हमारे ब्रह्मांड में अतिशक्तिशाली विस्फोट होते रहते हैं, लेकिन
पृथ्वी तक इनका पता नहीं चल पता। हाल के वर्षों में जैसे-जैसे टेलीस्कोप और ऑब्जर्वेट्री एडवांस हुई हैं, वैज्ञानिकों को कुछ महा-विस्फोटों की जानकारी मिल रही है। अब चाइनीज अकैडमी ऑफ साइंस के इंस्टिट्यूट ऑफ हाई एनर्जी फिजिक्स के रिसर्चर्स ने अहम खोज की है। एक
रिपोर्ट के अनुसार, रिसर्चर्स ने 37MeV तक ऊर्जा वाली एक गामा-रे स्पेक्ट्रम लाइन को खोजा है। दावा है कि यह किसी भी खगोलीय पिंड से देखी गई अब तक की सबसे अधिक ऊर्जा है। यह रिसर्च ‘साइंस चाइना : फिजिक्स, मैकेनिक्स एंड एस्ट्रोनॉमी' (Science China: Physics, Mechanics and Astronomy) मैगजीन में पब्लिश हुई है और गामा-रे बर्स्ट के रहस्यों पर नई रोशनी डालती है।
What is Gama-Ray Brust
गामा रे (Gamma Rays) प्रकाश का सबसे ज्यादा ऊर्जा वाला रूप होती हैं। इनकी एनर्जी साधारण रूप से दिखने वाली रोशनी से खरबों गुना ज्यादा होती है। इन्हें आसानी से देखा या ढूंढा नहीं जा सकता। तारों के विस्फोट के दौरान और ब्लैक होल आदि से गामा-रे निकलती हैं।
चीनी वैज्ञानिकों ने जिस गामा-रे स्पेक्ट्रम लाइन को खोजा है, उसका पता पोलर स्पेस टेलीस्कोप और नासा के फर्मी सैटेलाइट ने लगाया। उनसे मिले डेटा का विश्लेषण करके वैज्ञानिकों को गामा-रे स्पेक्ट्रम लाइन का पता चला। रिपोर्ट के अनुसार, इस कामयाबी से वैज्ञानिकों को गामा-रे विस्फोटों और उनसे जुड़े पावरफुल जेट्स के रहस्य उजागर करने में मदद मिलेगी।
गौरलतब है कि दो साल पहले भारतीय वैज्ञानिकों ने भी ऐसे ही एक
विस्फोट का पता लगाया था। नैनीताल स्थित आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ एनवॉयरनमेंटल साइंसेज (ARIES) के वैज्ञानिकों ने रोम के साइंटिस्ट्स के साथ मिलकर 1 अरब प्रकाश वर्ष की दूरी पर हुए एक बड़े ब्रह्मांडीय विस्फोट की खोज की थी। उन्होंने जिस गामा रे बर्स्ट या GRB का पता लगाया था और पृथ्वी से 1 अरब प्रकाश वर्ष दूर हुआ था।
एरीज की डाट दूरबीन ने उस विस्फोट को खोजा था और स्टडी नेचर डॉट कॉम में प्रकाशित हुई थी।