• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • Japan Moon Mission: SLIM लैंडर ने लम्बी नींद में जाने से पहले भेजा आखिरी फोटो! अब दोबारा लौटना ...

Japan Moon Mission: SLIM लैंडर ने लम्बी नींद में जाने से पहले भेजा आखिरी फोटो! अब दोबारा लौटना ...

कुछ दिन पहले, 29 जनवरी को ही लैंडर एक्टिव हुआ, जब सूर्य की स्थिति ऐसी हो गई कि इसके सोलर पैनल पर सूर्य का प्रकाश पड़ सके।

Japan Moon Mission: SLIM लैंडर ने लम्बी नींद में जाने से पहले भेजा आखिरी फोटो! अब दोबारा लौटना ...

Photo Credit: JAXA

जापान की स्पेस एजेंसी JAXA ने बताया है कि स्लिम मून लैंडर एक बार फिर से नींद के आगोश में जा रहा है।

ख़ास बातें
  • SLIM अब नींद में जा चुका है
  • एजेंसी ने फोटो को सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है
  • अब लैंडर पर 14 दिनों तक सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाएगा
विज्ञापन
Japan के चांद मिशन पर गया SLIM लैंडर अब शायद हमेशा के लिए सो जाने वाला है, या फिर नहीं। जापान की स्पेस एजेंसी JAXA ने बताया है कि स्लिम मून लैंडर एक बार फिर से नींद के आगोश में जा रहा है। यानी कि लैंडर स्लीप मोड में जा रहा है। लैंडिंग साइट पर अब सूरज अस्त होने वाला है। लैंडर को सौर ऊर्जा मिलनी बंद हो चुकी है, और यह काम करना बंद कर चुका है। 14 दिनों तक अब लैंडिंग साइट पर जमा देने वाली ठंड पड़ती रहेगी। ऐसे में क्या जापान का चांद मिशन समाप्त हो जाएगा? आइए विस्तार से बताते हैं। 

जापान ने जनवरी 2024 में चांद पर कदम रख कर इतिहास रच दिया था। जापान पांचवा ऐसा देश बन चुका है जो चांद पर सफल लैंडिंग कर पाया है। लैंडर चांद के थियोफिलस क्रेटर में मारे नेक्टारिस नामक स्थान पर 19 जनवरी को लैंड हुआ था। मिशन में शुरुआत से ही चुनौतियां आती रहीं। पहले तो लैंडिंग के समय स्पेसक्राफ्ट बाउंस हो गया जिससे कि यह नाक के बल लैंड हुआ। इस कारण लैंडर पर लगा सोलर पैनल ऐसी स्थिति में पहुंच गया कि सूरज की किरणें इस पर नहीं पड़ीं। 

कुछ दिन पहले, 29 जनवरी को ही लैंडर एक्टिव हुआ, जब सूर्य की स्थिति ऐसी हो गई कि इसके सोलर पैनल पर सूर्य का प्रकाश पड़ सके। लेकिन यहां भी लैंडर की किस्मत खराब रही क्योंकि चांद के दिन के हिसाब से इसे सूरज का प्रकाश बहुत लेट मिल रहा था, क्योंकि यह पश्चिम की ओर हो गया था। LiveScience के अनुसार, अब लैंडर पर 14 दिनों तक सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाएगा। इस बीच लैंडर चांद की बर्फीली की रातों को झेल पाएगा या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान रात में चांद की सतह का तापमान -130 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। जिससे लैंडर की बैटरी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब हो सकते हैं। लेकिन जापानी स्पेस एजेंसी JAXA को उम्मीद है कि सूरज की रोशनी जब दोबारा लैंडर पर पड़ेगी तो यह फिर से उठेगा। 

नींद में जाने से पहले लैंडर ने चांद की सतह के कुछ रोचक फोटो भेजे हैं जो स्पेस एजेंसी ने शेयर किए हैं। एजेंसी ने X हैंडल के माध्यम से बताया कि उन्होंने SLIM लैंडर के कम्युनिकेटर को कमांड भेजने की कोशिश की। लेकिन रेस्पॉन्स नहीं आया। इसका मतलब है कि SLIM अब नींद में जा चुका है। सोने से पहले SLIM द्वारा कैप्चर किया गया ये आखिरी नजारा है। एजेंसी ने फोटो को सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है जिसे काफी पसंद किया जा रहा है।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Apple की फोल्डेबल स्मार्टफोन लॉन्च करने की तैयारी, डिस्प्ले के लिए चुना जाएगा सप्लायर
  2. Reliance Jio ने दोबारा पेश किया 189 रुपये का प्रीपेड वैल्यू प्लान, जानें बेनेफिट्स 
  3. मुकेश अंबानी की छात्रों को सलाह, AI पर नहीं अपनी इंटेलिजेंस पर करें भरोसा
  4. भारतीय स्मार्टफोन बाजार में Vivo रहा नंबर 1, पहली बार Apple हुआ टॉप 5 में शामिल
  5. 1 फरवरी से काम नहीं करेंगी ये UPI ID, जल्द करें अपडेट वरना पेमेंट नहीं कर पाएंगे
  6. Google ने बैन किए 23 लाख से अधिक खतरनाक ऐप्स
  7. Redmi Note 13 Pro+ 5G vs Motorola Edge 40 Neo: जानें कौन सा फोन है बेस्ट
  8. Samsung के Galaxy Z Fold 7 में मिल सकता है Snapdragon 8 Elite चिपसेट
  9. Acerone Liquid S162E4, Liquid S272E4 जल्द देंगे दस्तक, भारत में हुए लिस्ट, जानें फीचर्स
  10. BSNL के 4G नेटवर्क को 5G पर अपग्रेड करेगी TCS
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »