Asteroids को कई बार छोटे ग्रह भी कह दिया जाता है। नासा कहती है कि ये 4.6 बिलियन वर्ष पहले सौरमंडल की उत्पत्ति के समय इसमें बिखरे रह गए चट्टानी टुकड़े हैं। नासा ने एस्टरॉयड की संख्या 1,299,398 बताई है। यानि कि लगभग 13 लाख एस्टरॉयड अब तक पहचाने जा चुके हैं। बात सौरमंडल के एस्टरॉयड्स की करें स्पेस एजेंसी इनकी अधिकतर मौजूदगी मंगल और बृहस्पति के बीच बताती है। यहीं पर मेन एस्टरॉयड बेल्ट कही जाती है। सबसे बड़ा एस्टरॉयड वेस्टा (Vesta) बताया जाता है कि जिसका आकार 530 किलोमीटर बड़ा है। फिर भी सभी एस्टरॉयड का कुल मास यानि द्रव्यमान धरती के उपग्रह चांद के जितना भी नहीं बताया गया है।
530 किलोमीटर बड़ा
एस्टरॉयड वेस्टा (Vesta) अगर धरती से टकरा जाए तो क्या हो! नासा कहती है कि 150 मीटर यानि कि लगभग 500 फीट बड़ा एस्टरॉयड अगर धरती से टकरा जाए तो यह विनाशकारी हो सकता है। ऐेसे में नासा एस्टरॉयड को ट्रैक भी करती है। क्योंकि
नासा का कहना है कि
धरती और चंद्रमा के बीच की दूरी के 19.5 गुना जितना करीब आने पर एस्टरॉयड धरती के लिए खतरा बन सकता है। किलोमीटर में इस दूरी को 75 लाख किलोमीटर बताया गया है। इसलिए नासा नजदीक आने वाले एस्टरॉयड के अलर्ट जारी करती रहती है। आज भी अंतरिक्ष एजेंसी ने 3 एस्टरॉयड के लिए अलर्ट जारी किया है जो धरती के करीब से गुजरने वाले हैं।
Asteroid 2020 OM आज धरती के पास आ रहा है। इसका साइज 44 फीट है। इसकी दूरी धरती से सबसे करीबी बिंदु के लिए 3,240,000 किलोमीटर बताई गई है। यह एक बड़े मकान के साइज का है। जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, यह 2020 में खोजा गया था। इसके साथ ही एस्टरॉयड 2022 GX2 भी पृथ्वी की ओर मुंह किए हुए है। यह भी आज धरती की ओर बढ़ रहा है। इसका साइज 15 फीट का है। इसकी स्पीड 33804 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है। यह आकार में काफी छोटा है। जब यह पृथ्वी से सबसे करीबी बिंदु पर होगा तो दोनों के बीच की दूरी 4,580,000 किलोमीटर ही रह जाएगी।
एक तीसरा चट्टानी टुकड़ा भी आज
पृथ्वी की दिशा में पास आ रहा है। इसका नाम 2023 NL है।
Asteroid 2023 NL का साइज 140 फीट है। जब यह धरती के सबसे करीब पहुंचेगा तो दोनों के बीच की दूरी 7,320,000 किलोमीटर रह जाएगी। इसकी स्पीड 19664 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है। ये तीनों चट्टानें आज पृथ्वी के नजदीक से होकर गुजरने वाली हैं। नासा ने इनसे किसी तरह के खतरे की चेतावनी अभी तक जारी नहीं की है। लेकिन एस्टरॉयड पर नजर रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि ग्रह के नजदीक आने पर ये अपनी दिशा बदल भी सकते हैं।