• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • पहली बार एक महिला ने HIV को हराया, स्‍टेम सेल ट्रांसप्‍लांट से मिली कामयाबी

पहली बार एक महिला ने HIV को हराया, स्‍टेम सेल ट्रांसप्‍लांट से मिली कामयाबी

रिसर्चर्स ने बताया कि इलाज के तहत गर्भनाल के ब्‍लड का इस्‍तेमाल किया गया।

पहली बार एक महिला ने HIV को हराया, स्‍टेम सेल ट्रांसप्‍लांट से मिली कामयाबी

Photo Credit: Pixabay/Colin00b

इससे पहले दो पुरुषों के केस में एडल्‍ट स्टेम सेल के जरिए HIV का इलाज किया गया था।

ख़ास बातें
  • ल्यूकेमिया (leukaemia) से पीड़ित एक अमेरिकी महिला का हुआ इलाज
  • इलाज के तहत गर्भनाल के ब्‍लड का इस्‍तेमाल किया गया
  • इलाज का यह तरीका ज्‍यादा कारगर बताया जा रहा है
विज्ञापन
दुनिया में पहली बार एक महिला ने HIV (human immunodeficiency virus) को हरा दिया है। रिसर्चर्स ने मंगलवार को बताया कि ल्यूकेमिया (leukaemia) से पीड़ित एक अमेरिकी महिला अपने डोनर से स्टेम सेल ट्रांसप्लांट हासिल करने के बाद HIV से ठीक होने वाली पहली महिला और तीसरी व्यक्ति बन गई है। रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिका के डेनवर में आयोजित एक कॉन्‍फ्रेंस में रिसर्चर्स ने बताया कि इलाज के तहत गर्भनाल के ब्‍लड का इस्‍तेमाल किया गया। रिसर्चर्स को उम्‍मीद है कि इलाज का यह तरीका ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों के लिए उपलब्‍ध हो सकता है और HIV से पीड़ि‍त लाखों लोगों की जिंदगी से इस बीमारी को दूर कर सकता है।  

रिसर्चर्स के मुताबिक, एक्‍यूट मायलोइड ल्यूकेमिया के इलाज के लिए गर्भनाल ब्‍लड इस्‍तेमाल किया गया था। इसके बाद से यह महिला 14 महीने तक HIV वायरस से मुक्त रही। उसे कोई HIV ट्रीटमेंट नहीं दिया गया। इससे पहले दो पुरुषों के केस में एडल्‍ट स्टेम सेल के जरिए HIV का इलाज किया गया था, जिसका इस्‍तेमाल अक्‍सर बोन मैरो ट्रांसप्‍लांट में किया जाता है। 
इंटरनेशनल एड्स सोसाइटी की प्रेसिडेंट-इलेक्‍ट शेरोन लेविन ने एक बयान में कहा कि इस सेटिंग में यह इलाज की तीसरी रिपोर्ट है और HIV से पीड़ित महिला में पहली रिपोर्ट है।

यह केस कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी लॉस एंजिल्स (UCLA) के डॉ. यवोन ब्रायसन और बाल्टीमोर में जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के डॉ. डेबोरा पर्सौड के नेतृत्व वाली स्‍टडी का हिस्सा है। इसका मकसद HIV से पीड़ि‍त उन 25 लोगों को फॉलो करना है, जो कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए गर्भनाल ब्‍लड से ली गईं स्टेम सेल्‍स को ट्रांसप्‍लांट करवाते हैं। 

ट्रायल के तहत मरीजों को पहले कीमोथेरेपी से गुजरना पड़ता है। इसके बाद स्‍पेसिफ‍िक जेनेटिक म्‍यूटेशन वाले लोगों से डॉक्टर स्टेम सेल ट्रांसप्लांट करते हैं। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि इसके बाद मरीज में HIV के लिए इम्‍यून सिस्‍टम डेवलप होता है। 

शेरोन लेविन ने कहा कि HIV से पीड़ित ज्‍यादातर लोगों को ठीक करने के लिए बोन मैरो ट्रांसप्‍लांट व्‍यवहारिक रणनीति नहीं है। लेकिन रिपोर्ट ‘कन्‍फर्म करती है कि HIV का इलाज संभव है'। स्‍टडी से पता चलता है कि HIV का मुकाबला करने वाली कोशिकाओं को ट्रांसप्‍लांट करना सबसे जरूरी है। पहले वैज्ञानिकों का मानना ​​था कि इसके साइड इफेक्‍ट होते हैं। बहरहाल, इस नई तकनीक से HIV के इलाज की उम्‍मीद जगी है, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि कब तक यह तरीका आम इस्‍तेमाल में आएगा। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. 129Km रेंज के साथ लॉन्‍च हुई Okaya की ई-बाइक FERRATO Disruptor, बुकिंग 500 रुपये में, जानें प्राइस
  2. Vivo ने 50 मेगापिक्सल के सेल्फी कैमरा के साथ लॉन्च किया V30e
  3. Antutu ने बताए सबसे दमदार 10 स्मार्टफोन, OnePlus Ace 3V सबसे आगे, जानें पूरी लिस्ट
  4. Amazon Great Summer Sale: 32 इंच स्मार्ट टीवी पर मिल रहा भारी डिस्काउंट
  5. बच्‍चों के लिए ऑनलाइन मंगाते हैं खिलौने? यह खबर चौंका देगी
  6. Amazon Great Summer Sale: 8 हजार से भी सस्ते में मिल रहा 5G स्मार्टफोन
  7. WhatsApp में जल्द मिलेगा नया फीचर, हाल ही में ऑनलाइन आए यूजर्स का चलेगा पता
  8. Noise Pop Buds ईयरबड्स भारत में 50 घंटे प्लेटाइम, IPX5 रेटिंग के साथ Rs 999 में लॉन्च
  9. Xiaomi Mijia Fan Light हुआ पेश, कमरे में मिलेगा झील के किनारे का एहसास
  10. Realme P1 5G का नया वेरिएंट हुआ लॉन्च, जानें कीमत और उपलब्धता
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »