DigiLocker की इस कमी से खतरे में था 3.8 करोड़ यूज़र्स का डेटा

Security Researcher आशीष गहलोत ने DigiLocker की इस कमी को उजागर किया था। उन्होंने ऑथेंटिकेशन मैकनिज़म को एनालिसस करते हुए डिजिलॉकर सिस्टम में इस कमी को पाया।

विज्ञापन
जगमीत सिंह, अपडेटेड: 3 जून 2020 12:23 IST
ख़ास बातें
  • DigiLocker के ऑथेंटिकेशन मैकनिज़म में मिली थी खामी
  • कोई भी हासिल कर सकता था यूज़र के अकाउंट का एक्सेस
  • पिछले महीने रिसचर्स ने खोली थी इस कमी की पोल

DigiLocker है भारत सरकार का ऐप

एक के बाद एक सरकारी ऐप्स में बड़ी-बड़ी खामियां सामने आ रही हैं, जिससे लाखों नागारिकों के निजी डेटा पर आसानी से हैकर्स सेंध मार सकते हैं। CSC BHIM वेबसाइट के बाद अब DigiLocker पर भी कुछ इसी तरह के सवाल उठ रहे हैं। DigiLocker, एक सरकारी ऑनलाइन सर्विस है, जिसमें डॉक्यूमेंट्स को डिज़िटली स्टोर करने की सुविधा है। हालांकि, इसमें ऑथेंटिकेशन में खामी पाई गई, जिसके कारण करोड़ो यूज़र्स का डेटा खतरे में था। इस कमी का लाभ उठाकर हैकर्स टू-स्टेप ऑथेंटिकेशन को बायपास करके किसी का भी संवेदनशील डेटा एक्सेस कर सकते थे। हालांकि, खामी उगाजर होते ही, इसे फिक्स कर दिया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि इस सरकारी सर्विस का इस्तेमाल 3.84 करोड़ यूज़र्स करते हैं, अगर यह खामी सामने नहीं आती, तो कोई भी इन सभी यूज़र्स के डेटा का गलत इस्तेमाल आसानी से कर सकता था।

Security Researcher आशीष गहलोत ने DigiLocker की इस कमी को उजागर किया था। उन्होंने ऑथेंटिकेशन मैकनिज़म को एनालिसस करते हुए डिजिलॉकर सिस्टम में इस कमी को पाया। हालांकि, रिसर्चर ने पाया कि डिजिटल स्टोरेज में लॉग-इन करते समय डिफॉल्ट मैकनिज़म वन-टाइम पासवर्ड (OTP) और पिन मांगता है। लेकिन, वह इस प्रक्रिया को बायपास करने में सफल रहे, उन्होंने इसमें आधार नंबर जोड़ा और डिजिलॉकर के कनेक्शन को इंटरस्पेट करते हुए पैरामीटर्स बदल दिए।

जो भी शख्स टेक्निकल ज्ञान रखता होगा, वह इस ऑथेंटिकेशन कमी का लाभ उठाकर नया पिन सेट कर सकता है और यहां तक कि डिजिलॉकर अकाउंट को एक्सेस करने में भी कामयाब हो सकता है, वो भी बिना किसी पासवर्ड के। इसके अलावा इस कमी के जरिए हैकर्स ओटीपी प्रक्रिया को बायपास करके यूज़र प्रोफाइल को भी एक्सेस कर सकता है और इंटरस्पेटिंग टूल का इस्तेमाल करके कई बदलाव भी कर सकता है।

आपको बता दें, गहलोत ने डिजिलॉकर में यह कमी पिछले महीने देखी थी, जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी डिजिलॉकर टीम को भी दी। टीम ने कुछ ही दिनों में पिन बायपास की इस कमी को फिक्स कर दिया। हालांकि, ओटीपी बायपास कमी को सोमवार को फिक्स किया गया है।
 

DigiLocker साइट पर उपलब्ध आंकड़ों को देखें, तो 3.84 करोड़ रजिस्टर्ड यूज़र्स इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर आधार कार्ड, इंशोरेंस लेटर, इनकम टैक्स रिटर्न, मार्कशीट जैसे कई डॉक्यूमेंट्स को स्टोर किया जाता है।
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , DigiLocker vulnerability, DigiLocker
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. 12,200 रुपये सस्ता मिल रहा Oppo Reno 12 Pro, 12GB RAM के साथ 50MP फ्रंट कैमरा से लैस
  2. HMD Skyline 2 GT, Skyline 2 के स्पेसिफिकेशंस लीक, जल्द देगा दस्तक!
  3. Notepad अब सिर्फ सिंपल नहीं रहा, Microsoft ने जोड़े कई स्मार्ट फीचर्स
#ताज़ा ख़बरें
  1. Suzuki का इलेक्ट्रिक स्कूटर e-Access जल्द होगा लॉन्च, जानें फीचर्स
  2. Redmi Pad 2 का भारत में लॉन्च 5 जून को, मिलेगा बड़ा डिस्प्ले, स्टायलस सपोर्ट और 9000mAh बैटरी!
  3. Notepad अब सिर्फ सिंपल नहीं रहा, Microsoft ने जोड़े कई स्मार्ट फीचर्स
  4. VinFast जल्द भारत में लॉन्च करेगी VF6, VF7, इस महीने शुरू होगी बुकिंग्स 
  5. एलन मस्क ने XChat किया लॉन्च, बिना नंबर होगी वीडियो ऑडियो कॉलिंग, WhatsApp को देगा टक्कर!
  6. Free Fire Max Redeem Codes 2 June: इन कोड से फ्री मिलेंगे कॉइन्स, बंडल्स और गन स्किन्स
  7. Honor के Magic V5 में हो सकती है फोल्डेबल स्मार्टफोन की सबसे बड़ी बैटरी
  8. Google की Pixel 10 सीरीज के लॉन्च की तैयारी, 4 मॉडल हो सकते हैं शामिल
  9. WhatsApp नहीं करेगा इन iPhone पर काम, जानें कौन से मॉडल हैं इसमें शामिल
  10. क्रिप्टो मार्केट में रिकवरी, Bitcoin का प्राइस 1,05,000 डॉलर से ज्यादा
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.