ISRO ने फ‍िर चौंकाया! Chandrayaan-3 के ‘PM’ को पृथ्‍वी पर वापस बुलाया, इससे क्‍या होगा? जानें

Chandrayaan-3 : प्रोपल्‍शन मॉड्यूल को लेकर इसरो यह मान रही थ‍ी कि वह 3 महीने काम करेगा। लेकिन अभी इसमें इतना ईंधन बाकी है कि यह कई साल काम कर सकता है।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 6 दिसंबर 2023 16:35 IST
ख़ास बातें
  • चंद्रयान-3 का प्रोपल्‍शन मॉड्यूल पृथ्‍वी की कक्षा में लौटा
  • इसरो ने ऐसा करके दुनिया को चौंकाया
  • अब प्रोपल्‍शन मॉड्यूल कई साल तक करता रहेगा काम

चंद्रमा की कक्षा में काम करने के एक महीने से भी अधिक समय बाद प्रोपल्‍शन मॉड्यूल में 100 किलो से ज्‍यादा ईंधन बचा रहा।

Photo Credit: ISRO

Chandrayaan-3 मिशन ने दुनियाभर में भारत और हमारी स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) को पॉपुलैरिटी दिलाई है। अब इसरो ने ऐसा कुछ किया है, जिसका किसी को भी अंदाजा नहीं था। चंद्रयान-3 का प्रोपल्‍शन मॉड्यूल यानी पीएम (PM) जो अबतक चांद का चक्‍कर लगा रहा था, इसरो ने उसे वापस पृथ्‍वी की कक्षा में पहुंचा दिया है। इसका सीधा मतलब है कि भविष्‍य में इसरो अपने स्‍पेसक्राफ्ट्स को भी पृथ्‍वी पर वापस ला सकता है। ऐसा लगता है कि इसरो को भी अंदाजा नहीं था कि उसे ऐसा कुछ करना होगा। प्रोपल्‍शन मॉड्यूल को क्‍यों पृथ्‍वी की कक्षा में लाया गया और अब यह क्‍या करेगा, आइए जानते हैं। 

पीटीआई और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रोपल्‍शन मॉड्यूल को लेकर इसरो यह मान रही थ‍ी कि वह 3 महीने काम करेगा। लेकिन अभी इसमें इतना ईंधन बाकी है कि यह कई साल काम कर सकता है। प्रोपल्‍शन मॉड्यूल का शुरुआती काम चंद्रमा की अंत‍िम कक्षा में पहुंचकर लैंडर को अलग करना था। इसके बाद इसरो ने पीएम में लगे ‘स्पेक्ट्रो-पोलरीमेट्री ऑफ हैबिटेबल प्लेनेट अर्थ' (SHAPE) को शुरू किया। अनुमान था कि यह 3 महीने चलेगा। 
 

हालांकि चंद्रमा की कक्षा में काम करने के एक महीने से भी अधिक समय बाद प्रोपल्‍शन मॉड्यूल में 100 किलो से ज्‍यादा ईंधन बचा रहा। इसरो का कहना है कि प्रोपल्‍शन मॉड्यूल में बचे ईंधन का इस्तेमाल भविष्य के मून मिशन के लिए और जानकारी जुटाने के लिए किया जाएगा। ऐसे में इसे वापस पृथ्‍वी की कक्षा में लाने का फैसला किया गया। 

रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल 9 अक्‍टूबर को प्रोपल्‍शन मॉड्यूल को उसकी कक्षा यानी ऑर्बिट बदलने की कमांड दी गई। जिस तरह वह पृथ्‍वी से चांद की ओर गया, उसी तरह चांद से पृथ्‍वी की ओर आने लगा। 22 नवंबर को आखिरी बार प्रोपल्‍शन मॉड्यूल का ऑर्बिट बदला गया। अब यह एक ऐसी कक्षा में है, जहां सेफ है और इसे किसी सैटेलाइट या अन्‍य चीजों से खतरा नहीं है। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. EPF Changes 2025: PF ट्रांसफर से लेकर विड्रॉल तक, ये 10 नए नियम जानना बेहद जरूरी
  2. Realme Narzo 90x 5G vs Lava Play Max vs Samsung Galaxy M17 5G: जानें 15K में कौन सा फोन है बेस्ट
  3. महंगे होने जा रहे मोबाइल रीचार्ज! Airtel, Jio, Vi बढ़ाएंगे प्लान्स की इतनी कीमत
#ताज़ा ख़बरें
  1. महंगे होने जा रहे मोबाइल रीचार्ज! Airtel, Jio, Vi बढ़ाएंगे प्लान्स की इतनी कीमत
  2. Samsung ने 100, 85, 75, 65 और 55 इंच डिस्प्ले वाले Micro RGB TV किए पेश, जानें सबकुछ
  3. ये है स्क्रीनशॉट लेने का सही तरीका, क्या आपको मालूम था?
  4. दुनिया का सबसे छोटा रोबोट तैयार, साइज रेत जैसा लेकिन सोचने और चलने की ताकत
  5. IND vs SA T20I Live: भारत-साउथ अफ्रीका T20 सीरीज का चौथा मैच आज, यहां देखें FREE में!
  6. 15000 रुपये सस्ता मिल रहा OnePlus का फ्लैगशिप स्मार्टफोन, ये है पूरी डील
  7. 5200mAh बैटरी, 50MP कैमरा के साथ Moto G Power (2026) लॉन्च, जानें कीमत से लेकर खास फीचर्स तक सबकुछ
  8. EPF Changes 2025: PF ट्रांसफर से लेकर विड्रॉल तक, ये 10 नए नियम जानना बेहद जरूरी
  9. iPhone Fold में होगा हिडन कैमरा, सुपर स्लिम डिजाइन! लॉन्च टाइम लीक
  10. वायु प्रदूषण की स्थिति हुई गंभीर, फेस मास्क खरीदते हुए इन 5 बातों पर दें ध्यान
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.