Airtel ने दावा किया है कि उसके सभी यूजर्स का डाटा सुरक्षित है। डेटा ब्रीच की बात फैलने पर, Airtel ने एक बयान में कहा कि डेटा ब्रीच पूरी तरह से बेबुनियाद है, और हमारे सभी यूजर्स का डेटा सुरक्षित है। इससे पहले लेटेस्ट डेटा ब्रीच में Airtel का नाम सामने आया था, जहां एक X हैंडल ने दावा किया है कि कंपनी के 375 मिलियन भारतीय यूजर्स का निजी डेटा लीक करके बेचा जा रहा है। इस दावे अनुसार, ब्रीच किए गए डेटा में यूजर्स का नाम, पता, मोबाइल नंबर सहित फैमिली और आधार (Aadhaar) इंफोर्मेशन जैसी बेहद संवेदनशील जानकारियां भी शामिल हैं। हालांकि हैकर अपने दावों पर कोई पुख्ता सबूत नहीं दे पाया।
X (पहले Twitter के नाम से प्रसिद्ध) पर डार्क वेब और डेटा ब्रीच से जुड़ी खबरों को शेयर करने वाले कई हैंडल्स ने दावा किया था कि भारतीय टेलीकॉम ऑपरेटर, भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के 375 मिलियन (37.5 करोड़) यूजर्स का डेटा लीक किया गया है और उसे ऑनलाइन डार्क वेब पर बेचा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि xenZen नाम का एक एजेंट इस ब्रीच के पीछे है, जो इस डेटा को खुलेआम डार्क वेब पर बेच रहा है। डेटा को BreachForums नाम की कम्युनिटी में बेचा जा रहा है।
इसमें दावा किया गया है कि ब्रीच जून 2024 में हुआ था और चोरी की गई जानकारियों में यूजर्स के नाम, जन्मतिथि, पिता का नाम, स्थानीय पता, स्थायी पता, वैकल्पिक नंबर, ईमेल आईडी, जेंडर, राष्ट्रीयता, कनेक्शन टाइप, सिम एक्टिवेशन डेट, आधार, फोटो आईडी प्रूफ डिटेल्स और एड्रेस प्रूफ डिटेल्स जैसी संवेदनशील जानकारियां शामिल हैं।
हालांकि, Airtel ने इस डेटा ब्रीच की खबर को सिरे से नकार दिया है। कंपनी ने Gadgets 360 को दिए एक बयान में कहा, "प्रारंभिक जांच के आधार पर हम पुष्टि कर सकते हैं कि एयरटेल के सिस्टम में किसी भी तरह का डेटा उल्लंघन नहीं हुआ है।"
डेटा ब्रीच अक्सर होते रहते हैं, जिनमें बड़ी कंपनियां भी शामिल होती हैं। इसी साल अप्रैल में
खबर आई थी कि भारत के ऑडियो ब्रांड boAt का कस्टमर डाटा लीक हुआ। कंपनी के 7.5 करोड़ यूजर्स का निजी डाटा कथित तौर पर डार्क वेब पर आने की जानकारी दी गई थी। Forbes इंडिया की रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ था। डेटा लीक में यूजर्स की निजी जानकारी जैसे नाम, एड्रेस, फोन नंबर, ईमेल एड्रेस, कस्टमर आईडी और काफी कुछ शामिल होने की बात कही गई थी।