एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) ने अंतरिक्ष की दुनिया में एक और कामयाबी दर्ज की है। बुधवार को स्पेसएक्स ने 54 नेक्स्ट जेनरेशन स्टारलिंक इंटरनेट सैटेलाइट्स को लॉन्च करते हुए उन्हें ऑर्बिट में पहुंचा दिया। यह लॉन्च अमेरिका के फ्लोरिडा में केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से हुआ। स्पेसएक्स के नए सैटेलाइट्स इसलिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये फर्स्ट जेनरेशन मॉडल्स के मुकाबले ज्यादा पावरफुल हैं। कहा जा रहा है कि ये ज्यादा इंटरनेट ट्रैफिक को कंट्रोल कर सकते हैं और सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को सीधे लोगों के स्मार्टफोन्स तक पहुंचा सकते हैं।
इन सैटेलाइट्स को ‘जेन 2' भी कहा जा रहा है। स्पेसएक्स को ऐसी 7,500 यूनिट लॉन्च करने की मंजूरी अमेरिकी सरकार से मिली है। बुधवार को जिन 54 सैटेलाइट्स को लॉन्च किया गया, उन्हें स्पेसएक्स के फाल्कन 9 (Falcon 9) रॉकेट की मदद से अंतरिक्ष में पहुंचाया गया। मीडिया
रिपोर्टों के अनुसार, स्पेसएक्स ने इन सैटेलाइट्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन ट्रू नेक्स्ट जेनरेशन स्टारलिंक सैटेलाइट्स को अभी लॉन्च नहीं किया गया है। उन्हें लॉन्च करने के लिए स्टारशिप रॉकेट की जरूरत होगी, जिसके निर्माण पर काम चल रहा है।
जानकारी के अनुसार, लॉन्च के ढाई मिनट बाद ही फाल्कन 9 रॉकेट का सेकंड स्टेज उसके फर्स्ट स्टेज से अलग होकर आगे बढ़ गया। लिफ्ट ऑफ के करीब 8 मिनट बाद फर्स्ट स्टेज ने सफलतापूर्वक अंटलांटिक महासागर में एक ड्रोन शिप पर लैंड किया। यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि फाल्कन 9 एक रीयूजेबल रॉकेट है और यह उसकी 11वीं उड़ान थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार को हुए लॉन्च के बाद स्पेसएक्स ने इस साल 60 सफल लॉन्च करके नया रिकॉर्ड बनाया। कंपनी ने बीते साल 31 लॉन्च किए थे। लिफ्ट ऑफ के करीब 19 मिनट बाद सैटेलाइट्स, सेकंड स्टेज से अलग हो गए और ऑर्बिट में पहुंच गए। कंपनी के पास ऑर्बिट में अभी लगभग 3300 स्टारलिंक सैटेलाइट्स हैं। पिछले हफ्ते ही एलन मस्क ने बताया था कि स्टारलिंक के पास 10 लाख एक्टिव सब्सक्राइबर्स हैं।
सैटेलाइट्स इंटरनेट से यूजर्स को हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराई जाती है। यह उन इलाकों में भी काम करते हैं, जहां ब्रॉडबैंड या मोबाइल इंटरनेट की पहुंच नहीं है। फिर चाहे वो दुर्गम पहाड़ी इलाके हों या क्रूज शिप।
एलन मस्क
ऐलान कर चुके हैं कि स्टारलिंक सैटेलाइट नेटवर्क अगले साल से सीधे स्मार्टफोन पर सर्विस शुरू कर देगा, अगर सबकुछ योजना के अनुसार हुआ। यानी फोन में सैटेलाइट से इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलेगी। स्पेसएक्स और अमेरिका की टी-मोबाइल कंपनी इस प्रोजेक्ट में साथ मिलकर काम कर रहे हैं। प्रोजेक्ट का नाम ‘कवरेज एबव एंड बियॉन्ड' (Coverage Above and Beyond) है। इसका मकसद टी-मोबाइल कस्टमर्स को हर जगह इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करना है।