आने वाले सोमवार तक हमारी पृथ्वी के नजदीक से कई बड़े एस्टरॉयड गुजरने वाले हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने बताया है कि 4 बड़े एस्टरॉयड बेहद खतरनाक तरीके से पृथ्वी के करीब आएंगे। इनमें से एक एस्टरॉयड का आकार 119 मीटर व्यास का है। ऐसे एस्टरॉयड जिनका साइज छोटा होता है, वो बिना किसी खतरे के पृथ्वी के करीब से गुजर जाते हैं, लेकिन कई एस्टरॉयड अपने साइज की वजह से चिंता का कारण बनते हैं और वैज्ञानिक इन्हें तब तक मॉनिटर करते हैं, जब तक वो पृथ्वी से बहुत दूर नहीं चले जाते।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 18 सितंबर के आसपास पृथ्वी के करीब आ रहा एस्टरॉयड ‘2005 RX3' साइज में लगभग 40 मंजिला बिल्डिंग के आकार का है। इसका व्यास लगभग 390 फीट है। जब यह पृथ्वी के सबसे करीब होगा, तब इसके और हमारे ग्रह के बीच की दूरी सिर्फ 47 लाख किलोमीटर रह जाएगी। यह एस्टरॉयड 62,000 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज स्पीड अंतरिक्ष में सफर कर रहा है। अगली बार यह एस्टरॉयड साल 2036 में पृथ्वी के करीब आएगा।
एस्टरॉयड की ऐसी ही पोजिशन की वजह से उन्हें संभावित रूप से खतरनाक की कैटिगरी में रखा जाता है। यानी ये चट्टानें भविष्य में पृथ्वी से टकरा सकती हैं। ध्यान रहे कि करोड़ों साल पहले हमारी धरती से डायनासोर का खात्मा एक एस्टरॉयड के टकराने की वजह से ही हुआ था।
दूसरी ओर आज यानी 16 सितंबर को भी एक एस्टरॉयड पृथ्वी के करीब आ रहा है। ‘2022 QD1' नाम का यह एस्टरॉयड 250 फुट लंबा है। जब यह पृथ्वी के सबसे करीब होगा, तब दोनों के बीच की दूरी 74 लाख किलोमीटर होगी। बाकी एस्टरॉयड जिनके नाम 2022 QB37 और 2022 QJ50 हैं, रविवार और सोमवार को हमारे ग्रह के नजदीक आएंगे। इनका साइज क्रमश: 55 फुट और 110 फुट है। हालांकि उम्मीद यही है कि इनमें से कोई भी एस्टरॉयड हमारे ग्रह को प्रभावित नहीं करेगा।
एस्टरॉयड को लघु ग्रह भी कहा जाता है। जैसे हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं एस्टरॉयड। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं।