Airtel की सिम होम डिलीवरी सर्विस पर दूरसंचार विभाग ने फिलहाल रोक लगा दी है। किराना सामान की क्विक होम डिलीवरी सर्विस उपलब्ध करवाने वाले प्लेटफॉर्म Blinkit से अब Airtel SIM कार्ड नहीं मंगवाया जा सकेगा। टेलीकम्युनिकेशंस डिपार्टमेंट ने इस पर रोक लगा दी है और Airtel की 'नो योर कस्टमर (KYC)' प्रक्रिया पर इसे लेकर सवाल खड़े किए हैं। आपको बता दें कि Zomato के स्वामित्व वाले Blinkit और Airtel ने मिलकर 15 अप्रैल से Airtel SIM कार्ड की क्विक होम डिलीवरी सर्विस शुरू की थी। कुछ चुनिंदा मार्केट्स में यह सर्विस शुरू की गई थी जिस पर अब दूरसंचार विभाग ने रोक लगवा दी है।
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DoT) ने
Airtel को एक मैसेज भेजकर इस बात पर जोर डाला है कि ग्राहकों के लिए मौजूदा स्व-केवाईसी (self-KYC) मानदंडों का बिना किसी अपवाद के पालन किया जाना चाहिए। यानी KYC प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं चलेगा। FE की
रिपोर्ट के अनुसार, मामले में एयरटेल को भेजे गए ईमेल का खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं आया था। वहीं, Blinkit के एक अधिकारी ने पब्लिकेशन को बताया कि सर्विस को केवल कुछ समय के लिए रोका गया है, बंद नहीं किया गया है। उचित जांच-पड़ताल पूरी होने के बाद इसे जारी रखा जाएगा।
DoT ने 2024 में नए सिम कार्ड या रिप्लेसमेंट सिम कार्ड जारी करने के लिए निर्देश जारी किए थे। इनमें कागज रहित प्रक्रिया और ग्राहकों के लिए स्वयं केवाईसी प्रक्रिया का भी प्रावधान शामिल था। सिम कार्ड डिलीवरी सर्विस पर रोक की जहां तक बात है, Blinkit के ज़रिए पहले से जो सिम कार्ड बेचे जा चुके हैं उनका क्या होगा, अभी इस पर कोई भी बात साफ नहीं है। टेलीकॉम एक्सपर्ट्स की मानें तो संभावना है कि ये सिम कार्ड एक्टिवेशन की प्रक्रिया में होंगे क्योंकि टेलीकॉम कंपनी की तरफ से डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन अभी प्रक्रिया में होगी।
आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से टेलीकॉम कंपनियां सिम कार्ड्स के लिए होम डिलीवरी सर्विस दे रही हैं। कंपनी की ऐप या वेबसाइट से कस्टमर घर बैठे 9 सिम कार्ड तक मंगवा सकता है। सिम कार्ड के लिए आवेदन देकर कस्टमर को डिजिटल या ई-केवाईसी प्रक्रिया से गुजरना होता है जो कस्टमर की पहचान सुनिश्चित करता है। इसमें कस्टमर के बायोमीट्रिक्स की वैरिफिकेशन की जाती है जिसमें आधार कार्ड जैसे दस्तावेज भी शामिल होते हैं। Blinkit जब कोई सिम कार्ड डिलीवर करता है तो ग्राहक के पास केवाईसी प्रक्रिया के बाद इसे एक्टिवेट करने के लिए 15 दिन का समय होता है। दूरसंचार विभाग ने केवाईसी प्रक्रिया पूरी होने से पहले सिम कार्ड की डिलीवरी पर आपत्ति जताई है।