Artemis 1 : चांद के 130Km नजदीक तक पहुंचा ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट, 50 साल पुराना वाकया आया याद, आप भी जानें

Nasa Artemis 1 Mission : करीब 50 साल बाद यह मौका आया है। 50 साल पहले नासा के अपोलो 17 मिशन ने उड़ान भरी थी, तब इंसानों को चंद्रमा पर ले जाया गया था।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 6 दिसंबर 2022 19:48 IST
ख़ास बातें
  • यह चंद्रमा से सिर्फ 130 किलोमीटर ऊपर था
  • इससे पहले अपोलो 17 मिशन ने किया था चंद्रमा पर लैंड
  • करीब 50 साल बाद ऐसा मौका फ‍िर से आया है

Nasa Artemis 1 Mission : 16 नवंबर को लॉन्‍च हुए आर्टेमिस 1 मिशन का मकसद यह स्‍थापित करना है कि भविष्‍य में इंसान को चांद पर दोबारा कैसे भेजा जाए।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) के आर्टिमिस 1 (Artemis 1) मिशन ने नया रिकॉर्ड बनाया है। चांद पर रवाना हुआ नासा का ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट (Orion Spacecraft) चंद्रमा की सतह के बेहद करीब पहुंच गया। यह चंद्रमा से सिर्फ 130 किलोमीटर ऊपर था। करीब 50 साल बाद यह मौका आया है। 50 साल पहले नासा के अपोलो 17 मिशन ने उड़ान भरी थी, तब इंसानों को चंद्रमा पर ले जाया गया था। अब जाकर यह मौका आया है, जब कोई स्‍पेसक्राफ्ट चंद्रमा के इतने नजदीक पहुंचा है।    

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि चंद्रमा का यह सफर अब अपनी वापसी पर है। पृथ्वी से लगभग 270,000 मील की दूरी पर पहुंचने के बाद ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट धरती के लिए लौट रहा है। फ्लाईबाई बर्न शुरू होते ही स्‍पेसक्राफ्ट धरती पर लौटने लगा है। ध्‍यान रहे कि ‘पावर्ड फ्लाईबाई बर्न' का खासतौर पर स्‍पेसक्राफ्ट का वेग (velocity) बदलने के लिए डिजाइन किया गया है।  

16 नवंबर को लॉन्‍च हुए आर्टेमिस 1 मिशन का मकसद यह स्‍थापित करना है कि भविष्‍य में इंसान को चांद पर दोबारा कैसे भेजा जाए। मिशन के शुरुआती दिनों में ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट नासा के लिए चुनौती भी लेकर आया था। नासा के मिशन कंट्रोलर्स ने ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट के साथ संपर्क खो दिया था। हालांकि करीब 47 मिनट बाद संपर्क बहाल हो गया था।  

नासा ने यह भी संभावना जताई है कि इस दशक के अंत तक इंसान चंद्रमा पर लंबे समय के लिए रहने लगेगा। एजेंसी का कहना है कि आर्टेमिस मिशन हमें एक स्थायी प्‍लेटफॉर्म और ट्रांसपोर्टेशन सिस्‍टम में सक्षम बनाता है। यह हमें सीखने की अनुमति देता है कि उस डीप स्‍पेस एनवायरनमेंट में कैसे काम किया जाए। 
 
वैज्ञानिकों की मानें, तो चंद्रमा पर स्‍थायी बेस बनाने में ओरियन स्‍पेसक्राफ्ट बड़ी भूमिका निभाएगा। यह चंद्रमा पर ऐसी जगहों की तलाश करेगा, जहां इंसानों के रहने के लिए बेस बनाया जा सकता है। नासा चंद्रमा पर आर्टेमिस बेस कैंप बनाना चाहती है। इसमें एक मून केबिन और मोबाइल घर होगा। इसमें अंतरिक्ष यात्री 2 महीने बिता सकेंगे। चंद्रमा के बेस पर एक रोवर रहेगा, तो वैज्ञानिकों को चंद्रमा की सतह के बारे में जानकारी जुटाने में मदद करेगा।  
 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. iPhone यूज करते हो? तो Apple के सबसे बड़े अपडेट iOS 26 के बारे में जानें सब कुछ...
  2. Amazon Prime Day 2025: OnePlus 13 पर 10 हजार की बचत, टैबलेट और ईयरबड्स पर धांसू डिस्काउंट, जानें सभी ऑफर
  3. 10 हजार से कम दाम में 13MP कैमरा वाला itel City 100 लॉन्च, जानें और क्या है खास
  4. घंटों का काम मिनटों में! बोलकर एडिट होंगी फोटो, Realme 15 सीरीज में आ रहे हैं 2 धांसू AI फीचर्स
  5. Jio 5G डाउन, यहां के यूजर्स हुए परेशान, बाद में हुआ ठीक
#ताज़ा ख़बरें
  1. Tech News Today: Relianco Jio के नेटवर्क में परेशानी से Honor X9c 5G के लॉन्च तक, ये हैं आज की महत्वपूर्ण खबरें
  2. BSNL ने अमरनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए पेश किया स्पेशल यात्रा SIM
  3. Infinix Hot 60 5G+ जल्द होगा भारत में लॉन्च, मिलेगा अलग गेमिंग मोड
  4. घंटों का काम मिनटों में! बोलकर एडिट होंगी फोटो, Realme 15 सीरीज में आ रहे हैं 2 धांसू AI फीचर्स
  5. Jio 5G डाउन, यहां के यूजर्स हुए परेशान, बाद में हुआ ठीक
  6. Lumio ने लॉन्च किए Arc 5, Arc 7 प्रोजेक्टर्स, Netflix और Google TV के लिए सपोर्ट
  7. Xiaomi ने भारत में लॉन्च किया 20,000mAh पावर बैंक, बिल्ट-इन केबल और फास्ट चार्जिंग सपोर्ट भी, जानें कीमत
  8. Ulefone Armor X16 लॉन्च: चट्टान सी मजबूत बॉडी, 10,360mAh बैटरी और नाइट विजन कैमरा, जानें कीमत
  9. 10 हजार से कम दाम में 13MP कैमरा वाला itel City 100 लॉन्च, जानें और क्या है खास
  10. Lava की Blaze AMOLED 5G के लॉन्च की तैयारी, 5,000mAh की बैटरी
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.