पृथ्वी से 200 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर करीब आईं दो आकाशगंगाएं, ऐसा है नजारा

एकसाथ इन आकाशगंगाओं को ‘Arp 298’ कहा जाता है। यह नाम इन्‍हें खगोलविद् ‘हाल्टन Arp’ के नाम से मिला है।

विज्ञापन
गैजेट्स 360 स्टाफ, अपडेटेड: 28 फरवरी 2022 16:31 IST
ख़ास बातें
  • NGC 7469 आकाशगंगा में बड़ा ब्‍लैक होल और तारों का समूह भी है
  • एकसाथ इन आकाशगंगाओं को ‘Arp 298’ कहा जाता है
  • यह नाम इन्‍हें खगोलविद् ‘हाल्टन Arp’ के नाम से मिला है

इस इमेज को कैप्‍चर करने के लिए हबल स्‍पेस टेलीस्‍कोप ने कैमरे के 7 फ‍िल्‍टर्स का इस्‍तेमाल किया।

Photo Credit: ESA/Hubble/NASA

नासा (NASA) के हबल स्पेस टेलीस्कोप ने पृथ्वी से लगभग 200 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक-दूसरे से इंटरेक्‍ट करने वालीं दो आकाशगंगाओं को कैमरे में कैद किया है। यह ‘पेगासस तारामंडल' में स्थित हैं। अपने इंस्टाग्राम पेज पर शेयर की गई इमेज में नासा ने एक बड़ी चक्राकार आकाशगंगा (NGC 7469) और इसके छोटे साथी (IC 5283) को दिखाया है। ‘NGC 7469' आकाशगंगा काफी बड़ी है। यह एक विशाल ब्‍लैक होल और तारों के समूह की चमकदार रिंग को भी रिप्रजेंट करती है। 

वैसे एकसाथ इन आकाशगंगाओं को ‘Arp 298' कहा जाता है। यह नाम इन्‍हें खगोलविद् ‘हाल्टन Arp' के नाम से मिला है। उन्‍होंने अजीबोगरीब आकाशगंगाओं की एक लिस्‍ट बनाई है, जिसमें ‘Arp 298' भी शामिल है। इसे एटलस कहा जाता है। एटलस में अजीबोगरीब और अद्भुत आकाशगंगाओं की एक गैलरी है। इन सभी की संरचनाएं काफी अलग हैं। नासा ने बताया है कि Arp 298 में जो दो आकाशगंगाएं आपस में इंटरेक्‍ट कर रही हैं, उनमें से NGC 7469 आकाशगंगा बड़ी है। इसके पास विशाल ब्‍लैक होल और चमकदार रिंग वाले तारों का एक समूह भी है। 

इस तरह की आकाशगंगाओं का अध्ययन वैज्ञानिक यह समझने के लिए करते हैं कि उनके केंद्र में सुपरमैसिव ब्लैक होल कैसे तारे बना सकता है। इस इमेज को कैप्‍चर करने के लिए हबल स्‍पेस टेलीस्‍कोप ने अपने दो इंस्‍ट्रूमेंट्स- वाइड फील्‍ड कैमरा 3 और एडवांस्‍ड कैमरा फॉर सर्वे के 7 फ‍िल्‍टर्स का इस्‍तेमाल किया। नासा का कहना है कि यह पहला सिस्‍टम होगा, जिसे जेम्‍स वेब टेलिस्‍कोप द्वारा देखा जाएगा। 
 

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का यह प्रोजेक्‍ट NASA, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी ने मिलकर शुरू किया है। इस टेलीस्‍कोप को 25 दिसंबर को एरियन-5 रॉकेट से लॉन्च किया गया था। अंतरिक्ष में छोड़े जाने के बाद इस टेलीस्‍कोप ने धीरे-धीरे खुद को खोलना शुरू किया। अब यह अपने अंतिम चरण में है। हालांकि इस टेलीस्‍कोप को पूरी तरह स्‍टार्ट होने में अभी कुछ समय लगेगा। तब तक हबल टेलीस्कोप अपना काम करता रहेगा। गौरतलब है कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप अंतरिक्षत में हबल टेलीस्‍कोप की जगह लेगा। 
Advertisement

फ‍िलहाल हबल स्पेस टेलीस्कोप अंतरिक्ष में सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप है। पिछले 30 साल से इसने खगोलविदों को बड़ी जानकारियां दी हैं। काफी समय हो जाने की वजह से इसे बदलने की जरूरत महसूस की गई थी। हबल प्रोजेक्‍ट को पूरा करने में नासा और ESA (यूरोपियन स्‍पेस एजेंसी) दोनों की भूमिका थी। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

द रेजिडेंट बोट । अगर आप मुझे ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. TCL ने बच्चों के लिए लॉन्च की स्मार्टवॉच, लोकेशन ट्रैकिंग और वीडियो कॉलिंग फीचर मौजूद, जानें कीमत
  2. 5,000mAh की बैटरी, 6.74 इंच डिस्प्ले के साथ लॉन्च हुआ Honor Play 10 
#ताज़ा ख़बरें
  1. आपके Samsung डिवाइस को Android 16-बेस्ड One UI 8 कब मिलेगा? लीक हुई इस लिस्ट में देखें
  2. Dish TV ने भारत में लॉन्च किए VZY स्मार्ट TVs, जानें प्राइस, फीचर्स
  3. Skoda ला रही है 425 Km रेंज वाली 'बजट' इलेक्ट्रिक SUV Epiq, Tata और Mahindra की EV को देगी टक्कर!
  4. 5,000mAh की बैटरी, 6.74 इंच डिस्प्ले के साथ लॉन्च हुआ Honor Play 10 
  5. IFA 2025 में Dreame का हाई-टेक शो, पेश किए स्मार्ट वैक्यूम्स
  6. ऑनलाइन मनी गेमिंग पर बैन के खिलाफ याचिकाओं की सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
  7. Infinix Note 50s 5G+ फोन आया नए 'Mystic Plum' कलर में, जानें क्या है खासियत?
  8. पाकिस्तान में लगा लोगों के निजी डेटा का बाजार, कॉल लॉग से लेकर पासपोर्ट तक सब बिक्री पर!
  9. Oppo F31 सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, कंपनी ने बताया ड्यूरेबिलिटी में चैम्पियन
  10. Samsung Galaxy S24 का Snapdragon 8 Gen 3 वेरिएंट फेस्टिव सीजन पर होगा उपलब्ध
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.