एस्टरॉयड्स (Asteroid) वो आसमानी आफत हैं, जो आए दिन पृथ्वी के लिए खतरा बनते हैं। हाल ही में खगोलविदों ने 3 ऐसे एस्टरॉयड्स का पता लगाया है, जो सूर्य की चकाचौंध में छुपे हुए हैं और हमारे ग्रह के बेहद करीब हैं। इनमें से एक एस्टरॉयड पिछले 3 साल में देखा गया सबसे बड़ा ‘संभावित रूप से खतरनाक' ऑब्जेक्ट है। इसे ‘किलर एस्टरॉयड' कहा जा रहा है। यह पृथ्वी से टकराया, तो बड़ी तबाही ला सकता है। आज हम आपको ‘संभावित रूप से खतरनाक' 5 सबसे बड़े एस्टरॉयड के बारे में बताने जा रहे हैं।
पृथ्वी के लिए सबसे ‘खतरनाक'
एस्टरॉयड (53319) 1999 JM8 को माना जाता है। इसका व्यास करीब 7 किलोमीटर का है। धीरे रोटेट होने वाला यह एस्टरॉयड पिछले एक दशक में पांच बार पृथ्वी के करीब आया है। 8 अगस्त 1990 को यह पृथ्वी के सबसे नजदीक आया था। अब यह साल 2159 में हमारे ग्रह के करीब आएगा।
पृथ्वी के लिए सबसे खतरनाक एस्टरॉयड्स में दूसरे नंबर पर है,
‘3200 फेथोन' (3200 Phaethon)। नासा के अनुसार, 5.8 किलोमीटर चौड़े इस एस्टरॉयड का नाम ग्रीक पौराणिक कैरेक्टर फेथॉन के नाम पर रखा गया है। यह एस्टरॉयड 16 दिसंबर 2017 को पृथ्वी के सबसे करीब आया था। तब इसकी वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ। अगली बार यह एस्टरॉयड साल साल 2026 में हमारे ग्रह के करीब आएगा और साल 2093 में तो और नजदीक से पृथ्वी को क्रॉस करेगा।
अगले एस्टरॉयड का नाम है, ‘4179 टौटाटिस' (4179 Toutatis) यह तीसरा सबसे ‘संभावित खतरनाक' एस्टरॉयड है। साइज करीब 5.4 किलोमीटर है। यह 26 दिसंबर 2016 को पृथ्वी के सबसे करीब आया था। अगली बार यह साल 2065 में हमारे ग्रह के करीब आएगा।
अन्य ‘खतरनाक' एस्टरॉयड्स की बात करें, तो नाम आता है (89830) 2002 CE का। यह एक पथरीला एस्टरॉयड है, जो 5.067 किलोमीटर आकार है। ध्यान रखने वाली बात है कि इसे इसी साल खोजा गया है। यह एस्टरॉयड 20 सितंबर 1932 को पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचा था। अगली बार यह कब पृथ्वी के नजदीक आएगा, इस बारे में फिलहाल जानकारी नहीं है।
‘खतरनाक' एस्टरॉयड्स की कैटिगरी में आखिरी नाम है,
‘3122 फ्लोरेंस' का। लगभग 5 किलोमीटर चौड़ा यह एस्टरॉयड साल 1981 में खोजा गया था। 1 सितंबर 2017 को यह एस्टरॉयड पृथ्वी के सबसे करीब आया था। अब यह 2 सितंबर 2057 को हमारे ग्रह के सबसे नजदीक आएगा। एस्टरॉयड चिंता बढ़ाते हैं, क्योंकि इनकी दिशा और गति में कभी भी बदलाव हो सकता है। गौरतलब है कि पृथ्वी से डायनासोरों का खात्मा भी एक एस्टरॉयड के टकराने के कारण हुआ था।