• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • पृथ्‍वी के करीब आया ताजमहल से दोगुना बड़ा एस्‍टरॉयड, जानें कितना बड़ा है ‘खतरा’

पृथ्‍वी के करीब आया ताजमहल से दोगुना बड़ा एस्‍टरॉयड, जानें कितना बड़ा है ‘खतरा’

हालांकि ऐसा कुछ होने की उम्‍मीद ना के बराबर है और खगोलविदों की ऐसी चेतावनी एक प्रक्रिया होती है, जिसके बाद किसी एस्‍टरॉयड को ‘संभावित रूप से खतरनाक’ की कैटिगरी में रखा जाता है।

पृथ्‍वी के करीब आया ताजमहल से दोगुना बड़ा एस्‍टरॉयड, जानें कितना बड़ा है ‘खतरा’

जब यह एस्‍टरॉयड हमारे ग्रह के सबसे नजदीक होगा, तब भी इसके और पृथ्वी के बीच 67 लाख किलोमीटर की दूरी होगी।

ख़ास बातें
  • यह एस्‍टरॉयड सूर्य का एक चक्कर लगाने में 1023 दिन लगाता है
  • यह तीन से चार साल में एक बार पृथ्‍वी के नजदीक आता है
  • यह एस्‍टरॉयड 10 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है
विज्ञापन
एक के बाद एक पृथ्‍वी के नजदीक से एस्‍टरॉयड गुजर रहे हैं। जिस वक्‍त आप यह खबर पढ़ रहे होंगे, एक और चट्टानी ‘आफत' ‘एस्‍टरॉयड 2008 RW' हमारी पृथ्‍वी के करीब से गुजर रहा होगा। एस्‍टरॉयड हमेशा से वैज्ञानिकों में जिज्ञासा जगाते रहे हैं। इन्‍हें तबतक मॉनिटर किया जाता है, जब तक यह पृथ्‍वी से बहुत दूर नहीं चले जाते। ऐसा इसलिए क्‍योंकि इनके पृथ्‍वी से टकराने की संभावना होती है। ‘एस्‍टरॉयड 2008 RW' के मामले में भी कुछ ऐसा ही है। 

खगोलविदों की चेतावनी थी कि ताजमहल के दोगुने साइज का यह एस्‍टरॉयड पृथ्वी के काफी नजदीक से गुजरेगा। अगर यह पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश कर जाता है, तो इसके धरती से टकराने की आशंका है। हालांकि ऐसा कुछ होने की उम्‍मीद ना के बराबर है और खगोलविदों की ऐसी चेतावनी एक प्रक्रिया होती है, जिसके बाद किसी एस्‍टरॉयड को ‘संभावित रूप से खतरनाक' की कैटिगरी में रखा जाता है।  

बात करें इसकी पृथ्‍वी से दूरी की, तो जब यह एस्‍टरॉयड हमारे ग्रह के सबसे नजदीक होगा, तब भी इसके और पृथ्वी के बीच 67 लाख किलोमीटर की दूरी होगी। हालांकि एहतियात के तौर पर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस एस्‍टरॉयड को संभावित रूप में खतरनाक की कैटिगरी में रखा है। जैसाकि ‘एस्‍टरॉयड 2008 RW' के नाम से ही पता चलता है कि इसकी खोज साल 2008 में हुई थी। यह एस्‍टरॉयड सूर्य का एक चक्कर लगाने में 1023 दिन लगाता है और तीन से चार साल में एक बार पृथ्‍वी के नजदीक आता है। बहरहाल यह एस्‍टरॉयड 10 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। 

नासा के अनुसार, इन्‍हें लघु ग्रह भी कहा जाता है। जैसे हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्‍कर लगाते हैं, उसी तरह एस्‍टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं एस्‍टरॉयड। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्‍टरॉयड का पता लगा चुके हैं। 

जब किसी एस्‍टरॉयड की खोज होती है, तो उसका नामकरण इंटरनेशनल एस्‍ट्रोनॉमिकल यूनियन कमिटी करती है। नाम कुछ भी हो सकता है, लेकिन साथ में एक नंबर भी उसमें जोड़ा जाता है जैसे- (99942) एपोफिस। कलाकारों, वैज्ञानिकों, ऐतिहासिक पात्रों के नाम पर भी एस्‍टरॉयड का नाम रखा जाता है। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के मार्केट में चैम्पियन बनी Bajaj Auto
  2. I4C की मदद से धोखाधड़ी वाली इंटरनेशनल कॉल्स में हुई 97 प्रतिशत की कमी
  3. MG Motor की Windsor EV ने मार्च में बनाया सेल्स का रिकॉर्ड
  4. Garmin Vivoactive 6 स्मार्टवॉच 11 दिनों के बैटरी बैकअप, 80 से ज्यादा स्पोर्ट्स मोड्स के साथ हुई लॉन्च, जानें कीमत
  5. Rs 1 लाख के Samsung Galaxy S24+ को आधी कीमत में खरीदने का मौका, यहां जानें पूरी डील
  6. बिटकॉइन खरीदने के लिए गोल्ड का रिजर्व बेच सकती है अमेरिकी सरकार
  7. भारत में एक और TV ब्रांड 10 अप्रैल को करेगा एंट्री
  8. Vivo का V50e 10 अप्रैल को होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा
  9. HMD ने लॉन्च किए म्यूजिक कंट्रोल्स वाले 130 Music और 150 Music फीचर फोन, कीमत Rs 1,899 से शुरू
  10. Jio ने 5G डाउनलोड और अपलोड स्पीड में मारी बाजी, आया टॉप पर
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »