिए भी टूल्स देती हैं, जो मैलवेयर्स या इस तरह के अन्य संक्रमण से डिवाइस को बचाने का काम करते हैं, लेकिन भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन ने भी लोगों के लिए इसी प्रकार के टूल्स पेश किए हैं, जो डाउनलोड और इस्तेमाल करने के लिए बिल्कुल फ्री हैं।

डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) ने लोगों के स्मार्टफोन को सुरक्षित रखने के लिए खास मैलवेयर, बॉट, वायरस रिमूवल टूल को डेवलप किया है, जिन्हें फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है। इन्हें इस्तेमाल करना भी बिल्कुल मुफ्त है। इन टूल्स की मदद से लोग अपने स्मार्टफोन को सुरक्षित रख सकते हैं। टूल्स को कुछ महीनों पहले पेश किया गया था, लेकिन आज भी लोग वायरस या मैलवेयर रिमूवल टूल्स के लिए पैसे खर्च करते हैं। यही कारण है कि हम आपको यहां बताने वाले हैं कि इस सरकारी टूल को कहां से और कैसे डाउनलोड किया जा सकता है।
 

क्या होते हैं मैलवेयर या बॉट?

सबसे पहले तो आप जान लें कि मैलवेयर या बॉट क्या होते हैं और कैसे काम करते हैं। ये एक तरह के सॉफ्टवेयर या मोबाइल ऐप्लिकेशन होते हैं, जिन्हें किसी कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस पर इस्तेमाल किए जा रहे सॉफ्टवेयर या इनके यूजर्स को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाया जाता है। मैलवेयर के प्रकारों में कंप्यूटर वायरस, वॉर्म, ट्रोजन हॉर्स, रैंसमवेयर और स्पाइवेयर शामिल हैं।
 

ये कैसे काम करते हैं?

ये संवेदनशील जानकारी (क्रेडिट कार्ड के नंबर या पासवर्ड) चुरा सकते हैं। ये यूजर की जानकारी के बिना उसके ईमेल अकाउंट से जाली ईमेल भेज सकते हैं। ये कंप्यूटर या उसके परफॉर्मेंस को धीमा या रोक सकते हैं। ये वेबसाइट को नुकसान पहुंचा सकते हैं या वेबसाइट के संसाधनों को चोरी कर सकते हैं।
 

ये कैसे फैलते हैं?

इंटरनेट से फ्री सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के चक्कर में लोग अकसर जाली ऐप इंस्टॉल कर लेते हैं, जिसमें गुप्त रूप से मैलवेयर शामिल होते हैं। वहीं, कुछ वेबसाइट पर फ्री कंटेंट डाउनलोड करने के लिए दिए गए लिंक भी मैलवेयर से संक्रमित होते हैं।
 

कैसे डाउनलोड करें सरकार द्वारा जारी फ्री टूल?

बेहतर सेफ्टी के लिए आप सीधे csk.gov.in की वेबसाइट पर जाकर Free Bot Removal Tool डाउनलोड कर सकते हैं। इस वेबसाइट पर एक 'Security Tools' नाम का टैब है, जहां आपको सभी सिक्योरिटी टूल मिल जाएंगे। इनमें बॉट, वायरस और मैलवेयर सभी हटाने वाले टूल्स शामिल हैं।
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Vivo के X200 Ultra का कैमरा देगा iPhone 16 Pro Max को टक्कर!
  2. Apple ने भारत में की 1,89,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के iPhones की असेंबलिंग, चीन को झटका
  3. Barbie Box ट्रेंड से पर्यावरण को खतरा! खुद को डिजिटल डॉल बनाने से पहले जान लें एक्सपर्ट्स की चिंता
  4. Realme 14T के भारत में लॉन्च से पहले लीक हुई कीमत, 6000mAh बैटरी के साथ आएगा!
  5. URBAN HX30 वायरलेस ANC हेडफोन Rs 1,999 में हुआ भारत में लॉन्च, जानें स्पेसिफिकेशन्स
  6. Vivo का T4 5G अगले सप्ताह होगा भारत में लॉन्च, 6.67 इंच हो सकता है डिस्प्ले
  7. Samsung ने लॉन्च किया ऐसा टूल जो खुद बताएगा क्या खराब है, टेक्नीशियन के विजिट की जरूरत नहीं!
  8. Delhi EV Policy 2.0: इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर खरीदने वाली महिलाओं को 36 हजार की सब्सिडी, 20 हजार नौकरियां
  9. Barbie Box Trend: क्या है यह वायरल ट्रेंड, AI से खुद की फोटो को कैसे बनाएं डिजिटल डॉल? यहां जानें
  10. iQOO Z10 5G vs Realme Narzo 80 Pro 5G: कंपेरिजन में जानें कौन है बेस्ट
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »