टोकनाइजेशन ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कार्ड डिटेल एक यूनीक कोड या टोकन में बदल जाती है। यह सब एक एल्गोरिदम से होता है। इससे ऑनलाइन खरीदारी करते समय कार्ड डिटेल सुरक्षित रहती है।
लीक डेटा में भारतीय कार्डधारकों के केवल नाम ही नहीं बल्कि उनके मोबाइल नंबर्स, इनकम लेवल्स, इमेल आइडी और पर्मानेंट अकाउंट नवंबर (PAN) डिटेल्स आदि शामिल हैं। यह गूगल ड्राइव लिंक के माध्यम से डाउनलोड के उपलब्ध है।